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आईसीसी की चैंपियंस ट्रॉफ़ी लाँच हुई | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
वर्ल्ड कप के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिकेट प्रतियोगिता यानी आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफ़ी इस साल सितंबर में इंग्लैंड में खेली जाएगी. सोमवार को लंदन में क्रिकेट सितारों के बीच इस प्रतियोगिता की चमचमाती हुई ट्रॉफ़ी लॉन्च की गई. इस प्रतियोगिता में टेस्ट मैच खेलने वाले 10 देशों के अलावा कीनिया और अमरीका की टीमें भी हिस्सा लेंगी. चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2004 पर से पर्दा उठाने के लिए यहाँ आए हुए थे इंग्लैंड के कप्तान माइकल वॉन, न्यूज़ीलैंड के कप्तान स्टीफ़न फ़्लेमिंग, ऑस्ट्रेलिया के माइकल क्लार्क और पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद समी. इसके अलावा मौजूद थे मेज़बान इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के अधिकारी और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद यानी आईसीसी के अध्यक्ष एहसान मानी. चैंपियंस ट्रॉफ़ी यानी क्रिकेट जगत की दूसरी सबसे बड़ी प्रतियोगिता के बारे में एहसान मानी कहते हैं, कार्यक्रम पहले मिनी वर्ल्ड कप के नाम से मशहूर हुई इस प्रतियोगिता को अब चैंपियंस ट्रॉफ़ी कहा जाता है.
वर्ल्ड कप तो हर चार साल में होता है लेकिन चैंपियन्स ट्रॉफ़ी हर दो साल बाद खेली जाती है. इस बार ये प्रतियोगिता इंग्लैंड में 10 से 25 सितंबर तक खेली जाएगी. हिस्सा लेने वाली 12 टीमों को 4 ग्रुपों में बाँटा गया है. ग्रुप डी में श्रीलंका और इंग्लैंड के साथ है. ज़िम्बाब्वे की टीम, ग्रुप सी में भारत और पाकिस्तान के साथ है कीनिया, ग्रुप बी में दक्षिण अफ़्रीका और वेस्ट इंडीज़ के साथ है. बंग्लादेश और ग्रुप ए में वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के साथ है अमरीका की टीम. तीन बार वर्ल्ड कप जीत चुकी ऑस्ट्रेलिया के लिए ये टूर्नामेंट अहम इसलिए है क्योंकि ये इकलौती ऐसी चुनौती है जिसे वो आज तक नहीं तोड़ पाया है. मुक़ाबला ऑस्ट्रेलिया के तेज़ तर्रार युवा खिलाड़ी माइकल क्लार्क कहते हैं, "हम इसे बिल्कुल जीतना चाहेंगे पर मुक़ाबला कड़ा होगा, हमारे ग्रुप में न्यूज़ीलैंड जैसी मज़बूत टीम है और पता नहीं अमरीकी टीम से कैसी उम्मीद की जाए. ये उनकी पहली बड़ी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता होगी." इस प्रतियोगिता में भारत का प्रदर्शन हमेशा ही बढ़िया रहा है. 2000 में कीनिया में खेली गई इस प्रतियोगिता में उसे फ़ाइनल में न्यूज़ीलैंड से मात खानी पड़ी थी. लेकिन 2002 में भारत मेज़बान श्रीलंका के साथ संयुक्त विजेता बना. इस बार चैंपियंस ट्रॉफ़ी में चिर प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान एक बार फिर आमने सामने होंगे. ये मैच खेला जाएगा एजबेस्टन मैदान पर 19 सितंबर को. मैच के सभी टिकट बिक चुके हैं और पाकिस्तान के गेंदबाज़ मोहम्मद समी कहते हैं, "हाल में भारत के हाथों मिली हार को हम भुलाना चाहते हैं. कब तक उसे लेकर बैठे रहेंगे." नई तकनीक आईसीसी ने घोषणा की है कि चैंपियन्स ट्रॉफ़ी के दौरान अंपायरों की मदद के लिए टेलीविज़न कैमरों और नई तकनीक के साथ कुछ उपयोग किए जाएँगे और तीसरे अंपायर की भूमिका पहले से ज़्यादा होगी.
लेकिन इस पर भरी महफ़िल में न्यूज़ीलैंड के कप्तान स्टीफ़न फ़्लेमिंग ने अपनी नाराज़गी जताई. फ़्लेमिंग ने कहा, "क्रिकेट में कैमरों और तकनीक का दख़ल एक हद तक ही होना चाहिए वरना अगर मैदान पर खड़े अंपायर बेमतलब हो गए तो इस खेल का असली रंग ही फीका पड़ जाएगा." 10 सितंबर से 25 सितंबर यानी 16 दिन में चैंपियंस ट्रॉफ़ी में कुल 15 मैच खेले जाएँगे. इसका फ़ाइनल होगा 25 सितंबर को लंदन के ओवल मैदान पर. भारत की टीम इसमें भाग लेने से पहले अगस्त में हॉलैंड में एक त्रिकोणीय टूर्नामेंट खेलेगी जिसमें ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान भी हिस्सा लेंगे. और फिर चैंपियंस ट्रॉफ़ी से ठीक पहले मेज़बान इंग्लैंड के साथ भारत को तीन वनडे मैच की सीरीज़ भी खेलनी है. |
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