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'बदहाल किसानों को पैकेज मिलेगा’ | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
महाराष्ट्र के विदर्भ इलाक़े का दौरा कर रहे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि बदहाल किसानों के लिए पैकेज तैयार किया जाएगा. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दो दिवसीय दौरे की शुरुआत अमरावती ज़िले से की. बाद में उन्होंने बताया कि किसानों की माली हालत सुधारने के लिए केंद्र और महाराष्ट्र सरकार मिल कर एक पैकेज तैयार करेंगे. उन्होंने कहा कि पैकेज का मक़सद किसानों की माली हालत सुधारना और कर्ज़ का बोझ हल्का करना होगा. पिछले पाँच वर्षों के दौरान बढ़िया फसल नहीं होने के कारण कर्ज़ में फंसे लगभग 1600 किसान आत्महत्या कर चुके हैं. समाधान मौजूदा स्थिति की समीक्षा करने आए प्रधानमंत्री ने कहा "केंद्र सरकार राज्य सरकार के साथ मिल कर इस समस्या का समाधान निकालने की कोशिश करेगी. इससे स्थिति में निश्चित रुप से सुधार होगा." उन्होंने किसानों पर कर्ज़ के बढ़ते बोझ को एक बड़ी समस्या मानते हुए कहा कि शनिवार को उनकी यात्रा ख़त्म होने से पहले किसानों को राहत पहुँचाने के बारे में घोषणा की जा सकती है. प्रधानमंत्री ने कहा कि पैकेज के तहत सिंचाई की सुविधा बढ़ाने और आय के वैकल्पिक उपाय सुझाने पर ज़ोर दिया जाएगा. प्रधानमंत्री की किसानों के साथ मुलाक़ात लगभग एक घंटे तक चली. इस दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार, नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख भी उनके साथ थे. यात्रा के अंतिम दिन शनिवार को प्रधानमंत्री यवतमाल ज़िले के कोलजरी गाँव का दौरा करेंगे. | इससे जुड़ी ख़बरें किसानों को अमरीकी दबाव की चिंता28 जून, 2006 | भारत और पड़ोस विदर्भ, दक्षिणी राज्यों के किसानों को पैकेज27 जून, 2006 | भारत और पड़ोस केरल में आत्महत्या को मजबूर किसान29 मई, 2006 | भारत और पड़ोस आत्महत्या को मजबूर विदर्भ के किसान26 अप्रैल, 2006 | भारत और पड़ोस खेतिहर मज़दूरों ने भी मुफ़्त बिजली माँगी04 अप्रैल, 2006 | भारत और पड़ोस अपने ही घर में बेघर हुए किसान28 जनवरी, 2006 | भारत और पड़ोस लहलहा रही है कर्ज़ की विषबेल16 नवंबर, 2005 | भारत और पड़ोस इंटरनेट लिंक्स बीबीसी बाहरी वेबसाइट की विषय सामग्री के लिए ज़िम्मेदार नहीं है. | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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