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रायबरेली में आठ मई को होंगे चुनाव | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
चुनाव आयोग ने रायबरेली लोकसभा सीट के लिए आठ मई को उपचुनाव करवाने की घोषणा की है. 'लाभ के पद' के विवाद के बाद रायबरेली की सांसद रहीं सोनिया गाँधी ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफ़ा देकर दोबारा चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. चुनाव आयोग पहले उन दस लोकसभा सीटों के लिए भी साथ में चुनाव करवाना चाहता था जिनके सांसदों की सदस्यता प्रश्न के बदले पैसे कांड में फँसे होने के कारण रद्द कर दी गई है. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उन दस सीटों पर जुलाई से पहले चुनाव न करवाने के निर्देश दे दिए हैं क्योंकि तब तक इस मामले की सुनवाई होनी है. इसके बाद चुनाव आयोग ने रायबरेली की बहुचर्चित सीट पर चुनाव करवाने की घोषणा कर दी. उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों 'लाभ के पद' के विवाद के बाद सोनिया गाँधी ने राष्ट्रीय सलाहकार परिषद के अध्यक्ष पद और लोकसभा की सदस्यता दोनों से इस्तीफ़ा दे दिया था. दरअसल विपक्ष ने इस बात को लेकर हंगामा खड़ा कर दिया था कि सरकार कथित रुप से एक अध्यादेश लाकर सोनिया गाँधी को बचाना चाहती है. इससे पहले राज्यसभा से जया बच्चन की सदस्यता इसलिए समाप्त हो गई थी कि वे उत्तर प्रदेश सरकार की एक संस्था में भी पदस्थ थीं. इसके बाद संसद के 40 से अधिक सदस्यों पर 'लाभ के पद' पर होने की शिकायतें राष्ट्रपति के पास पहुँचीं थीं. लेकिन सोनिया गाँधी के इस्तीफ़े ने इस विवाद को नया मोड़ दिया और फिर सरकार अध्यादेश को छोड़कर सर्वसम्मति की कोशिशों में लग गई. अब सहमति बनी है कि 10 मई को संसद का सत्र बुलाकर एक क़ानून पारित किया जाए जिसमें 'लाभ के पद' को फिर से परिभाषित किया जा सके. चुनाव रायबरेली के चुनाव के लिए अधिसूचना 13 अप्रैल को जारी की जाएगी. नामांकन भरने की अंतिम तिथि 20 अप्रैल होगी, नामांकनों के जाँच के बाद 24 अप्रैल तक नाम वापस लिए जा सकेंगे.
एक सवाल के जवाब में चुनाव आयोग के अधिकारियों ने इस बात से इंकार किया कि वे रायबरेली में चुनाव करवाने के लिए किसी तरह की हड़बड़ी में हैं. उनका कहना था कि बाद में गर्मी बढ़ जाएगी और फिर मानसून के दिन आ जाएँगे. अमेठी और रायबरेली नेहरू-गाँधी परिवार की सीट रही है और माना जाता है कि इन सीटों पर यदि इस परिवार से कोई उम्मीदवार है तो उसका जीतना असंदिग्ध होता है. चर्चा चली थी कि समाजवादी पार्टी जया बच्चन को सोनिया गाँधी के ख़िलाफ़ उम्मीदवार बना सकती है लेकिन इन ख़बरों का खंडन कर दिया गया. बाद में भाजपा की ओर से सुषमा स्वराज का नाम आया था लेकिन उन्होंने भी इससे इंकार कर दिया. सुषमा स्वराज बेल्लारी में सोनिया गाँधी के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ चुकी हैं. उमा भारती ने ज़रुर सोनिया गाँधी के ख़िलाफ़ उम्मीदवार उतारने की घोषणा की है और भाजपा से सहयोग माँगा है लेकिन इसे चुनौती के रुप में नहीं देखा जा रहा है. सोनिया गाँधी पिछले दिनों रायबरेली जाकर एक तरह से अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत कर चुकी हैं. | इससे जुड़ी ख़बरें 'लाभ के पद मामले पर विपक्ष भ्रम में है'02 अप्रैल, 2006 | भारत और पड़ोस संसद सत्र 10 मई से बुलाने का फ़ैसला30 मार्च, 2006 | भारत और पड़ोस लाभ के पद के मामले में विधेयक27 मार्च, 2006 | भारत और पड़ोस आरएसएस नेता ने की सोनिया की तारीफ़27 मार्च, 2006 | भारत और पड़ोस 'सोनिया ने पार्टी को संकट से उबारा'23 मार्च, 2006 | भारत और पड़ोस सोनिया गांधी का लोकसभा से इस्तीफ़ा 23 मार्च, 2006 | भारत और पड़ोस संसद का सत्र बीच में ही ख़त्म23 मार्च, 2006 | भारत और पड़ोस 'लाभ के पद' को लेकर संसद में हंगामा22 मार्च, 2006 | भारत और पड़ोस | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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