BBCHindi.com
अँग्रेज़ी- दक्षिण एशिया
उर्दू
बंगाली
नेपाली
तमिल
 
सोमवार, 26 दिसंबर, 2005 को 12:46 GMT तक के समाचार
 
मित्र को भेजें कहानी छापें
भाजपा का रजत जयंती अधिवेशन शुरू
 

 
 
एल के आडवाणी
लालकृष्ण आडवाणी पहले ही दिसंबर में पार्टी का अध्यक्ष पद छोड़ने की घोषणा कर चुके हैं
सोमवार की शाम क़रीब चार बजे भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के शुरू होने के साथ ही भाजपा का रजत जयंती अधिवेशन मुंबई में शुरू हो रहा है.

पाँच दिन के इस अधिवेशन में पूरे देश से पार्टी के विभिन्न स्तर के लगभग 5,000 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. पहले दो दिन राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक है जबकि बाकी के तीन दिन राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी.

इस अवसर पर संघ के सह सरकार्यवाह मदनदास देवी ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी को अपनी विचारधारा और कार्य के बीच की दूरी को दूर करना चाहिए.

इनमें पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों के अलावा संसद के दोनों सदनों में पार्टी के लगभग 200 सांसद और पाँच प्रदेशों में पार्टी के मुख्यमंत्री शामिल हैं.

रजत जयंती अधिवेशन के लिए मुंबई में व्यापक तैयारी की गई है और इसपर पाँच करोड़ रूपए की लागत बैठी है.

अधिवेशन में चर्चा के मुद्दे तो कई रहेंगे लेकिन सबसे अधिक कौतूहल पार्टी के नए अध्यक्ष के बारे में है.

वर्तमान अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी इस महीने अपने पद से अलग होनेवाले हैं जिसकी घोषणा उन्होंने सितंबर में ही कर दी थी.

वैसे इस बात के प्रबल संकेत हैं कि उत्तर प्रदेश से पार्टी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह नए अध्यक्ष हो सकते हैं लेकिन इसकी आधिकारिक घोषणा अभी नहीं की गई है.

लेकिन समझा जाता है कि 30 दिसंबर को अधिवेशन की समाप्ति के समय से पहले ही पार्टी के नए अध्यक्ष का नाम सामने आ जाएगा.

मुद्दे

भाजपा अधिवेशन में दो तरह के मुद्दों पर चर्चा होगी, एक तो वे मुद्दे जिनपर सार्वजनिक रूप से बहस होगी और दूसरा वे मुद्दे जिनपर बंद कमरों में बातें होंगी.

सार्वजनिक रूप से उठनेवाले मुद्दों में पार्टी की भावी रणनीति और पार्टी के भविष्य पर चर्चा होगी.

पार्टी पर पिछले कुछ अर्से से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से हिंदुत्व के मुद्दे पर वापस लौटने का दबाव बना हुआ है और बैठक में इस बारे में भी चर्चा हो सकती है.

पिछले दिनों पार्टी में चाहे प्रदेश स्तर पर हो चाहे राष्ट्रीय स्तर पर, पार्टी में अनुशासन का प्रश्न भी गंभीरता से उठा. अधिवेशन में अनुशासन के विषय पर भी खुलकर चर्चा हो सकती है.

साथ ही अगले वर्ष पश्चिम बंगाल, असम और केरल में होनेवाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर पार्टी की चुनावी नीति पर भी विचार हो सकता है.

बंद कमरे में जिन मुद्दों पर बात होने की संभावना है उनमें पार्टी के प्रथम पंक्ति के नेताओं और द्वितीय पंक्ति के नेताओं के बीच के संबध का विषय महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

 
 
भाजपासमस्याओं से घिरी पार्टी
प्रदीप सिंह मानते हैं कि भाजपा के सामने एक नहीं अनेक समस्याएं हैं.
 
 
भाजपामौक़ापरस्त चिंतन
आलोक पुराणिक कहते हैं कि भाजपा का आर्थिक चिंतन बदलता रहा है.
 
 
संघ की शाखासंघ से तल्ख़ होते रिश्ते
प्रबाल मैत्र का मानना है कि संघ और भाजपा के संबंध तल्ख़ हो गए हैं.
 
 
इससे जुड़ी ख़बरें
राजनाथ संभालेंगे भाजपा की कमान?
24 दिसंबर, 2005 | भारत और पड़ोस
उमा के राम, गौर के हनुमान
22 दिसंबर, 2005 | भारत और पड़ोस
लड़ाई विचारधारा की है : उमा भारती
30 नवंबर, 2005 | भारत और पड़ोस
उमा भारती भाजपा से निलंबित
30 नवंबर, 2005 | भारत और पड़ोस
उमा समर्थकों के ख़िलाफ़ कार्रवाई
29 नवंबर, 2005 | भारत और पड़ोस
सुर्ख़ियो में
 
 
मित्र को भेजें कहानी छापें
 
  मौसम |हम कौन हैं | हमारा पता | गोपनीयता | मदद चाहिए
 
BBC Copyright Logo ^^ वापस ऊपर चलें
 
  पहला पन्ना | भारत और पड़ोस | खेल की दुनिया | मनोरंजन एक्सप्रेस | आपकी राय | कुछ और जानिए
 
  BBC News >> | BBC Sport >> | BBC Weather >> | BBC World Service >> | BBC Languages >>