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सत्यम के सच से सब सकते में
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भारत सरकार ने जहाँ सॉफ़्टवेयर कंपनी सत्यम में 'घपले' की जाँच के संकेत दिए हैं वहीं उद्योग जगत ने इस पूरी घटना को निराशाजनक
करार दिया है.
बुधवार को भारत सरकार ने संकेत दिया कि सत्यम में ‘घोटाले’ की जाँच का काम गंभीर धोखाधड़ी की जाँच करने वाले कार्यालय को दिया जा सकता है. सरकार ने हैदराबाद में कंपनी के रजिस्ट्रार से कहा है कि कि वो इस घपले की रिपोर्ट 14 जनवरी तक उन्हें सौंप दे. सरकार ने ये भी कहा है कि जाँच के बाद दोषियों के खिलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी. तथ्यों की जाँच कॉरपोरेट मंत्री पीसी गुप्ता ने संवाददाताओं से कहा, "हमें रामालिंगा राजू की तरफ़ से पत्र आया है, तथ्यों की जाँच की आवश्यकता है, हमने इस मामले को कंपनी के रजिस्ट्रार के पास भेज दिया है और जाँच के लिए 14 जनवरी तक का समय दिया है, उसके बाद ही हमारे पास तमाम जानकारी होगी."
उनका कहना था, "अगर रामालिंगा राजू दोषी पाए गए तो क़ानून के मुताबिक़ उनके ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई होगी, और कोई उदारता नहीं दिखाई जाएगी." पीसी गुप्ता के अनुसार जिस पैमाने की घोटाले की बात कही गई है अगर वो सही साबित होते हैं तो वो बहुत शर्मनाक है. उधर भारतीय उद्योग परिसंघ अर्थात सीआईआई ने कहा है कि रामालिंगा राजू ने जिस घपले की बात स्वीकार की है वो दुखदायी और निराशाजनक है. सीआईआई ने कहा है कि नियामक, लेखांकन, लेखा-परीक्षण और प्रशासन की कमियों को दूर करने की आवश्यकता है. साथ ही इस तरह के घपले की बात इतनी बड़ी कंपनी में आना बहुत निराशाजनक है. भारतीय शेयर बाज़ारों की नियामक संस्था सेबी ने कहा है कि वो क़ानून के मुताबिक़ सख़्त कार्रवाई करेगी. उद्योग जगत निराश
सेबी के चैयरमैन सीबी भावे ने कहा है, "हम लोग भारत सरकार के कॉरपोरेट मंत्रालय से संपर्क में हैं, हम लोग इस पहलू पर भी बातचीत कर रहे हैं कि क्या कार्रवाई हो सकती है." नैसकॉम ने इस घटना को कॉपोरेट प्रशासन की नाकामी करार दिया है. नैसकॉम ने बयान जारी करके कहा है, "क़ानून अपना काम करेगा, ये घटना बहुत निराशाजनक है वो भी एक ऐसे समय पर जब आईटी और बीपीओ उद्योग ने नियमों का पालन अच्छी तरह किया है." उधर आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री राजशेखर रेड्डी ने कहा है कि उन्हे पूरी घटना के बारे में जानकारी नहीं है और तमाम जानकारी जुटाने के बाद कार्रवाई की जाएगी. बुधवार को सॉफ़्टवेयर कंपनी सत्यम के चेयरमैन रामालिंगा राजू ने घोटाले की बात स्वीकार करते हुए अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है और इसकी सूचना बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को दे दी है. उन्होंने घपले के लिए अपनी ग़लती स्वीकार की है और कहा है कि वो किसी भी क़ानूनी कार्रवाई को स्वीकार करेंगे. |
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