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'प्रतिद्वंद्वी की नहीं अपनी क्षमता पर ध्यान'
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अपने जीवन का पहला मैन ऑफ़ द मैच ख़िताब जीतने वाले भारतीय गेंदबाज़ इशांत शर्मा का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मैच में
वे अपने प्रतिद्वंद्वियों की क्षमता पर नहीं बल्कि अपनी क्षमता के बारे में सोच रहे थे.
ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ रविवार को हुए वनडे मैच में 19 वर्षीय इशांत शर्मा ने शानदार प्रदर्शन किया है. उन्होंने मात्र 38 रन देकर चार विकेट लिए. रिकी पोंटिंग को एक बार फिर उन्होंने अपना शिकार बनाया. भारत ये मैच पाँच विकेट से जीत गया. मैच के बारे में इशांत ने कहा, "मैने बेसिक बातों पर ध्यान दिया. जब मैं गेंदबाज़ी करता हूँ तो कोशिश रहती है कि सही दिशा में गेंद डालूँ. मैं बल्लेबाज़ की काबिलियत के बारे में नहीं सोचता. मैं अपनी क्षमता पर ध्यान देता हूँ, उसका नतीजा भी मिला है." कप्तान भी खुश
इशांत ने कहा कि पिछले कुछ समय में उनका प्रदर्शन बेहतर हुआ है और वरिष्ठ खिलाड़ियों ने उनकी काफ़ी मदद की है. मेलबोर्न मैच के दौरान दूसरे ओवर में इशांत शर्मा की ख़ूब धुनाई हुई थी. इस ओवर में मैथ्यू हेडन ने चार चौके लगाए और इशांत ने दो नो बॉल दी. उन्होंने कुल 18 रन दिए. लेकिन इशांत ने कहा कि सचिन की सलाह के बाद वे दोबारा मैच में वापसी कर सके. अपने अगले ही ओवर में इशांत ने हेडन का विकेट चटका लिया. अगर भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिहं धोनी ने मौका न गंवाया होता तो इशांत की झोली में पाँचवा विकेट भी जा सकता था. महेंद्र सिंह धोनी ने भी इशांत शर्मा की ख़ूब तारीफ़ की है. मैच के बाद धोनी ने कहा कि जिस तरह इशांत ने श्रीसंत के साथ मिलकर गेंदबाज़ी का ज़िम्मा संभाला उसे लेकर वे बेहद खुश हैं. |
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