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नटवर के इस्तीफ़े पर संसद में हंगामा | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
भारत के पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह मंत्रिमंडल से इस्तीफ़ा देने के लिए सोमवार को राज़ी हो गए लेकिन विपक्ष ने वोल्कर समिति की रिपोर्ट को लेकर संसद में मंगलवार को भी हंगामा जारी रखा. लगातार चौथे दिन विपक्ष के हंगामे के कारण संसद के दोनों सदनों में कोई कार्यवाही नहीं हुई और दोनों सदनों की बैठक दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई. विपक्ष केंद्रीय मंत्री नटवर सिंह के तुरंत इस्तीफ़े की माँग कर रहा था. उल्लेखनीय है कि वोल्कर समिति ने अपनी रिपोर्ट में नटवर सिंह को उन व्यक्तियों की सूची में रखा है जिन्हें इराक़ के लिए संयुक्त राष्ट्र के तेल के बदले अनाज कार्यक्रम से लाभ पहुँचा था. नटवर सिंह के साथ-साथ लाभ पाने वालों में कांग्रेस पार्टी का भी नाम है. नारेबाज़ी राज्यसभा में सभापति भैरोंसिंह शेखावत ने प्रश्नकाल चलाने की कोशिश की लेकिन नारेबाज़ी के कारण बैठक स्थगित करनी पड़ी. बाहर बजे एक बार बैठक फिर शुरु हुई लेकिन थोड़ी देर बाद बैठक दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई.
इसी तरह लोकसभा में पहले बैठक 12 बजे तक स्थगित की गई फिर कार्यवाही शुरु हुई तो सदन पटल पर कुछ दस्तोवेज़ रखे गए और वित्तमंत्री ने एक विधेयक पेश किया फिर बैठक दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. दो बजे सदन की कार्यवाही शुरु होते ही विपक्षी सदस्य अध्यक्ष के आसन के पास जमा होकर नारे लगाने लगे और सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई. जवाबी नारे विपक्षी सदस्यों के नारों के जवाब में कांग्रेस और वामपंथी दलों के सदस्यों ने बाबरी मस्जिद के मामले में भाजपा अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी की गिरफ़्तारी को लेकर नारेबाज़ी की. छह दिसंबर बाबरी मस्जिद ढहाए जाने की बरसी होती है और हर बार इसे लेकर संसद में हंगामा होता है. उल्लेखनीय है कि इस मामले में लालकृष्ण आडवाणी सहित कुछ वरिष्ठ भाजपा नेताओं पर मामले चल रहे हैं. एनडीए का फ़ैसला उधर वोल्कर रिपोर्ट और नटवर सिंह के मामले में विचार के लिए बुलाई गई एनडीए की बैठक में फ़ैसला किया है कि जब तक नटवर सिंह इस्तीफ़ा नहीं दे देते तब तक एनडीए का विरोध जारी रहेगा. लालकृष्ण आडवाणी की अध्यक्षता में हुई बैठक में एनडीए नेताओं ने यह फ़ैसला किया. इस बैठक के बाद विजय कुमार मलहोत्रा ने कहा है, "यदि नटवर सिंह इस्तीफ़ा देना चाहते हैं तो इसे मॉस्को भेजकर प्रधानमंत्री से भी स्वीकृत करवाया जा सकता है और इसी तरह लोकसभा अध्यक्ष को मॉस्को से सूचना भी भेजी जा सकती है." उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा को भंग करने की मंज़ूरी राष्ट्रपति विदेश यात्रा के दौरान आधी रात को दे सकते हैं तो फिर मंत्री का इस्तीफ़ा विदेश प्रवास के दौरान क्यों मज़ूर नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि एनडीए सोनिया गाँधी के इस्तीफ़े की माँग जारी रखेगा. | इससे जुड़ी ख़बरें कांग्रेस ने नटवर से एक और पद छीना05 दिसंबर, 2005 | भारत और पड़ोस 'युवक कांग्रेस से कोई इराक़ नहीं गया'04 दिसंबर, 2005 | भारत और पड़ोस नटवर ने इस्तीफ़ा न देने की बात दोहराई04 दिसंबर, 2005 | भारत और पड़ोस 'नटवर ख़ुद इस्तीफ़ा दें, तो विचार हो सकता है'04 दिसंबर, 2005 | भारत और पड़ोस राजदूत के 'बयान' पर संसद में हंगामा02 दिसंबर, 2005 | भारत और पड़ोस मामले की तह तक जाएँगे: प्रधानमंत्री 08 नवंबर, 2005 | भारत और पड़ोस वोल्कर मामले की न्यायिक जाँच घोषित07 नवंबर, 2005 | भारत और पड़ोस नटवर पर गिरी गाज, विदेश मंत्रालय छिना07 नवंबर, 2005 | भारत और पड़ोस | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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