BBCHindi.com
अँग्रेज़ी- दक्षिण एशिया
उर्दू
बंगाली
नेपाली
तमिल
 
रविवार, 04 दिसंबर, 2005 को 23:29 GMT तक के समाचार
 
मित्र को भेजें कहानी छापें
'नटवर ख़ुद इस्तीफ़ा दें, तो विचार हो सकता है'
 
नटवर सिंह
नटवर सिंह से पहले ही विदेश मंत्रालय छिन गया है
भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि अगर पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह ख़ुद इस्तीफ़ा दें तो वे इस पर विचार करेंगे.

रूस के दौरे पर मॉस्को जाते समय विमान में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि अगर कोई ख़ुद इस्तीफ़ा देता है, तो ऐसे मौक़े पर उन्हें सोचना पड़ेगा कि उनका क्या रुख़ होगा.

हालाँकि प्रधानमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में ये नहीं कहा कि अगर नटवर सिंह इस्तीफ़ा दे देते हैं तो उसे स्वीकार कर लेंगे. उन्होंने पत्रकारों को ये भी बताया कि शनिवार को नटवर सिंह से उनकी मुलाक़ात हुई थी और हाल के घटनाक्रमों पर उनलोगों ने विचार किया.

दूसरी ओर दिल्ली में वोल्कर समिति की रिपोर्ट के बाद विवादों में फँसे पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह ने कहा कि वे इस्तीफ़ा नहीं देंगे.

नटवर सिंह ने कहा कि अगर वे मंत्री पद से त्यागपत्र देते हैं तो इसका मतलब ये हुआ कि वे अपना दोष स्वीकार कर रहे हैं और इसलिए वे ऐसा नहीं करेंगे.

विवाद

वोल्कर समिति ने अपनी रिपोर्ट में नटवर सिंह को उन व्यक्तियों की सूची में रखा है जिन्हें इराक़ के लिए संयुक्त राष्ट्र के तेल के बदले अनाज कार्यक्रम से लाभ पहुँचा था. नटवर सिंह के साथ-साथ लाभ पाने वालों में कांग्रेस पार्टी का भी नाम है.

इसके बाद उनसे विदेश मंत्रालय को छीन लिया गया था लेकिन वे मंत्री पद पर बने हुए हैं यानी इस समय वे बिना विभाग के मंत्री हैं.

शुक्रवार को क्रोएशिया के तत्कालीन राजदूत अनिल मथरानी के एक पत्रिका को दिए कथित इंटरव्यू पर बवाल मच गया और उसकी गूँज संसद में भी सुनाई पड़ी.

पत्रिका के मुताबिक़ अनिल मथरानी ने बातचीत में कहा था कि पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह ने 2001 के इराक़ दौरे के समय अपने बेटे जगत सिंह और उनके मित्र अंदलीब सहगल को तेल का कूपन दिलाने में मदद की थी.

2001 में इराक़ गए प्रतिनिधिमंडल में अनिल मथरानी भी शामिल थे. संसद में हुए हंगामे के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बयान देना पड़ा. उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार जाँच की तह तक जाएगी.

अब मथरानी को क्रोएशिया के राजदूत के पद से हटा दिया गया है और वे भारत भी लौट आए हैं. लेकिन ख़बर मिली है कि ख़ुफ़िया ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी उनसे पूछताछ कर रहे हैं.

 
 
इससे जुड़ी ख़बरें
'युवक कांग्रेस से कोई इराक़ नहीं गया'
04 दिसंबर, 2005 | भारत और पड़ोस
दयाल ने दस्तावेज़ हासिल किए
24 नवंबर, 2005 | भारत और पड़ोस
इंटरनेट लिंक्स
बीबीसी बाहरी वेबसाइट की विषय सामग्री के लिए ज़िम्मेदार नहीं है.
सुर्ख़ियो में
 
 
मित्र को भेजें कहानी छापें
 
  मौसम |हम कौन हैं | हमारा पता | गोपनीयता | मदद चाहिए
 
BBC Copyright Logo ^^ वापस ऊपर चलें
 
  पहला पन्ना | भारत और पड़ोस | खेल की दुनिया | मनोरंजन एक्सप्रेस | आपकी राय | कुछ और जानिए
 
  BBC News >> | BBC Sport >> | BBC Weather >> | BBC World Service >> | BBC Languages >>