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कश्मीर में मुठभेड़, पाँच सुरक्षाकर्मी मृत | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
जम्मू कश्मीर में केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल यानी सीआरपीएफ़ के शिविर पर चरमपंथियों के हमले में कुल सात लोग मारे गए हैं. चरमपंथियों ने श्रीनगर में डल झील में एक होटल में बनाए गए शिविर पर मंगलवार रात को हमला किया था. एक चरमपंथी संगठन अल मंसूरियन ने कहा है कि उसके तीन सदस्यों ने यह हमला किया था लेकिन पुलिस अधिकारियों का कहना था कि सिर्फ़ दो चरमपंथी थे. चरमपंथियों के हमले के बाद दोनों तरफ़ से गोलीबारी हुई और यह मुठभेड़ कई घंटे चली. गोलीबारी की आवाज़ सुनकर वहाँ मौजूद बहुत से देशी-विदेशी सैलानियों में दहशत फैल गई. ये सैलानी डल झील में शिकारों में ठहरे हुए थे. उनमें से कुछ तो गोलीबारी से घबराकर वहाँ से भाग गए. लंबी मुठभेड़ के बाद सीआरपीएफ़ के एक अधिकारी सहित पाँच सुरक्षाकर्मी मारे गए. राज्य के पुलिस महानिरीक्षक ने बीबीसी संवाददाता को बताया कि दो चरमपंथी भी मुठभेड़ में मारे गए, मुठभेड़ बुधवार की सुबह तक जारी रही. ज़िम्मेदारी अल मंसूरियन नाम के चरमपंथी संगठन ने इस हमले की ज़िम्मेदारी ली है और कहा है कि उसके तीन सदस्यों ने शिविर पर आत्मघाती हमला किया था लेकिन पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हमला करने वाले दो ही लोग थे.
अख़बारों के दफ़्तरों को फ़ोन करके अल मंसूरियन के कथित प्रवक्ता ने कहा कि यह हमला इस दावे का खंडन करने के लिए किया गया है कि कश्मीर से चरमपंथी संगठन का सफ़ाया हो गया है. मंगलवार रात भर चली इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ़ के पाँच जवान घायल भी हो गए हैं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि इस हमले के बारे पूरे इलाक़े को घेर लिया गया और संदिग्ध चरमपंथियों की तलाश शुरू हुई लेकिन कोई सफलता नहीं मिली. सीआरपीएफ़ का शिविर पर्यटकों की पसंदीदा डल झील के बीचोबीच है और मुठभेड़ के समय भी आसपास बड़ी संख्या में पर्यटक मौजूद थे लेकिन उनमें से कोई हताहत नहीं हुआ है. कुछ समय से कश्मीर में पर्यटकों की वापसी होती दिख रही है लेकिन आशंका व्यक्त की जा रही है कि डल झील जैसी जगहों पर मुठभेड़ों से पर्यटन उद्योग की हालत में सुधार की संभावना प्रभावित हो सकती है. भारत और पाकिस्तान के बीच अधिकारी पर शांति वार्ताएँ जारी हैं और सीमा पार से घुसपैठ बंद होने की बातें भी हो रही हैं लेकिन कश्मीर में चरमपंथी हिंसा में पिछले कुछ सप्ताहों में दोबारा तेज़ी दिख रही है. |
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