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पुलवामा CRPF हमलाः मारे गए जवानों को प्रधानमंत्री मोदी ने पालम एयरपोर्ट पर दी श्रद्धांजलि
भारत प्रशासित कश्मीर के पुलवामा में हुए चरमपंथी हमले में मारे गए 46 सीआरपीएफ़ जवानों के शव शुक्रवार रात दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर लाए गए.
इन जवानों को अंतिम विदाई देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण पालम हवाई अड्डा पहुंचे.
इसके अलावा सेनाध्यक्ष बिपिन रावत, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी जवानों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने पालम एयर पोर्ट पहुंचे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवानों के शव पर फूल चढ़ाए और ताबूतों की परिक्रमा भी की.
शुक्रवार सुबह प्रधानमंत्री मोदी ने इस हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ''सुरक्षाबलों को कार्रवाई के लिए इजाज़त दे दी गई है, पुलवामा हमले के गुनाहगार और साज़िशकर्ताओं को उनके किए की सज़ा ज़रूर मिलेगी.''
इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को दिया गया 'मोस्ट फ़ेवर्ड नेशन' का दर्ज वापल ले लिया है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इसकी जानकारी दी है.
पुलवामा हमले पर सख़्त नाराज़गी जताते हुए भारत ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त को तलब किया था.
आज गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने श्रीनगर के सेना अस्पताल का दौरा किया और घायल जवानों से मुलाक़ात की. इसके साथ ही उन्होंने मारे गए जवानों के शवों को कंधा भी दिया.
तस्वीरों के साथ उन्होंने ट्वीट किया, ''देश हमारे वीर सीआरपीएफ़ जवानों की ये शहादत कभी नहीं भूलेगा. पुलवामा में शहीद जवानों को मैंने श्रद्धांजलि दी. उनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी.''
गुरुवार को हुई हिंसा के बाद शुक्रवार को जम्मू के कई इलाक़ों में हिंसक प्रदर्शन हुए. हिंसा को देखते हुए जम्मू के कई इलाक़ों में कर्फ़्यू लगा दिया गया है. पुराने जम्मू में हिंसा के बाद सेना को बुलाया गया है.
सरकार ने सुरक्षा बलों के लिए निर्देश जारी किया है कि वो क़ाफ़िला अलग-थलग रूट से नहीं ले जाएं. दक्षिण कश्मीर में इंटरनेट बंद कर दिया गया है और श्रीनगर में स्पीड कम कर दी गई है.
अलगाववादी नेता सैय्यद अली शाह गिलानी, मीरवाइज़ उमर फ़ारूक़ और यासीन मलिक ने जवानों के मारे जाने पर खेद जताया है.
कश्मीर के अलगाववादियों के समूह जॉइंट रेजिस्टेंस लीडरशिप यानी जेआरएल ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है, ''हम अपने युवाओं के ताबूत हर दिन कंधे पर उठाते हैं. ऐसे में हम उन परिवारों का दर्द समझ सकते हैं जिनके लोग मारे गए हैं.''
जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की ज़िम्मेदारी ली है. कहा जा रहा है कि जैश के 19 साल के आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार ने इसे अंजाम दिया है.
कथित रूप से आदिल का एक वीडियो भी आया है जिसमें वो आत्मघाती हमलावर बनने की बात को स्वीकार कर रहा है.
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