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प्रधानमंत्री का बाढ़ वाले इलाक़ों का दौरा | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
भारत के कुछ राज्यों में पिछले सप्ताह भारी बारिश से आई भीषण बाढ़ के बाद आंध्र प्रदेश में फिर से भारी बारिश हो रही है. इस बीच प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने आंध्र प्रदेश के कुछ बाढ़ प्रभावित इलाक़ों का शुक्रवार को दौरा किया और राहत के लिए दो अरब रुपए के एक पैकेज की घोषणा की. पिछले सप्ताह आई इस बाढ़ में 110 लोगों की जान गई थी और संपत्ति का भी भारी नुक़सान हुआ था. आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम स्थित तूफ़ान चेतावनी केंद्र ने आगाह किया है कि बंगाल की खाड़ी में उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के तटों पर कम दबाव का क्षेत्र बन गया है. केंद्र के निदेशक वी सुब्रमण्यम ने बीबीसी को बताया कि दबाव का यह क्षेत्र अगले कुछ दिनों और गहराएगा और इसकी वजह से आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटवर्ती इलाक़ों में और बारिश होने की संभावना है. ग़ौरतलब है कि आंध्र प्रदेश के उत्तरी इलाक़ों में भी पिछले सप्ताह भारी बारिश हुई थी जिससे बाढ़ आ गई थी. राज्य प्रशासन कृष्णा नदी में बढ़ते जलस्तर से ख़ासा परेशान है और निचले इलाक़ों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है. इस बीच प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित आदिलाबाद ज़िले का हवाई दौरा किया है. उन्होंने राज्य को बाढ़ से हुए नुक़सान से उबरने के लिए 200 करोड़ रुपए का पैकेज देने की घोषणा की है.
प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि केंद्र सरकार के अधिकारी राज्य में बाढ़ से हुए नुक़सान का जायज़ा लेने के लिए जल्दी ही दौरा करेंगे और राज्य को और सहायता भी दी जाएगी. बाढ़ में मारे गए लोगों के परिजनों को प्रति व्यक्ति एक लाख रुपए का मुआवज़ा देने की घोषणा की गई है. प्रधानमंत्री ने कहा कि गोदावरी नदी पर स्थायी तटबांध बनाने के लिए केंद्र सरकार सहायता देगी. राज्य सरकार ने कृष्णा, गोदावरी, वसुंधरा और नगलवी नदियों पर तटबांध बनाने के लिए केंद्र सरकार से सहायता की माँग की है. इन्हीं नदियों में जल स्तर बढ़ने की वजह से राज्य के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ आई है जिससे बड़ा नुक़सान हुआ है. गुजरात उधर पश्चिमी राज्य गुजरात के सूरत इलाक़े में बाढ़ की स्थिति कुछ सुधरी है लेकिन दो शहरी इलाक़ों अब भी पानी भरा हुआ है और वहाँ फँसे लोगों तक राहत और सहायता पहुँचाने के प्रयास किए जा रहे हैं. पिछले चार दिनों में सूरत में बाढ़ से मारे गए लोगों की सही संख्या का पता नहीं चल सका है. राज्य सरकार ने अभी तक नौ लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है. सूरत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद काशीराम राणा ने बीबीसी को बताया कि बाढ़ में मारे गए और ज़ख़्मी हुए लोगों की सही संख्या के बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता क्योंकि कुछ इलाक़े अब भी बहुत बुरी तरह से प्रभावित हैं. बाढ़ प्रभावित इलाक़ों में सरकारी और ग़ैरसरकारी एजेंसियाँ बड़े पैमाने पर राहत और सहायता कार्यों में लगी हुई हैं. | इससे जुड़ी ख़बरें पश्चिम भारत में बाढ़ से राहत नहीं10 अगस्त, 2006 | भारत और पड़ोस बाढ़ की स्थिति बदतर, कई ऊर्जा संयंत्र ठप09 अगस्त, 2006 | भारत और पड़ोस कई राज्यों में बाढ़ से तबाही, 225 की मौत08 अगस्त, 2006 | भारत और पड़ोस महाराष्ट्र में बाढ़, 35 की मौत07 अगस्त, 2006 | भारत और पड़ोस आंध्रप्रदेश में बाढ़ से स्थिति गंभीर, 63 मरे06 अगस्त, 2006 | भारत और पड़ोस आंध्रप्रदेश में बाढ़ के कारण 43 की मौत05 अगस्त, 2006 | भारत और पड़ोस | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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