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भाजपा संसद में पचास मुद्दे उठाएगी | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
भारतीय जनता पार्टी ने अपने अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी के मुद्दे से उबरते ही कहा है कि वह संसद के मानसून सत्र में सरकार से तीखे सवाल पूछने जा रही है. पार्टी के संसदीय मामले के प्रवक्ता वीके मलहोत्रा ने कहा कि पार्टी की ओर से पचास विषयों का चयन किया गया है जिसमें सरकार को कटघरे में खड़ा किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इन सभी पचास मुद्दों पर नोटिस दी जा चुकी है. उल्लेखनीय है कि रविवार की शाम को संघ ने आडवाणी को कुछ दिनों की मोहलत दी और तय हुआ कि वे अभी इस्तीफ़ा नहीं दे रहे हैं और सोमवार को पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक में तय किया गया कि अब कार्यकारिणी की बैठक टाल दी जाए और मानसून सत्र पर ध्यान केंद्रित किया जाए. जैसा कि वीके मलहोत्रा ने बताया कि पार्टी किसानों की आत्महत्या से लेकर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दिए गए मनमोहन सिंह के भाषण तक कई मुद्दों पर सरकार को घेरेगी. इसमें अयोध्या में चरमपंथी हमला, मुस्लिमों को आरक्षण, फ़तवा और असम के विवादास्पद क़ानून का निरस्त होना जैसे कई मसलों के नाम उन्होंने गिनवाए. उन्होंने बताया कि भाजपा की संसदीय दल की बैठक 23 जुलाई को होगी और एनडीए की बैठक 24 जुलाई को होगी जिसमें रणनीति को अंतिम रुप दिया जाएगा. संसद का मानसून सत्र 25 जुलाई को शुरु हो रहा है जो 25 अगस्त तक चलेगा. |
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