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पत्नी तो चाहिए मगर बच्चा नहीं | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
पाकिस्तान की जेल में पाँच साल तक रहने के बाद बड़ी धूमधाम के साथ भारत लौटे सैनिक मोहम्मद आरिफ़ का पारिवारिक मामला अब सुर्खियों में है. आरिफ़ अपनी पत्नी गुड़िया को तो अपनाना चाहते हैं लेकिन समस्या ये है कि वे गुड़िया के होने वाले बच्चे के पिता नहीं हैं. पूरा विवाद किसी फ़िल्मी कहानी से कम नहीं है, दरअसल, आरिफ़ 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान ग़ायब हो गए थे. भारतीय सेना ने उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया, जबकि असल में वे पाकिस्तानी सेना की गिरफ़्त में जा फँसे थे और रावलपिंडी की जेल में बंद थे. गुड़िया के घरवालों ने आरिफ़ को मृत मानकर गुड़िया की शादी तौफ़ीक़ नामक एक व्यक्ति से कर दी, अब जबकि गुड़िया तौफ़ीक के बच्चे के माँ बनने वाली हैं तब आरिफ़ पाकिस्तान से लौट आए हैं. मोड़ आरिफ़ जब पिछले सप्ताह घर लौटे तो उन्हें पता चला कि गुड़िया की शादी किसी और से हो चुकी है और वह गर्भवती हैं. आरिफ़ के परिवार वाले पंचायत में गए और दिन भर चली बहस के बाद पंचों ने आरिफ़ को गुड़िया का पति घोषित कर दिया. पंचायत ने कहा कि आरिफ़ से तलाक़ नहीं होने के कारण उसकी दूसरी शादी वैध नहीं है. अब आरिफ़ अपनी पत्नी गुड़िया को साथ रखने को तैयार है, लेकिन उसके होने वाले बच्चे के बारे में उसका कहना है कि वह गुड़िया के माँ-बाप रखें या उसका दूसरा पति तौफ़ीक. |
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