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राइस ने लोकतांत्रिक सुधारों पर ज़ोर दिया | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
मध्य पूर्व के दौरे पर गईं अमरीका की विदेश मंत्री कोंडोलीज़ा राइस ने कहा है कि 60 वर्षों तक इस क्षेत्र में लोकतंत्र को बढ़ावा देने के लिए अमरीका ने बहुत कुछ नहीं किया. जॉर्डन में एक संवाददाता सम्मेलन में राइस ने कहा कि इस कारण इस इलाक़े में उग्रवाद बढ़ा क्योंकि लोग राजनीतिक रूप से अपने विचार व्यक्त नहीं कर पाते थे. उन्होंने जॉर्डन में सुधार कार्यक्रमों की सराहना की और कहा कि इस इलाक़े के लिए यह एक आदर्श है. राइस अब मिस्र पहुँच गई हैं जहाँ वे राष्ट्रपति होस्नी मुबारक से बातचीत करेंगी. राइस और मुबारक के बीच बातचीत का विषय भी लोकतांत्रिक सुधार ही रहने की उम्मीद है. वे वहाँ व्यापक राजनीतिक स्वतंत्रता पर भाषण भी देने वाली हैं. दबाव अमरीका सार्वजनिक रूप से मिस्र से अपील करता रहा है कि वह लोकतांत्रिक सुधारों को अपनाए. राइस अपनी मिस्र यात्रा के दौरान इस मामले पर और दबाव बढ़ाएँगी.
मध्य पूर्व के दौरे पर रवाना होने से पहले राइस ने कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि मिस्र में सितंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की देखरेख के लिए अंतराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को वहाँ जाने की अनुमति मिलेगी. राइस ने राष्ट्रपति मुबारक के उस फ़ैसले की प्रशंसा की, जिसमें एक से ज़्यादा उम्मीदवारों को राष्ट्रपति चुनाव में खड़े होने की अनुमति दे दी गई. लेकिन उन्होंने कहा कि मिस्र को और क़दम उठाने चाहिए. रविवार को जॉर्डन रवाना होने से पहले राइस ने इसराइली और फ़लस्तीनी नेताओं से मुलाक़ात की. इन नेताओं से मुलाक़ात के बाद उन्होंने घोषणा की कि अगस्त में गज़ा पट्टी से यहूदी बस्तियाँ पूरी तरह हटा दी जाएँगी. राइस ने फ़लस्तीनी प्रशासन के प्रमुख महमूद अब्बास और इसराइली प्रधानमंत्री अरियल शेरॉन से मुलाक़ात की. उन्होंने महमूद अब्बास से क्षेत्र में हिंसा रोकने के लिए और क़दम उठाने की भी मांग की. |
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