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शेरॉन और अब्बास 21 जून को मिलेंगे | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
इसराइली प्रधानमंत्री और फ़लस्तीनी नेता महमूद अब्बास 21 जून को मुलाक़ात करने वाले हैं. 2005 में फ़रवरी में हुए संघर्ष विराम समझौते के बाद दोनों नेताओं की यह पहली मुलाक़ात होगी लेकिन मुलाक़ात का अभी कोई स्थान नहीं बताया गया है. फ़रवरी में हुई उस मुलाक़ात में संघर्ष विराम को मंज़ूरी दी गई थी और उसके बाद दोनों नेताओं की यह पहली मुलाक़ात होगी. पूर्व फ़लस्तीनी नेता यासिर अराफ़ात के बाद फ़लस्तीनी प्रशासन के अध्यक्ष चुने जाने के बाद महमूद अब्बास और शेरॉन के बीच यह दूसरी मुलाक़ात होगी. दोनों नेताओं की मुलाक़ात के बाद फ़लस्तीनी गुटों की भी बैठकें हुई थीं जिसमें उन्होंने इसराइल के ख़िलाफ़ हमले स्थगित करने की घोषणा की थी. येरूशलम में बीबीसी संवाददाता का कहना है कि कुछ उतार-चढ़ावों के बावजूद संघर्ष विराम पर अमल किया जा रहा है, हालाँकि दोनों तरफ़ से इक्का-दुक्का बार उसका उल्लंघन भी हो चुका है. दोनों नेताओं के सामने अब एक बड़ी चुनौती ग़ज़ा पट्टी से इसराइली बस्तियों को हटाने की प्रधानमंत्री अरियल शेरॉन की योजना है जिस पर 2005 के अगस्त माह से ही अमल शुरू होना है. काफ़ी इसराइली इस योजना का विरोध कर रहे हैं और फ़लस्तीनी भी इस योजना के विरोधी हैं. |
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