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अमरीकी चुनाव: विज्ञापनों पर विवाद | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
अमरीका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव प्रचार ने भी विवाद का रूप धरा. सबसे अधिक जिस विज्ञापन पर विवाद छिड़ा वह था वियतनाम युद्ध में जॉन केरी की भूमिका को लेकर जारी विज्ञापन. डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जॉन केरी ने उन पर लगाए गए आरोपों की औपचारिक तौर पर शिकायत भी की. वियतनाम में लड़ने वाले कुछ अनुभवी सैनानियों के एक गुट ने टीवी विज्ञापनों में ये आरोप लगाए. विज्ञापन में उन पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने उस लड़ाई में अपनी सेवा के बारे में झूठ बोला था. जॉन केरी का कहना है कि ये आरोप झूठे हैं और ग़ैर-क़ानूनी ढंग से राष्ट्रपति जॉर्ज बुश के चुनाव प्रचार के साथ तालमेल बिठाकर जारी किए गए हैं. ओलंपिक और विज्ञापन वहीं एक अन्य विज्ञापन में राष्ट्रपति जॉर्ज बुश के चुनाव प्रचार में ओलंपिक खेलों का भी ज़िक्र किया गया जिसपर आँखें तरेरी गईं. राष्ट्रपति बुश के इस प्रचार में कहा गया - "सूर्योदय की तरह आज़ादी पूरी दुनिया में फैल रही है. इस ओलंपिक में दो और राष्ट्र स्वतंत्र हो जाएँगे." अमरीकी संसद के एक क़ानून के तहत ओलंपिक खेल अराजनीतिक विषय है और इसका किसी सरकारी पद के लिए कोई उम्मीदवार अपने प्रचार में इस्तेमाल नहीं कर सकता. अमरीकी ओलंपिक समिति के अधिकारियों ने ये मुद्दा राष्ट्रपति बुश का चुनाव प्रचार कर रहे लोगों के साथ उठाया. इराक़ी फ़ुटबॉल टीम के कुछ सदस्यों ने भी इस पर आपत्ति जताई. लेकिन राष्ट्रपति बुश के चुनाव प्रचार के लिए ज़िम्मेदार कुछ अधिकारियों ने कहा कि विज्ञापन को हटाने की उनकी कोई योजना नहीं है. उनका कहना है कि किसी क़ानून का उल्लंघन नहीं होता क्योंकि वे तथ्यों के आधार पर ये कह रहे हैं. |
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