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इस्तांबुल विस्फोट: एक संदिग्ध गिरफ़्तार
तुर्की पुलिस ने दो सप्ताह पहले इस्तांबुल में यहूदियों के उपासना स्थल पर हुए आत्मघाती हमलों के सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ़्तार किया है. इसके कुछ दिनों के बाद इस्तांबुल में ही ब्रिटिश वाणिज्य दूतावास और एचएसबीसी बैंक पर भी हमले हुए थे. इन दोनों घटनाओं में 60 से ज़्यादा लोग मारे गए थे. यहूदियों के उपासना स्थल पर हमले के सिलसिल में एक व्यक्ति को उस समय गिरफ़्तार किया गया जब वह फ़र्जी पासपोर्ट पर ईरान की सीमा में घुसने की कोशिश कर रहा था. इन हमलों के सिलसिले में अभी तक 20 से ज़्यादा लोग पकड़े जा चुके हैं. लेकिन यह पहला व्यक्ति है, जिसे यहूदियों के उपासना स्थल पर हुए बम विस्फोट के मामले में पकड़ा गया है. एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि इस व्यक्ति को यहूदियों के एक उपासना स्थल पर भी ले जाया गया, जहाँ तीन यहूदी और एक पुलिसवाला मारा गया था. प्राइवेट टीवी चैनल एनटीवी ने इस व्यक्ति की तस्वीरें दिखाई हैं. पुलिस प्रवक्ता हालिल यिल्माज़ ने इस व्यक्ति का नाम लिए बगैर बताया, "इसी व्यक्ति ने 15 नवंबर को हुए हमलों की योजना बनाई थी और इसके लिए आदेश दिए थे." वैसे तुर्की अधिकारियों का दावा है कि उन्होंने उपासना स्थल पर आत्मघाती हमला करने वालों की पहचान कर ली है. उन्होंने मेसूत काबुक और गोखान इलालतुंत्स नाम के इन दो व्यक्तियों को आत्मघाती हमलावर बताया है, जो दक्षिण-पूर्वी तुर्की के बिंगोल शहर के हैं. शुक्रवार को तुर्की के सुरक्षा अधिकारियों ने बताया था कि एक इस्लामी चरमपंथी हबीब अक्तास ही विस्फोटक से भरा ट्रक एचएसबीसी इमारत तक ले आया था. |
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