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विस्फोट के पीछे 'आतंकवादी' संगठन
तुर्की के प्रधानमंत्री ने कहा है कि पिछले गुरुवार को इस्तांबुल में हुए आत्मघाती हमलों के पीछे किसी अंतरराष्ट्रीय 'आतंकवादी' संगठन का हाथ है. बीबीसी के एक टेलीविज़न कार्यक्रम में दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री रज्जब तय्यब एर्दोगान ने बताया कि अभी हम पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं कि वो संगठन अल क़ायदा ही है. उन्होंने कहा," ये हमले धार्मिक उद्देश्यों से हुए थे. साथ ही कुछ लोग संघर्ष को बढ़ावा देना चाहते थे." उन्होंने ये भी कहा कि इन परिस्थितियों में तुर्की के लिए यूरोपीय संघ की सदस्यता ले लेना बेहद ज़रूरी है. ग़ौरतलब है कि इस्तांबुल में पिछले दिनों लगातार हुए आत्मघाती हमलों में कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई. इस बीच ब्रिटेन और अमरीका ने अपने अपने नागरिकों को सावधान किया है कि मौजूदा परिस्थितियों में वे तब तक तुर्की की यात्रा न करें जब तक बहुत ज़रूरी न हो. इस पर एर्दोगान ने कहा," तुर्की ने तो अपने लोगों को 11 सितंबर के आतंकवादी हमलों के बाद अमरीका जाने से मना नहीं किया था. आप लोग बड़े आराम से तुर्की आ सकते हैं." |
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