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शोएब-आसिफ़ के ख़िलाफ़ जाँच शुरू | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
डोपिंग मामले में पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज़ शोएब अख़्तर और मोहम्मद आसिफ़ के ख़िलाफ़ जाँच शुरू हो गई है. डोपिंग टेस्ट में शक्तिवर्धक दवाओं के सेवन का दोषी पाए जाने के बाद इन दोनों खिलाड़ियों को पाकिस्तान की टीम से निलंबित कर दिया गया है. आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफ़ी के लिए पाकिस्तान टीम के साथ भारत दौरे पर गए दोनों खिलाड़ियों को बिना मैच खेले ही स्वदेश लौटना पड़ा. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस मामले में एक ट्राइब्यूनल का गठन किया है. इस ट्राइब्यूनल में शामिल हैं-पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंतख़ाब आलम, वकील शाहिद हमीद और डोपिंग विशेषज्ञ डॉक्टर वक़ार अहमद. जाँच के बारे में शाहिद हमीद ने बताया, "मैं पक्के तौर पर ये नहीं कह सकता कि जाँच कितने दिनों में पूरी हो जाएगी. लेकिन हम जाँच जल्द पूरी करने की हरसंभव कोशिश करेंगे." उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को अपनी बात रखने का पूरा मौक़ा दिया जाएगा. सिफ़ारिश जाँच के बाद तीन सदस्यीय ट्राइब्यूनल अपनी सिफ़ारिश पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को देगा. जो इस मामले पर आख़िरी फ़ैसला करेगी. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के नियमों के अनुसार पहली बार डोपिंग का दोषी पाए जाने पर दो साल की पाबंदी का प्रावधान है. लेकिन इस मामले पर आख़िरी फ़ैसला पीसीबी को करना है, क्योंकि डोप टेस्ट आईसीसी ने नहीं, पीसीबी ने कराया था. पिछले महीने पीसीबी ने चैम्पियंस ट्रॉफ़ी से पहले सभी खिलाड़ियों का डोप टेस्ट कराया था. इस टेस्ट में शोएब अख़्तर और मोहम्मद आसिफ़ शक्तिवर्धक दवा नैन्ड्रोलोन लेने के दोषी पाए गए. शोएब अख़्तर का कहना है कि वे इस मामले में पूरी तरह निर्दोष हैं और उन्होंने जान-बूझकर ऐसी दवाएँ नहीं ली. दूसरी ओर मोहम्मद आसिफ़ ने इस मामले पर अभी कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है. स्पोर्ट्स मेडिसिन एसोसिएशन ऑफ़ पाकिस्तान ने जाँच के नतीजे से पहले इन दोनों खिलाड़ियों के नाम सार्वजनिक करने के लिए पीसीबी की आलोचना की है. लेकिन आईसीसी ने इस बात के लिए पीसीबी की सराहना की है कि उन्होंने अपनी पहल पर खिलाड़ियों का डोप टेस्ट कराया. | इससे जुड़ी ख़बरें आसान जीत के लिए भारत ने किया संघर्ष15 अक्तूबर, 2006 | खेल 'खिलाड़ियों की ज़िम्मेदारी बढ़ी है'15 अक्तूबर, 2006 | खेल लाइन और लेंग्थ है ज़्यादा ज़रूरी: मुनाफ़14 अक्तूबर, 2006 | खेल वेस्टइंडीज़ पर श्रीलंका की धमाकेदार जीत14 अक्तूबर, 2006 | खेल 'ऑस्ट्रेलिया है सबसे प्रबल दावेदार'14 अक्तूबर, 2006 | खेल 'किसी भी क़ीमत पर समझौता नहीं करेंगे'14 अक्तूबर, 2006 | खेल घरेलू विकेट का फ़ायदा है:सहवाग13 अक्तूबर, 2006 | खेल 'मेरे वज़न से खेल पर फ़र्क़ नहीं पड़ता'13 अक्तूबर, 2006 | खेल इंटरनेट लिंक्स बीबीसी बाहरी वेबसाइट की विषय सामग्री के लिए ज़िम्मेदार नहीं है. | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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