|
सचिन तेंदुलकर 33 बरस के हुए | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
सचिन तेंदुलकर सोमवार को 33 बरस के हो गए. भारत के लिए सबसे अधिक टेस्ट मैच खेल चुके इस खिलाड़ी के सितारे इन दिनों गर्दिश में हैं. पिछला एक साल तो उनके लिए बेहद ख़राब रहा है. उन्हें चोटें लगीं और वो बड़े स्कोर नहीं बना पाए. इसके बाद यहाँ तक कहा जाने लगा कि उनका दौर अब समाप्त हो चला है. पिछले साल कोहनी की चोट के कारण सचिन तेंदुलकर छह महीने बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने उतरे थे. अब एक बार फिर वो कोहनी की चोट से जूझ रहे हैं. चोट से उबरने के बाद श्रीलंका के ख़िलाफ़ एक दिवसीय मैचों में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन भी किया. लेकिन इंग्लैंड के ख़िलाफ़ सिरीज़ में वो कामयाब नहीं हो पाए. पिछले एक साल में एक ही यादगार क्षण है जब उन्होंने दिल्ली के फिरोज़शाह कोटला मैदान में अपना 35वाँ शतक जमाया था. इंग्लैंड के ख़िलाफ़ उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा. उन्होंने तीन टेस्ट मैचों में 20 के औसत से रन बनाए. हूटिंग मुंबई टेस्ट में सचिन तेंदुलकर सिर्फ़ एक रन पर आउट हो गए थे जिसके बाद बहस चल पड़ी थी कि उन्हें टीम में रहना चाहिए या नहीं. और तो और मुंबई के उनके अपने लोगों ने उन्हें हूट कर दिया था. इस प्रदर्शन के कारण वो एकदिवसीय मैचों की आईसीसी की अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में पहले 10 स्थान से हट गए. उम्र के इस मुकाम पर सचिन तेंदुलकर दोराहे पर खड़े हैं. एक और सर्जरी के बाद वो खेल से कुछ दिनों दूर रहेंगे और वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ वनडे सिरीज़ नहीं खेल पाएंगे. माना जा रहा है कि यह उनके लिए फ़ायदेमंद भी है और नुक़सानदेह भी. इस अवकाश से उन्हें यह लाभ मिलेगा कि वो अपने बल्लेबाज़ी पर एक बार फिर ध्यान दे पाएँगे. लेकिन वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ एकदिवसीय श्रंखला खासी अहम है क्योंकि अगले साल विश्व कप यहीं खेला जाना है. सचिन तेंदुलकर अपने अवकाश लेने की संभावनाओं से इनकार करते हैं. एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था,'' मैं अच्छी बल्लेबाज़ी कर रहा हूँ. मैंने कुछ गलतियाँ की हैं और उनकी कीमत मुझे चुकानी पड़ी है.'' उनका कहना था कि कभी कभी बल्लेबाज़ ख़राब शॉट खेलता है लेकिन अगर भाग्य उसका साथ देता है तो वह बच जाता है. मुझे भी भाग्य के थोड़े सहारे की ज़रूरत है. सचिन का कहना था,'' हर किसी के जीवन में ऐसा दौर आता है और मैं बहुत अधिक चिंतित नहीं हूँ. मैं कह सकता हूँ कि मैं दिल से पूरी कोशिश कर रहा हूँ.'' सचिन तेंदुलकर एकमात्र खिलाड़ी हैं जिसने वनडे और टेस्ट मैचों में कुलमिलाकर 50 शतक जमाए हैं. |
इससे जुड़ी ख़बरें तीन महीने बैठना पड़ सकता है सचिन को 27 मार्च, 2006 | खेल चुनौती पिछली बार से बड़ी- सचिन10 जनवरी, 2006 | खेल विश्व रिकार्ड के लिए तैयार सचिन24 नवंबर, 2005 | खेल तेंदुलकर वनडे टॉप-टेन से बाहर हुए19 अप्रैल, 2005 | खेल सचिन - उपलब्धियों का अंबार11 दिसंबर, 2004 | खेल | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||