मरे को अंतिम गेम याद ही नहीं: हेनमैन

- Author, पॉल बर्च
- पदनाम, बीबीसी स्पोर्ट्स, विंबलडन
एंडी मरे ने आख़िरकार विंबलडन जीतकर ब्रिटेन के लोगों का 77 साल का लंबा इंतजार समाप्त कर दिया.
ने फ़ाइनल में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविच को लगातार सेटों में हराकर सेंटर कोर्ट में बैठे 15000 दर्शकों और देश भर के लाखों टेनिस प्रेमियों को जश्न मनाने का मौक़ा दे दिया.
26 साल के मरे का ये दूसरा ग्रैंड स्लैम है. इससे पहले उन्होंने पिछले साल यूएस ओपन का ख़िताब और ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता था.
बीबीसी के कमेंटेटर और चार बार विंबलडन से सेमीफ़ाइनल में पहुंचे टिम हेनमैन लॉकर रूम में मरे की जीत के जश्न में शामिल हुए.
उन्होंने कहा, “मुझे मैच के तुरंत बाद लॉकर रूम में जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. एंडी को अपनी जीत पर विश्वास नहीं हो रहा था. मैंने उन्हें गले लगाया और उनसे कहा मैं नहीं जानता आपने ऐसा कैसे किया? इस पर उनका जवाब था ‘मैं भी नहीं जानता’.”
अविश्वसनीय उपलब्धि
हेनमैन ने कहा, “ये एक अविश्वसनीय उपलब्धि है और इसका ख़ुमार अब भी चढ़ा हुआ है. एंडी टेनिस के ऐसे छात्र हैं जिन्हें जूनियर स्तर से लेकर अब तक के सभी परिणाम याद हैं. उन्हें अपने सभी मैच और शॉट याद हैं लेकिन उन्हें इस फ़ाइनल के अंतिम गेम के बारे में कुछ भी याद नहीं है. इस गेम की उनकी यादें धुंधला गई हैं.”
उन्होंने कहा, “मैंने लॉकर रूम में एंडी की टीम के सभी सदस्यों से बात की. वहां शैंपेन उड़ाई जा रही थी. मैं तो जैसे-तैसे बच गया लेकिन एंडी पूरी तरह शैंपेन में नहा गए. वह शराब नहीं पीते हैं लेकिन उन्हें एक घूंट पीनी पड़ी. जैसे ही शैंपेन उनके हलक से उतरी उनके मुंह से निकला ‘बहुत ख़राब’.”
हेनमैन ने बताया, “पिछली बार उन्होंने शैंपेन तब ली थी जब वो <link type="page"><caption> यूएस ओपन</caption><url href="http://www.bbc.co.uk/hindi/sport/2012/09/120911_andy_murray_usopen_tennis_ms.shtml" platform="highweb"/></link> जीतकर घर वापस आ रहे थे. उस समय उन्होंने विमान में टूथपेस्ट के बजाय फेस क्रीम इस्तेमाल कर लिया था. तब उन्होंने शैंपेन का ली थी.”
उन्होंने कहा, “एंडी के लिए ये शानदार दिन है. टेनिस, टेनिस प्रेमियों और ब्रिटेन के खेलों के लिए भी ये एक शानदार दिन है. उन्हें इस साल बीबीसी स्पोर्ट्स पर्सनेलिटी ऑफ़ द ईयर अवार्ड मिलना ही चाहिए.”
जीत लिया दिल
हेनमैन ने कहा, “इसमें अब कोई शक नहीं है कि उन्होंने ब्रिटेन की जनता का दिल जीत लिया है. इससे पहले चंद लोगों को उनकी काबिलियत पर संदेह था. पिछले 12 महीने में लोगों ने उनका अलग रंग देखा है.”

उन्होंने कहा, “पिछले साल विंबलडन के फ़ाइनल में हारना एंडी के लिए बेहद अहम साबित हुआ. उसके बाद उन्होंने ओलंपिक स्वर्ण जीता और बीबीसी की एक डॉक्यूमेंट्री से भी दुनिया को ये समझने में मदद मिली कि वह कितने महान खिलाड़ी हैं. इसे आप इस बात से महसूस कर सकते हैं कि उनके लिए समर्थन लगातार बढ़ता गया है और आज फ़ाइनल का माहौल अद्भुत था.”
हेनमैन के अनुसार, “मुझे हमेशा से लगता था कि ये क्षण आएगा. उनकी प्रतिभा को मैं उसी समय पहचान गया था जब वह डेविस कप में ऑरेंज ब्वॉय या वॉटर ब्वॉय हुआ करते थे. मैंने उनके साथ स्पेन में क्ले कोर्ट पर हाथ आजमाए थे जहां वह बतौर जूनियर प्रशिक्षण ले रहे थे.”
उन्होंने कहा, “छोटी उम्र में भी वह काफी समय बॉल के साथ गुजारते थे और यही बात उन्हें दूसरे खिलाड़ियों से अलग करती है.”
<bold>(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप <link type="page"><caption> यहां क्लिक</caption><url href="http://www.bbc.co.uk/hindi/multimedia/2013/03/130311_bbc_hindi_android_app_pn.shtml" platform="highweb"/></link> कर सकते हैं. आप हमें <link type="page"><caption> फ़ेसबुक</caption><url href="https://www.facebook.com/bbchindi" platform="highweb"/></link> और <link type="page"><caption> ट्विटर</caption><url href="https://twitter.com/BBCHindi" platform="highweb"/></link> पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)</bold>












