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खेल खेल में आता है मोबाइल वायरस | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
मोबाइल फ़ोन में 'मॉस्किटो' नाम का खेल अगर डाउनलोड कर रहे हों तो सावधान रहें कि कहीं इसके ज़रिए आप अपने मोबाइल के दरवाज़े वायरस के लिए तो नहीं खोल रहे हैं. दरअसल 'मॉस्किटो' नाम के एक खेल की नक़ली कॉपी इन दिनों कुछ सॉफ़्टवेयर डाउनलोड करने वाली वेबसाइटों पर हैं. एक बार जब इस तरह की अवैध प्रति वाला खेल मोबाइल में डाउनलोड कर लिया गया तो 'ट्रोज़न' नाम का एक छिपा हुआ प्रोग्राम मोबाइल मालिक से बिना पूछे ही एसएमएस भेजने लगता है. ऐसा खेल की सिर्फ़ अवैध प्रतियों के साथ ही है. मगर इस बीच ऐसी भी ख़बरें आईं कि जिन लोगों के खेल की नक़ली प्रतियाँ बनाईं वे 'ट्रोज़न' के लिए ज़िम्मेदार नहीं थे. इससे कुछ संशय की स्थिति बनी. वायरस रोधी शोध संस्था एफ़-सेक्योर के प्रमुख मिक्को हिपोनेन ने बीबीसी को बताया कि जब उन्होंने पहली बार ये देखा तो उन्हें कुछ संशय हुआ. संशय हिपोनेन ने बताया, "शुरू में तो हमने सोचा कि इस खेल को हैक कर लिया गया है और उसके साथ ही एक गुप्त प्रोग्राम जुड़ गया है जो एसएमएस भेज रहा है. मगर इसके विश्लेषण के बाद पता चला कि ये प्रोग्राम तो इस खेल से मूल रूप से ही जुड़ा है." दरअसल, जिस कंपनी ने ये खेल बनाया उसका कहना है कि उसने ही इसकी अवैध नक़ल रोकने के लिए खेल में एक ऐसा गुप्त प्रोग्राम जोड़ दिया था, जिससे जब भी अवैध कॉपी बने एक एसएमएस चेतावनी देने के लिए मिल जाए. हिपोनेन ने बताया कि ये व्यवस्था चली नहीं और शिकायतों के बाद इसे खेल से हटा लिया गया. मगर खेल की जो नक़ली प्रतियाँ बाज़ार में हैं वे शायद पुराने खेलों से बनी हैं यानी कि इसमें अब भी एसएमएस की व्यवस्था जुड़ी हुई है. ये खेल तभी पूरी तरह मोबाइल में जा पाता है जब मोबाइल मालिक स्क्रीन पर उभरने वाले दो संदेश पर बिल्कुल भी ध्यान न देकर उसे डाउनलोड कर ही ले. अब सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि वे वैध तरीक़े और प्रामाणिक वेबसाइटों से ही खेल डाउनलोड करें. विशेषज्ञों ने मोबाइल कंपनियों से भी कहा है कि वे सुरक्षा और पुख़्ता करें. |
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