BBCHindi.com
अँग्रेज़ी- दक्षिण एशिया
उर्दू
बंगाली
नेपाली
तमिल
 
 
मित्र को भेजें   कहानी छापें
हरकत में आने में कोई देर नहीं: एनएसजी
 
एनएसजी कामांडो
मीडिया में ये सवाल उठाए जा रहे हैं कि एनएसजी के कमांडो को मुंबई पहुँचने में देर क्यों हुई.

भारत के सबसे ज़्यादा प्रशिक्षित कमांडो दस्ते राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड्स (एनएसजी) के महानिदेशक जेके दत्त ने कहा है कि मुंबई में चरमपंथियों के ख़िलाफ़ हरकत में आने में एनएसजी की तरफ़ से कोई देर नहीं हुई.

एनएसजी महानिदेशक ने ये भी कहा, "पूरी कार्रवाई के दौरान चरमपंथियों ने कोई माँग नहीं रखी और ये कहना सही नहीं होगा कि उनके पास इतने विस्फोटक थे कि वे ताज की इमारत को ही ध्वस्त कर सकें."

 पूरी कार्रवाई के दौरान चरमपंथियों ने कोई माँग नहीं रखी और ये कहना सही नहीं होगा कि उनके पास इतने विस्फोटक थे कि वे ताज की इमारत को ही ध्वस्त कर सकें. कमांडोस के जैसे ही जानकारी मिली वे निर्धारित समय के भीतर तैयार थे. हरकत में आने में कोई देर नहीं हुई
 
एनएसजी महानिदेशक जेके दत्त

'कमरों में आग, कई बंधक'

एनएसजी महानिदेशक जेके दत्त ने ये भी कहा, "एनएसजी को एक ड्रिल के तहत सूचना मिलने के बाद निश्चित समय में पूरी तरह से हथियारों और अन्य सामग्री के साथ तैयार होना होता है. कमांडोस के जैसे ही जानकारी मिली वे निर्धारित समय के भीतर तैयार थे. विमान में ईंधन भरा गया और वह दिल्ली से मुंबई पहुँचा. जैसे ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने एनएसजी की माँग की थी वैसे ही 191 कमांडो का दस्ता तैयार हो गया. हरकत में आने में कोई देर नहीं हुई."

एनएसजी की ओर से कार्रवाई शुरु होने में देर होने का बयान ऐसे वक्त में आया है जब इस बात पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि एनएसजी के कमांडो मुंबई में कार्रवाई के लिए घटनाओं के कई घंटे बाद क्यों पहुँचे.

कुछ समाचार माध्यमों और पूरे घटनाक्रम पर नज़र रख रहे लोगों ने एनएसजी के कमांडोस के हमले के लगभग नौ घंटे बाद कार्रवाई शुरु करने पर सवाल उठाए हैं. ग़ौरतलब है कि एनएसजी के कमांडो 27 तारीख को भारतीय समयानुसार सुबह सात बजे ही चरमपंथियों के ख़िलाफ़ अपना ऑपरेशन शुरू कर पाए थे.

एनएसजी
मुंबई में चरमपंथियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई में कई एनएसजी कमांडों भी मारे गए थे

जेके दत्त ने रविवार को दिल्ली में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, "मुंबई में हमला करने वाले आतंकवादी पूरी तरह से प्रशिक्षित थे और उन्हें ताज होटल के नक्शे, भीतरी संरचना के बारे में पूरी जानकारी थी और उनके पास दो जीआरपीएस भी थे जिससे उपग्रह के ज़रिए नक्शे देखे जा सकते हैं. वो बग़ैर किसी ग़लती या अड़चन के एक जगह से दूसरी जगह जा रहे थे."

उन्होंने बताया कि एनएसजी को भी होटल के लेआउट की कॉपी मिल गई थी, हालांकि उनकी टीम के लोग चरमपंथियों की तरह होटल के लेआउट से परिचित नहीं थे.

जेके दत्त के अनुसार चरमपंथियो के ख़िलाफ़ कार्रवाई में इसलिए परेशानी हो रही थी क्योंकि तीनों जगहों यानी नारीमन हाउस, ताज और ओबेरॉय के कमरों में आग लगी थी और बड़ी तादाद में आम लोग इन जगहों पर बंधक थे या फंसे हुए थे. इस स्थिति में एनएसजी पर ये भी दबाब था कि उनकी कार्रवाई में मासूम लोग न मारे जाएँ.

जेके दत्त ने कहा, “मुझे हर्ष है कि एमएसजी की कार्रवाई से किसी आम नागरिक और बंधक के हताहत होने की कोई ख़बर नहीं है. अधिकतर लोगों की मौत चरमपंथियों की फ़ायरिंग और धमाकों की वजह से हुई. उन्होंने बताया कि चरमपंथियों ने कार्रवाई के दौरान जब़र्दस्त हथगोले फेंके, धमाके किए और फ़ायरिंग की.

 
 
मुंबई आक्रोश और संवेदना
मुंबई घटना को लेकर आक्रोश और संवेदना.
 
 
त्रासदी के बाद मुंबई त्रासदी के बाद मुंबई
मुंबई चरमपंथी त्रासदी के बाद हताशा और दहशत के माहौल में है.
 
 
मुंबई में कार्रवाई
मुंबई में कार्रवाई की नई तस्वीरें.
 
 
निशाने पर मुंबई
मुंबई की स्थिति पर ताज़ा तस्वीरें.
 
 
हमले हमले:कब क्या हुआ
मुंबई में बुधवार रात हुए चरमपंथी हमलों के पूरे घटनाक्रम पर सरसरी नज़र.
 
 
ताज ताज मुठभेड़ ख़त्म
मुंबई पर हमलों के 58 घंटे बाद ताज मुठभेड़ में चार चरमपंथी मारे गए.
 
 
इससे जुड़ी ख़बरें
मनमोहन ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
30 नवंबर, 2008 | भारत और पड़ोस
'इराक़ में भी इतना डर नहीं लगा था'
27 नवंबर, 2008 | भारत और पड़ोस
पाकिस्तान को भारत की कड़ी चेतावनी
28 नवंबर, 2008 | भारत और पड़ोस
एनएसजी के दो कमांडो मारे गए
28 नवंबर, 2008 | भारत और पड़ोस
सुर्ख़ियो में
 
 
मित्र को भेजें   कहानी छापें
 
  मौसम |हम कौन हैं | हमारा पता | गोपनीयता | मदद चाहिए
 
BBC Copyright Logo ^^ वापस ऊपर चलें
 
  पहला पन्ना | भारत और पड़ोस | खेल की दुनिया | मनोरंजन एक्सप्रेस | आपकी राय | कुछ और जानिए
 
  BBC News >> | BBC Sport >> | BBC Weather >> | BBC World Service >> | BBC Languages >>