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नौसेना ने पाकिस्तान के दो जहाज़ पकड़े
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भारतीय नौसेना ने मुंबई में हुए सुनियोजित चरमपंथी हमले में सहयोग देने के संदेह में पाकिस्तान के दो व्यापारिक जहाज़ों को पकड़ा
है.
निजी टीवी समाचार चैनल टाइम्स नाऊ की एक ख़बर के मुताबिक इन जहाज़ों ने मुंबई में हमला करने वाले चरमपंथियों को शहर के उत्तर में समुद्र में उतारा था. जहाँ से वे स्पीडबोट के जरिए शहर में दाख़िल हुए थे. इन दोनों जहाज़ों को नौसेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ़) के जल शाखा ने एक संयुक्त अभियान में गुजरात के पास समुद्र में पकड़ा. चरमपंथियों को पहुँचाया गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने नई दिल्ली में बताया कि नौसेना और बीएसएफ़ के संयुक्त अभियान में गुजरात के समुद्र में दो जहाज़ों को पकड़ा गया है. वे कराची जा रह थे. इन जहाज़ों पर मुंबई में हुए हमलों में शामिल चरमपंथियों को पहुँचाने का संदेह है. ख़ुफ़िया एजेंसियों ने जानकारी दी कि मुंबई में बुधवार रात हुए हमले में संलिप्त एक व्यापारिक जहाज़ पाकिस्तान के कराची की ओर जाने का प्रयास कर रहा है. यह जानकारी मिलने के बाद समुद्र में निगरानी रखने वाले तीनों बलों को सतर्क कर दिया गया था. इसके बाद गुजरात के समुद्र तट पर निगरानी रखने वाले सुरक्षा बल उस जहाज़ की खोज में निकल पड़े. गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक गुरुवार शाम सुरक्षा बलों ने दो जहाज़ों को देखा. उनमें एक वह जहाज़ भी था जिसके बारे में ख़ुफ़िया एजेंसियों ने सूचना दी थी. सुरक्षा बलों ने दोनों व्यापारिक जहाज़ों को रोक लिया.इन जहाज़ों की पहचान एमवी अल्फ़ा और एमवी कबीर के रूप में हुई है. तीनों सुरक्षा बलों के अधिकारियों ने इन जहाज़ों के चालक दल के सदस्यों के परिचय पत्र और अन्य कागज़ात की जाँच पड़ताल की है. मछुआरों की नाव उधर, गुजरात के शहर पोरबंदर में मछुआरों के एक संगठन ने कहा है कि चरमपंथी जिस नाव की सहायता से मुंबई के ताज़ होटल के पीछे पहुँचे थे वह पोरबंदर के मछुआरों की थी. नाव पर छह मछुआरे 13 नवंबर को मछली पकड़ने गए समुद्र में गए थे. उसके बाद से वे अबतक वापस नहीं लौटे हैं. नाव के मालिक विनोद मसानी ने बताया कि उन्हें अपने नाव के बरामदगी की जानकारी नौसेना अधिकारियों से मिली. मछुआरों के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है. नौसेना के अधिकारियों ने मसानी से पोरबंदर में पूछताछ की है. |
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