|
हत्या की अंतरराष्ट्रीय जाँच की माँग
|
||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
अमरीकी सांसद और पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की पत्नी, हिलेरी क्लिंटन ने मांग की है कि बेनज़ीर भुट्टो की हत्या के मामले
की जाँच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करवाई जानी चाहिए.
हिलेरी क्लिंटन ने यह मांग रखते हुए वर्तमान पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ के नेतृत्ववाली सरकारी की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए. उधर पाकिस्तान में बेनज़ीर भुट्टो की हत्या के बाद से जारी हिंसा में 30 से भी ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. स्थिति यह है कि बेनज़ीर की हत्या के बाद पाकिस्तान की कार्यवाहक सरकार की मुश्किलें और बढ़ती नज़र आ रही हैं. देशभर में हिंसा की ख़बरें आ रही हैं और दूसरे बड़े राजनीतिक दल के नेता नवाज़ शरीफ़ ने आगामी आम चुनावों में सुरक्षा और निष्पक्षता का सवाल उठाते हुए उनके बहिष्कार की घोषणा कर दी है. हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि बेनज़ीर भुट्टो की जाँच सही तरह से हो सके, इसके लिए जाँच का काम एक निष्पक्ष और स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय संस्था को दिया जाना चाहिए. हिलेरी क्लिंटन ने ज़ोर देते हुए कहा कि परवेज़ मुशर्रफ़ को देश में निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव जल्द से जल्द करवाने चाहिए. उधर पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो की मौत के कारणों के बारे में आ रहे अलग-अलग बयानों से इस हत्याकांड में नया मोड़ आ गया है. गुरुवार की शाम रावलपिंडी के एक चुनावी रैली को संबोधित करने के बाद हुए एक आत्मघाती हमले में बेनज़ीर भुट्टो घायल हो गई थीं. बाद में अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. हत्या पर विवाद पाकिस्तान में शुक्रवार को गृह मंत्रालय के प्रवक्ता जावेद इक़बाल चीमा ने एक संवाददाता सम्मेलन बुलाकर कहा था कि प्राथमिक जाँच से यही लगता है कि बेनज़ीर भुट्टो की मौत सिर पर लगी चोट के कारण हुई.
चीमा ने कहा था कि प्राथमिक जाँच से यही लगता है कि बेनज़ीर की मौत न गोली लगने से हुई और न ही छर्रे के कारण. गृह मंत्रालय की ओर से जारी इस बयान को पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने ठुकरा दिया था. पार्टी के वरिष्ठ अधिकारी फ़ारूक़ नाइक ने इसे झूठ का पुलिंदा बताते हुए कहा कि सरकार का ये तर्क आधारहीन है. चीमा के बयान से पहले बेनज़ीर का इलाज करने वाले एक सर्जन डॉक्टर मुस्सदिक़ ख़ान ने कहा था कि बेनज़ीर की मौत छर्रे लगने के कारण से हो सकती है. जबकि बेनज़ीर भुट्टो के सुरक्षा सलाहकार रहमान मलिक ने कहा था कि बेनज़ीर को गले और सीने में गोली मारी गई थी. जावेद इक़बाल चीमा ने यह भी कहा कि बेनज़ीर भुट्टो की मौत के लिए अल क़ायदा और तालेबान ज़िम्मेदार है. हत्या के बाद हिंसा उधर बेनज़ीर की हत्या के बाद पाकिस्तान की स्थितियाँ और बिगड़ती जा रही है. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की ओर से अभी तक बेनज़ीर के विकल्प के तौर पर कोई दूसरा नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है. वहीं नवाज़ शरीफ़ ने आगामी आम चुनावों के बहिष्कार की घोषणा करके राजनीतिक संकट को और गहरा कर दिया है. राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ पर इस बात के लिए चारो ओर से दबाव पड़ता दिखाई दे रहा है कि बेनज़ीर भुट्टो की हत्या के मामले की जाँच स्वतंत्र एजेंसी से करवाई जाए. बेनज़ीर भुट्टो की हत्या के बाद शुरू हुई आगज़नी और झड़पों में सबसे ज़्यादा मौतें सिंध प्रांत में हुईं हैं. |
इससे जुड़ी ख़बरें
थार एक्सप्रेस रद्द करने का फ़ैसला28 दिसंबर, 2007 | भारत और पड़ोस
भुट्टो के बाद पाकिस्तान का भविष्य28 दिसंबर, 2007 | भारत और पड़ोस
सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क किया गया28 दिसंबर, 2007 | भारत और पड़ोस
बेनज़ीर हत्याकांड में नया मोड़28 दिसंबर, 2007 | भारत और पड़ोस
'पूरब की बेटी का क़त्ल'28 दिसंबर, 2007 | भारत और पड़ोस
पिता के पास ही दफ़न हुईं बेनज़ीर 28 दिसंबर, 2007 | भारत और पड़ोस
बेनज़ीर सुपुर्द-ए-ख़ाक28 दिसंबर, 2007 | भारत और पड़ोस
बेनज़ीर भुट्टो की हत्या27 दिसंबर, 2007 | भारत और पड़ोस
|
||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
|
|||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||