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असम में बम विस्फोट, 15 घायल | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम के तिनसुकिया शहर में हुए बम विस्फोट में कम से कम 15 लोग घायल हो गए हैं. इनमें से चार की हालत गंभीर है. यह विस्फोट चाय की एक दुकान के बाहर शुक्रवार सुबह हुआ. एक दिन पहले यानी गुरूवार को असम की राजधानी गुवाहाटी में भारतीय खाद्य निगम के एक गोदाम में भी बम फटा था जिसमें दो कर्मचारियों को चोटें आईं थीं. असम के पुलिस प्रमुख आरएन माथुर ने इन दोनों बम विस्फोटों के लिए अलगाववादी संगठन यूनाइटेड लिब्रेशन फ़्रंट ऑफ़ असम(अल्फ़ा) को दोषी ठहराया है. पुलिस प्रमुख माथुर ने बताया कि इस चाय की दुकान पर हिंदीभाषी लोग अक्सर आया करते थे. शायद इसीलिए दुकान को निशाना बनाया गया. हिंसा घायलों में अधिकतर हिंदीभाषी प्रवासी लोग हैं जिनपर अल्फ़ा इस साल की शुरूआत से ही हमले कर रहा है. अल्फ़ा के इन हमलों में अबतक 80 से अधिक प्रवासियों की मौत हो चुकी है. पिछले 30 दिनों में सेना के अभियानों के चलते अलगाववादी संगठनों के कुछ कमांडरों सहित क़रीब 30 विद्रोही मारे गए हैं. गुरूवार को सेना की कार्रवाई में तीन अल्फ़ा विद्रोही मारे गए थे. भारत सरकार और अल्फ़ा के बीच वार्ता पिछले सितंबर में टूट गई थी जब अल्फ़ा ने असम की संप्रभुता के मुद्दे को भी बातचीत में मुख्य विषय की तरह शामिल करने को कहा था. | इससे जुड़ी ख़बरें असम में वरिष्ठ अधिकारी का अपहरण18 अप्रैल, 2007 | भारत और पड़ोस असम की हज़ारों लापता महिलाओं की कहानी11 अप्रैल, 2007 | भारत और पड़ोस असम में आठ अलगाववादी मारे गए10 अप्रैल, 2007 | भारत और पड़ोस 'असम में जनमत संग्रह कराया जाए'18 फ़रवरी, 2007 | भारत और पड़ोस कांग्रेस के एक और नेता की हत्या24 जनवरी, 2007 | भारत और पड़ोस असम में हिंसा के लिए कौन हैं ज़िम्मेदार?20 जनवरी, 2007 | भारत और पड़ोस | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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