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कांग्रेस के एक और नेता की हत्या | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
असम में अलगाववादी संगठन अल्फ़ा के संदिग्ध हथियारबंद दस्ते ने एक हफ़्ते के भीतर सत्तारुढ़ कांग्रेस पार्टी के दूसरे स्थानीय नेता की हत्या कर दी है. पुलिस का कहना है कि तीन सशस्त्र अलगाववादी कांग्रेस के नेता चंद्र चेतिया के घर में घुस गए और स्वचालित हथियारों से ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी. इस गोलीबारी में चेतिया मौके पर ही मारे गए. वे डिब्रूगढ़ ज़िले में स्थित तरानी सचानी ग्राम परिषद के प्रमुख थे. यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम यानी अल्फ़ा ने कुछ दिनों पहले सत्तारुढ़ पार्टी के नेताओं को निशाना बनाने की धमकी दी थी. अल्फ़ा का कहना है कि उसके ख़िलाफ़ जारी सैन्य अभियान ख़त्म होने तक इस तरह के हमले जारी रहेंगे. मंगलवार को भी संदिग्ध अलगाववादियों ने दो बम विस्फोट किए जिनमें एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई और नौ अन्य घायल हुए थे. पुलिस ने विस्फोट के लिए अल्फ़ा को ज़िम्मेदार ठहराया है लेकिन अभी तक किसी संगठन ने इसकी ज़िम्मेदारी नहीं ली है. पिछले वर्ष सितंबर में अल्फ़ा और केंद्र सरकार के बीच शांति वार्ता टूटने के बाद से ही राज्य में हिंसा में तेज़ी आई है. ये हिंसा इस वर्ष शुरू में तेज़ हुई जब 70 से अधिक हिंदीभाषी लोग इसकी चपेट में मारे गए. | इससे जुड़ी ख़बरें असम में दो धमाके, एक की मौत23 जनवरी, 2007 | भारत और पड़ोस असम में धमाका, एक की मौत21 जनवरी, 2007 | भारत और पड़ोस असम में फिर हिंसा, एक की मौत19 जनवरी, 2007 | भारत और पड़ोस अल्फ़ा ने हिंदीभाषियों को फिर चेतावनी दी18 जनवरी, 2007 | भारत और पड़ोस गुवाहाटी में बम विस्फोट में 21 घायल17 जनवरी, 2007 | भारत और पड़ोस 'किसी भी स्थिति में हिंसा बर्दाश्त नहीं'16 जनवरी, 2007 | भारत और पड़ोस 'अल्फ़ा हिंसा छोड़े तो बातचीत संभव'12 जनवरी, 2007 | भारत और पड़ोस | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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