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तालेबान से ज़्यादा बड़ा ख़तरा: मुशर्रफ़ | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ ने कहा है कि अफ़ग़ानिस्तान में शांति और स्थायित्व के लिए अल क़ायदा से तालेबान ज़्यादा बड़ा खतरा है. ब्रसेल्स में यूरोपीय संसद में दिए अपने भाषण में राष्ट्रपति मुशर्रफ़ ने कहा कि तालेबान को अफ़ग़ानिस्तान में लोकप्रियता हासिल है लेकिन अल क़ायदा के साथ ऐसा नहीं है. उनका कहना था कि तालेबान वहाँ राष्ट्रीय स्तर पर संघर्ष की शुरुआत कर सकता है. इस आलोचना के जवाब में कि पाकिस्तान अपनी सीमा पर चरमपंथियों की रोकथाम के पर्याप्त उपाय नहीं कर रहा है, राष्ट्रपति मुशर्रफ़ ने कहा कि पाकिस्तान ने सीमा पर 50 हज़ार सैनिक तैनात किए हैं और संघर्ष में चार सौ सैनिकों की जान जा चुकी है. हाल में राष्ट्रपति मुशर्रफ़ अफ़ग़ानिस्तान की यात्रा पर गए थे और वहाँ उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करज़ई से वादा किया था कि वे सीमा से चरमपंथियों की घुसपैठ रोकने के लिए एक दूसरे का सहयोग करेंगे. उल्लेखनीय है कि अफ़ग़ानिस्तान के इस आरोप के बाद कि 'सीमापार से संचालित किए जा रहे तालेबान हमलों को रोकने के लिए पाकिस्तान ने कुछ नहीं किया', दोनों देशों के बीच रिश्तों में खटास आ गई थी. हाल में पाकिस्तान सरकार ने उत्तरी वज़ीरिस्तान में तालेबान समर्थक चरमपंथियों के साथ इलाक़े में शांति स्थापित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. इस समझौते के तहत वज़ीरिस्तान के क़बायली अपने यहाँ से सभी विदेशी चरमपंथियों को बाहर निकालेंगे और इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि सीमापार से हमले न हों. हालांकि पाकिस्तान के इस फ़ैसले पर सवाल भी उठ रहे हैं. | इससे जुड़ी ख़बरें मुशर्रफ़ को 'सार्थक' बातचीत की उम्मीद 11 सितंबर, 2006 | भारत और पड़ोस 'पाकिस्तान आतंकवाद पर संजीदा नहीं'12 सितंबर, 2006 | भारत और पड़ोस घुसपैठ रोकने के लिए मदद का वादा06 सितंबर, 2006 | भारत और पड़ोस तालेबान को लेकर पाक-अफ़गान वार्ता24 जून, 2006 | भारत और पड़ोस प्रशिक्षण शिविरों से करज़ई चिंतित02 जुलाई, 2006 | भारत और पड़ोस अफ़ग़ानिस्तान में बढ़ती हिंसा की वजह20 अगस्त, 2006 | भारत और पड़ोस 'कंधार में 200 तालेबान लड़ाके मारे गए'03 सितंबर, 2006 | भारत और पड़ोस उत्तरी वज़ीरिस्तान में समझौता05 सितंबर, 2006 | भारत और पड़ोस | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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