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बेनज़ीर सरकार से बातचीत के लिए तैयार | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की नेता बेनज़ीर भुट्टो ने पाकिस्तान में सरकार और राजनीतिक पार्टियों के बीच हो रही बातचीत को एक अच्छा संकेत बताया है. उन्होंने लंदन में बीबीसी के साथ एक बातचीत में पहली बार ये कहा कि उनकी पार्टी पाकिस्तान सरकार के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है. मगर उन्होंने कहा कि पहले पाकिस्तान सरकार को इस बारे में अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी. बेनज़ीर ने ये भी बताया कि वे 1999 से ही पाकिस्तान सरकार के साथ संपर्क में हैं. वापसी पाकिस्तान वापस लौटने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि वे वहाँ ज़रूर जाना चाहती हैं मगर पाकिस्तान सरकार का रूख़ अस्पष्ट है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार उनके पास मिले-जुले संकेत भेज रही हैं. बेनज़ीर ने कहा,"एक तरफ़ तो कहा जा रहा है कि आप स्वतंत्र हैं और दूसरी तरफ़ कहा जा रहा है कि मैं हर जगह नहीं जा सकती". उन्होंने कहा कि वतन वापस जाना उनका हक़ है. बेनज़ीर ने ये भी कहा कि आनेवाले दिनों में अगर कोई राजनीतिक अवसर आया तो वे उसका फ़ायदा ज़रूर उठाएँगी. चुनाव बेनज़ीर भुट्टो ने पाकिस्तान में 2002 में हुए चुनाव को ग़लत बताते हुए वहाँ दोबारा चुनाव करवाए जाने की माँग की. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बिरादरी ने ऐसे संकेत दिए हैं कि इस चुनाव में धाँधली हुई. बेनज़ीर ने कहा,"इन चुनावों पर एक दाग़ लगा है और एक एसेंबली नाकाम भी रही. तो जब व्यवस्था ना चले तो फिर ऐसे में कोई और इंतज़ाम किया जाना चाहिए. उन्होंने यूक्रेन का उदाहरण देते हुए कहा कि जब वहाँ दोबारा चुनाव हो सकते हैं तो पाकिस्तान में दोबारा चुनाव क्यों नहीं करवाए जा सकते. |
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