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सुन्नी नेता ने दीवार बनाने की निंदा की | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
इराक़ में एक वरिष्ठ सुन्नी राजनेता ने राजधानी बग़दाद में सुन्नी और शिया इलाक़ों को अलग करने के लिए दीवार बनाने की अमरीकी योजना की कड़ी भर्त्सना की है. संसद में सबसे बड़े सुन्नी धड़े का नेतृत्व करने वाले अदनान अल दुलैमी ने कहा है कि इस क़दम से दोनों समुदायों में और तनाव बढ़ेगा. अमरीकी बलों का कहना है कि अदमिया को पास के शिया ज़िलों से अलग करने के लिए दीवार बनाने से शिया सुन्नी हिंसा में कमी आएगी. हालांकि अदमिया में रहने वाले कुछ लोगों का कहना है कि यह दीवार उनके इलाक़े को जेल बना देगी. यहां रहने वाले एक व्यक्ति अरकन सईद ने बीबीसी से कहा ' अमरीकी हमारे लिए और मुसीबतें खड़ी कर रहे हैं. वो हमसे कह रहे हैं कि दीवार के ज़रिए हमें शिया चरमपंथियों से बचाएंगे और शियाओं से जाकर कहते हैं कि दीवार से वो उन्हें हमसे बचाएंगे.लेकिन असल में शिया सुन्नी के बीच हिंसा अमरीकियों ने शुरु की है. ' अदमिया शिया मुस्लिम इलाक़े के पास पड़ता है और आए दिन दोनों पक्षों में हिंसा होती रहती है. अमरीकी सेनाओं ने 10 अप्रैल से इस इलाक़े में पांच किलोमीटर लंबी दीवार बनाने का काम शुरु किया है और महीने के अंत तक इसके पूरा होने की उम्मीद है. भारी सुरक्षा के बीच अमरीकी सैनिक रात में भी दीवार बनाने के काम को अंजाम दे रहे हैं. दीवार बनने के बाद अदमिया के लोग निश्चित चेक नाकों से होकर ही अदमिया में प्रवेश कर सकेंगे.
अदनान अल दुलैमी का कहना है कि यह दीवार एक विपत्ति साबित होने वाली है. इराक़ी संवाद समिति से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि इससे अदमिया पूरे बग़दाद से अलग हो जाएगा और हिंसा बढ़ जाएगी. इलाक़े में रहने वाली एक महिला उम हैदर ने संवाद समिति एएफपी से कहा ' पड़ोसी इलाक़ों के बीच दीवार खड़ी करना कोई समाधान नहीं है. अगर ऐसा होता तो पूरे बग़दाद को ही दीवारों से घेर दिया जाता. ' एक अन्य निवासी मुस्तफा कहते हैं कि वो इस दीवार का विरोध करते हैं. उधर दुलैमी का कहना है कि यह दीवार अदमिया के लोगों के लिए सामूहिक सज़ा जैसी है. पिछले कुछ समय में इराक़ी और अमरीकी सुरक्षा बलों ने बग़दाद के कई इलाक़ों में ऐसी छोटी छोटी दीवारें बनाई हैं लेकिन हिंसक घटनाओं में कमी की जगह बढ़ोतरी ही हुई है. ' | इससे जुड़ी ख़बरें इराक़ी शरणार्थी समस्या पर सम्मेलन17 अप्रैल, 2007 | पहला पन्ना सद्र गुट से जुड़े मंत्रियों ने इस्तीफ़ा दिया16 अप्रैल, 2007 | पहला पन्ना 'इराक़ी कैबिनेट से हटने की धमकी'15 अप्रैल, 2007 | पहला पन्ना बग़दाद में कई विस्फोट, 60 की मौत15 अप्रैल, 2007 | पहला पन्ना इराक़ में धमाके, लगभग 50 की मौत14 अप्रैल, 2007 | पहला पन्ना हज़ारों की संख्या में शियाओं का प्रदर्शन09 अप्रैल, 2007 | पहला पन्ना 'अमरीकी सैनिकों से इराक़ छोड़ने को कहें'08 अप्रैल, 2007 | पहला पन्ना 'शिया लड़ाकों ने गतिविधियाँ रोकीं'01 अप्रैल, 2007 | पहला पन्ना इंटरनेट लिंक्स बीबीसी बाहरी वेबसाइट की विषय सामग्री के लिए ज़िम्मेदार नहीं है. | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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