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'ब्रितानी सैनिक 2006 तक हट सकते हैं' | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
इराक़ के राष्ट्रपति जलाल तालाबानी ने कहा है कि ब्रितानी सैनिक संभवतः साल 2006 के अंत तक इराक़ से वापिस लौट सकती हैं. लेकिन जलाल तालाबानी ने आगाह किया है कि इराक़ में मौजूद बहुराष्ट्रीय सैनिक अगर तुरंत हटाए गए तो इससे 'संकट' पैदा हो सकता है और देश गृह युद्ध की तरफ़ जा सकता है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो इसके परिणाम पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र के लिए ख़तरनाक हो सकता है. जलाल तालाबानी ने ब्रिटेन के आईटीवी चैनल को बताया कि इराक़ी नहीं चाहते हैं कि विदेशी सैनिक उनके यहाँ अनिश्चितकाल तक के लिए टिके रहें. उन्होंने कहा, "एक साल के भीतर... इराक़ी सैनिक देश के दक्षिण में तैनात ब्रितानी सैनिकों का स्थान लेने के लिए तैयार हो जाएंगे." जब तालाबानी से यह पूछा गया कि साल 2006 के अंत तक ब्रितानी सैनिकों के हटने को क्या उनका ठोस वादा माना जाए तो उनका कहना था कि उन्होंने इस बारे में कोई बातचीत नहीं की है और "स्थिति के बारे में यह उनका सिर्फ़ अंदाज़ा है." तालाबानी ने कहा, "इराक़ में एक भी आदमी ऐसा नहीं है जो विदेशी सैनिकों को देश में हमेशा के लिए टिके देखना चाहता है." उन्होंने कहा कि वह भलीभाँति समझते हैं कि ब्रितानी लोग अपने सैनिकों की जल्दी से जल्दी वापसी चाहते हैं, "ब्रितानी लोगों यह कहने का पूरा अधिकार है कि उनके संबंधी वापिस लौटें, ख़ासतौर से अगर वह अपना मुख्य काम पूरा कर दें, जो तानाशाही को समाप्त करना था." तालाबानी ने कहा कि सैनिकों की वापसी चरणबद्ध तरीक़े से होनी चाहिए और इसके लिए इराक़ी अधिकारियों और गठबंधन में शामिल देशों के बीच पूरा तालमेल होना चाहिए. | इससे जुड़ी ख़बरें 'इराक़ में राष्ट्रीय सुलह-सफ़ाई की ज़रूरत'12 नवंबर, 2005 | पहला पन्ना सद्दाम के सहयोगी की मौत की पुष्टि12 नवंबर, 2005 | पहला पन्ना सद्दाम के निकट सहयोगी की 'मौत'11 नवंबर, 2005 | पहला पन्ना कॉन्डोलिज़ा राइस का अचानक इराक़ दौरा11 नवंबर, 2005 | पहला पन्ना इंटरनेट लिंक्स बीबीसी बाहरी वेबसाइट की विषय सामग्री के लिए ज़िम्मेदार नहीं है. | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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