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'सद्दाम हुसैन ने गुनाह नहीं क़बूल किया' | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
इराक़ के पूर्व राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन की क़ानूनी टीम के प्रमुख ख़लील दुलैमी ने इस बात से इनकार किया है कि सद्दाम हुसैन ने कुर्दों के नरसंहार के मामले में अपना अपराध स्वीकार किया है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने ख़लील दुलैमी का बयान जारी किया है. जिसमें उन्होंने कहा है कि सद्दाम हुसैन ने कोई अपराध स्वीकार नहीं किया है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जाँच में भी उन्हें अभी दोषी नहीं ठहराया गया है. मंगलवार रात को ही इराक़ के राष्ट्रपति जलाल तलाबानी ने कहा था कि सद्दाम हुसैन ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. राष्ट्रपति तलाबानी ने तो यहाँ तक कह दिया था कि सद्दाम हुसैन को 20 बार फाँसी पर लटकाया जाना चाहिए. सद्दाम हुसैन पर अगले महीने से मुक़दमा शुरू होने वाला है. लेकिन उनकी क़ानूनी टीम इस आधार पर इसे टालने की बात कह रही है कि उन्हें तैयारी के लिए पर्याप्त समय नहीं मिला है. दावा मंगलवार की रात इराक़ के राष्ट्रपति जलाल तलाबानी ने दावा किया था कि सद्दाम हुसैन ने उन अपराधों को स्वीकार कर लिया है जो कथित रूप से उनके शासनकाल के दौरान हुए. राष्ट्रपति तलाबानी ने इराक़ी टेलीविज़न पर एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि सद्दाम हुसैन ने जाँच कर रहे जज के सामने अपना गुनाह क़बूल किया है और इन अपराधों में हज़ारों कुर्दों की हत्या का मामला भी शामिल हैं. सद्दाम हुसैन पर अगले महीने दुजैल शहर में हुए एक अन्य नरसंहार के मामले में मुक़दमा शुरू हो रहा है. इसके बाद भी कई अन्य मामलों में सद्दाम हुसैन पर मुक़दमा चलाया जाना है. इराक़ी सरकार ने पिछले सप्ताह ही इस बात की पुष्टि की थी कि सद्दाम हुसैन पर 19 अक्तूबर से मुक़दमा शुरू होगा. सद्दाम हुसैन के साथ-साथ उनके कई क़रीबी सहयोगियों पर भी मुक़दमा शुरू होने वाला है. इनमें बग़दाद के उत्तर में स्थित एक शहर में 143 शिया मुसलमानों की हत्या का मामला भी शामिल है. |
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