|
इसराइल में विस्फोट में तीन मरे | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
इसराइल के तटीय शहर नेतन्या में एक शॉपिंग सेंटर में हुए विस्फोट में तीन लोग मारे गए हैं और तीस अन्य घायल हुए हैं. पुलिस का कहना है कि मारे जाने वाले लोगों में आत्मघाती हमलावर भी शामिल था. फ़लस्तीनी चरमपंथी संगठन इस्लामिक जिहाद ने इस हमले की ज़िम्मेदारी ली है और बताया है कि हमलावर पश्चिमी तट का रहने वाला 18 वर्षीय नौजवान था. फ़रवरी महीने में तेल अवीव के एक नाइट क्लब में हुए विस्फोट के बाद इसराइली सीमा के भीतर यह पहला आत्मघाती हमला है. फ़लस्तीनी नेता महमूद अब्बास ने हमलावरो को 'गद्दार' करार दिया है जो फ़लस्तीनी हितों के ख़िलाफ़ काम कर रहे हैं. अमरीका ने भी इन हमलों की निंदा करते हुए कहा है कि ये 'नाजायज़ हमले' हैं जिनमें आम नागरिकों को निशाना बनाया गया है. 'मूर्खतापूर्ण हमला' प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हमलावर ने शॉपिंग सेंटर में घुसने की कोशिश की लेकिन सुरक्षा गार्डों ने उसे बाहर ही रोक दिया जिसके बाद उसने धमाका कर दिया. इन दिनों इसराइल में स्कूलों की छुट्टियाँ चल रही हैं इसलिए आशंका व्यक्त की जा रही है कि घायलों में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे शामिल हो सकते हैं. फ़लस्तीनी नेता महमूद अब्बास ने कहा है कि इस 'मूर्खतापूर्ण' हमले के लिए दोषी लोगों को सज़ा मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा, "जब इसराइल 22 यहूदी बस्तियों को ग़ज़ा पट्टी और पश्चिमी तट से हटा रहा है ऐसे में कोई समझदार व्यक्ति ऐसी हरकत नहीं कर सकता." इसराइली सरकार पिछले काफ़ी समय से महमूद अब्बास से माँग करती रही है वह चरमपंथी हमलावरों को रोकें. |
| |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||