|
गज़ा पट्टी में झड़प, सेना सतर्क | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
गज़ा पट्टी से यहूदी बस्तियों को हटाए जाने का विरोध कर रहे लोगों के साथ इसराइली सैनिकों और पुलिसकर्मियों की झड़पें हुई हैं. बस्तियों में रहने वाले कुछ उग्र लोगों ने मुख्य राजमार्ग पर पत्थर फेंके. ख़बरों के अनुसार इससे तेल अवीव से यरूशलम जा रही 20 कारों को नुक़सान पहुँचा है. इसराइल के प्रधानमंत्री अरियल शेरॉन ने कहा है कि वे यहूदी बस्तियों को हटाए जाने का विरोध कर रहे शरारती तत्त्वों से कड़ाई के साथ निपटेंगे. योजना का विरोध कर रहे कई लोगों को हिरासत में भी लिया गया है. एक पुलिस प्रवक्ता याकोव पेलेग ने इसराइली आर्मी रेडियो को बताया, "हमें ये सूचना मिली है कि लोग कई बुनियादी सुविधाओं को नुक़सान पहुँचाने की कोशिश करेंगे. ये बहुत ही ख़तरनाक मामला है." पुलिस का कहना है कि यह राहत की बात है कि कोई बड़ी घटना नहीं हुई है. शाम को यातायात व्यवस्था ठीक तरह से काम करे- इसके लिए हज़ारों की संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. एक अन्य घटना में समाचार एजेंसी एपी ने ख़बर दी है कि गज़ा पट्टी में रहने वाले एक इसराइली किसान ने अपना ग्रीनहाउस नष्ट करना शुरू कर दिया है. समाचार एजेंसी का कहना है कि यह किसान इसराइल के शक्तिशाली कृषि क्षेत्र का पहला ऐसा व्यक्ति है जो अगस्त में यहूदी बस्तियों को हटाए जाने की योजना के अंतर्गत तैयारी कर रहा है. योजना के तहत जो लोग अपने आप ही इलाक़ा छोड़ कर चले जाएँगे उन्हें मुआवज़े के रूप में अच्छी-ख़ासी रकम मिलेगी और गज़ा के उत्तर में रहने के लिए नया घर भी मिलेगा. योजना के तहत 15 अगस्त से यहूदी बस्तियों को हटाए जाने की कार्रवाई शुरू होगी. गज़ा पट्टी से सभी 21 यहूदी बस्तियाँ हटाई जाएँगी जबकि पश्चिमी तट की 120 बस्तियों में से चार हटाई जाएँगी. |
| |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||