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इराक़ में 31 अमरीकी सैनिक मारे गए | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
पश्चिमी इराक़ में हुई एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में कम से कम 31 अमरीकी मरीन सैनिक मारे गए हैं. अमरीकी सैनिक अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. यह इराक़ में अमरीकी सैनिकों के लिए सबसे बड़ा नुक़सान है. अमरीकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन के सूत्रों ने बीबीसी को बताया कि फ़र्स्ट मरीन डिविज़न के सैनिकों को ले जा रहा सीएच-53 यात्री हेलिकॉप्टर ख़राब मौसम के कारण जॉर्डन सीमा के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया. बुधवार तड़के हुई इस दुर्घटना के बाद खोजी दस्ते को रुत्बा के इलाक़े में भेजा गया है. अमरीकी सैनिक अधिकारियों ने दुर्घटना के कारणों और मरने वालों की संख्या बताने में कई घंटे लगाए. इससे पहले इराक़ में अमरीकी सैनिकों को सबसे बड़ा नुक़सान उस समय हुआ था जब मूसल में हुए एक धमाके में 18 अमरीकी सैनिक मारे गए थे. उस समय अमरीकी सैनिक अड्डे के डाइनिंग हॉल में आत्मघाती बम धमाके में चार इराक़ी सहित कुल 22 लोग मारे गए थे. इराक़ में अमरीकी कार्रवाई के बाद से कई बार हेलिकॉप्टर दुर्घटनाएँ हुई हैं. जिसमें कई अमरीकी मारे गए हैं. 15 नवंबर 2003 को 17 अमरीकी सैनिक उस समय मारे गए जब दो ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर आपस में टकरा गए. इससे दो सप्ताह पहले ही फ़लूजा के निकट एक चिनुक हेलिकॉप्टर को मार गिराया गया था जिसमें 16 अमरीकी सैनिक मारे गए थे. |
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