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कार बमों से दहला इराक़ | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
इराक़ में रविवार को होने वाले चुनाव से पहले एक के बाद एक कई कार बम विस्फोट हुए हैं. उत्तरी शहर किरकुक के निकट रियाद नगर में हुए तीन कार बम विस्फोटों में कम से कम पाँच लोग मारे गए हैं. अन्य हमलों में चरमपंथियों ने राजनीतिक दलों के कार्यालयों को, अमरीकी सेना के काफ़िले को और मतदान केंद्र बनाए गए स्कूलों को निशाना बनाया. इस बीच अमरीकी मरीन सैनिकों ने पश्चिमी इराक़ में एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना के बाद खोज और बचाव कार्य शुरू किया है. अमरीकी सेना के अनुसार दुर्घटना की वजह की जाँच हो रही है. इसमें किसी के मारे जाने की कोई सूचना नहीं है. 'बंधक का टेप' रियाद सुन्नी मुसलमान बहुल शहर है और वहाँ हुए कार बम विस्फोट में जो पाँच लोग मारे गए उनमें से तीन पुलिसकर्मी हैं. लगभग उसी समय एक अमरीकी सेना के काफ़िले को कार बम के ज़रिए निशाना बनाया गया और तीसरा कार बम उसके 15 मिनट बाद फटा. उधर उत्तरी शहर मूसल में चरमपंथियों ने एक वीडियो टेप जारी किया है जिसमें तीन इराक़ियों को बंधक के रूप में दिखाया गया है. चरमपंथियों का दावा है कि वे लोग चुनावकर्मी थे. हिंसा की एक अन्य घटना में तिकरित में इराक़ी पासपोर्ट कार्यालय के पास हुए कार बम विस्फोट में एक व्यक्ति मारा गया और दो अन्य घायल हो गए. स्कूल निशाने पर चरमपंथियों ने चुनाव के लिए मतदान केंद्रों के तौर पर इस्तेमाल होने वाले दो स्कूलों को बग़दाद में निशाना बनाया है. तीसरे स्कूल में भी एक बम पाया गया जिसे निष्क्रिय कर दिया गया. अमरीकी सेना का कहना है कि उसने बग़दाद के आस पास के इलाक़ों में अलग-अलग जगह कम से कम छह बम निष्क्रिय किए हैं. |
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