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अमरीकी सेना पर अलावी का आरोप | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
इराक़ के अंतरिम प्रधानमंत्री ने अमरीका के नेतृत्व वाली सेना पर आरोप लगाया है कि उनकी लापरवाही की वजह से शनिवार को एक सुनसान सड़क पर 49 प्रशिक्षु सैनिकों की हत्या हुई थी. प्रधानमंत्री ईयाद अलावी ने इराक़ी महासभा को बताया, “गठबंधन सेना के कुछ सैनिकों ने बहुत लापरवाही बरती है.” उन्होंने इन हत्याओं की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि ये राष्ट्रीय गार्ड के ख़िलाफ़ एक “घिनौना अपराध” है और इसकी जाँच की जा रही है. ईरान की सीमा के पास हथियारबंद हमालावरों ने पुलिसकर्मी बनकर निहत्थे प्रशिक्षु सैनिकों की तीन बसों को रोका और ड्राईवर समेत सभी को गोलियों से भून दिया. प्रधानमंत्री ने ये स्पष्ट नहीं बताया कि कैसे विदेशी सैनिक इन प्रशिक्षु सैनिकों को बचाने में नाकामयाब रहे. इन लोगों को हाल ही में सेना में भर्ती किया गया था और वे शुरुआती ट्रेनिंग पूरी कर घर लौट रहे थे. दियाला प्रांत के उप-गवर्नर ने इस बात की संभावना जताई है कि हमलावरों और सुरक्षा बल के कुछ सदस्यों के बीच सांठ-गांठ थी. तौहीद उल जीहाद संगठन के प्रमुख अबु मुसाब अल-ज़रक़ावी ने इन हत्याओं की ज़िम्मेदारी ली है. |
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