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इराक़ में अमरीकी जहाज़ पर हमला | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
इराक़ में 30 जून को सत्ता हस्तांतरण से पहले हिंसा का दौर जारी है. अमरीकी सेना का कहना है कि उसका एक परिवहन विमान बग़दाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के बाद ही बंदूकों से हमला किया गया जिसमें विमान पर सवार लोगों में से एक की मौत हो गई. अमरीकी सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि सी-13 नामक यह विमान हमले के बाद बग़दाद हवाई अड्डे पर ही लौट आया और इसे ज़्यादा नुक़सान नहीं हुआ. उधर दिन में इराक़ में वहाँ दो कार बम धमाकों में 23 इराक़ी मारे गए हैं. इस बीच इराक़ के अंतरिम प्रधानमंत्री ईयाद अलावी ने कहा है कि वह उन इराक़ी लड़ाकों को माफ़ी दे सकते हैं जिन्होंने हताशा में अमरीकी नेतृत्व वाली सेना का प्रतिरोध किया है. अलावी ने ब्रिटेन के एक अख़बार में लिखे आलेख में यह बात की है. उन्होंने एक बार फिर कहा है कि देश में सुरक्षा व्यवस्था क़ायम करना उनकी पहली प्राथमिकता होगी. अलावी ने चेतावनी दी है कि हिंसा नहीं थमने की स्थिति में अगले साल जनवरी में होनेवाले चुनाव टल सकते हैं. विस्फोट अमरीकी सेना ने बताया है कि ये बम शनिवार शाम को हिल्ला शहर में एक मस्जिद के पास फटे. बग़दाद के दक्षिण स्थित हिला शहर अपेक्षाकृत तौर पर शांत माना जाता रहा है. स बीच अमरीका के रक्षा मंत्री डोनल्ड रम्सफ़ेल्ड ने कहा है कि इराक़ में स्थिति सामान्य हो रही है. उन्होंने बीबीसी को बताया कि वहाँ स्कूल फिर से खुल रहे हैं और शरणार्थी अपने घरों को लौट रहे हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें भरोसा है कि नई सरकार इराक़ की समस्याओं का हल ढूंढ लेगी. रम्सफ़ेल्ड ने साथ ही कहा कि पिछले कुछ महीनों में इराक़ में अमरीकी सैनिकों की संख्या बढ़कर एक लाख 41 हज़ार हो गई है. उन्होंने कहा कि ज़रूरत पड़ने पर वहाँ और सैनिकों को तैनात किया जाएगा. |
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