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इराक़ पर मतभेद दूर हो चुके हैं: बुश | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
अमरीका के राष्ट्रपति बुश ने कहा है कि इराक़ मुद्दे पर कड़वे मतभेद अब दूर हो चुके हैं और मध्य पूर्व में एक स्वतंत्र और लोकतांत्रिक इराक़ का उदय हो रहा है. उन्होंने कहा कि आयरलैंड में हुई इस बैठक में इराक़ी लोगों के लिए लोकतंत्र क़ायम करने के रचनात्मक उपायों पर विचार किया गया. राष्ट्रपति जॉर्ज बुश और यूरोपीय संघ के नेताओं ने इराक़ के लोगों को समर्थन देने के बारे में एक संयुक्त घोषणापत्र जारी किया है. आयरलैंड के ड्रोमोलैंड में हुई इस वार्षिक बैठक में इराक़ मुद्दा ही हावी रहा. बीबीसी संवाददाता केविन कोनोली का कहना है कि संयुक्त बयान में इराक़ में सहयोग बढ़ाने पर एक रूपरेखा तैयार की गई है. ग़ौरतलब है कि इराक़ मुद्दे पर अमरीका और यूरोप में ख़ासे मतभेद रहे हैं. इराक़ मुद्दे पर जॉर्ज बुश और यूरोपीय नेताओं के बीच कोई आम राय बनाना अब भी एक मुश्किल काम लग रहा है. लेकिन इराक़ में सत्ता हस्तांतरण में सिर्फ़ चंद दिन ही बचे हैं तो दोनों पक्षों ने आयरलैंड में हुई इस बैठक को इराक़ मुद्दे पर विवादों पर कोई रास्ता निकालने के लिए इस्तेमाल किया गया. दोनों पक्ष इस पर सहमत हुए हैं कि इराक़ पर हमला क्यों और कैसे हुआ, क्या ग़लत और क्या सही था, इन सवालों से आगे बढ़कर अब इराक़ के भविष्य पर ध्यान केंद्रित किया जाए. मतभेद राष्ट्रपति बुश ने बैठक के बाद कहा है कि इराक़ मुद्दे पर कड़वे मतभेद अब दूर हो चुके हैं और मध्य पूर्व में एक स्वतंत्र और लोकतांत्रिक इराक़ का उदय हो रहा है. उन्होंने कहा कि आयरलैंड में हुई इस बैठक में इराक़ी लोगों के लिए लोकतंत्र क़ायम करने के रचनात्मक उपायों पर विचार किया गया. अब अमरीका और यूरोपीय संघ के साझा बयान में इराक़ी लोगों को समर्थन और सहयोग मुहैया कराने के लिए संकल्प व्यक्त किया गया है. लेकिन यूरोपीय संघ ने प्रमुख बुनियादी सेवाएँ मुहैया कराने में सहायता करने पर ज़्यादा ज़ोर दिया है. इसके अलावा यूरोपीय संघ का ज़ोर इस बात पर भी है कि अस्थाई राष्ट्रीय एसेंबली के लिए चुनाव अगले साल जनवरी तक करा दिए जाने चाहिए. अमरीका राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने बैठक में आने से पहले कहा था कि अमरीका ने दुनिया को और सुरक्षित बनाया है लेकिन बुश के इस रुख़ का फ्रांस और जर्मनी समर्थन नहीं करते हैं. हालाँकि यूरोपीय संघ के देश इराक़ पर अमरीकी हमले के बारे में अपनी राय तो बदलने के लिए तैयार नज़र नहीं आते लेकिन अमरीका के लिए यही काफ़ी है कि अगर वे इराक़ में निर्माण कार्य में सहयोग के लिए तैयार हो जाते हैं. |
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