भारत में कोरोना
वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 9,06,752 हो गई है. इनमें से सबसे ज़्यादा संक्रमित राज्य महाराष्ट्र,
दिल्ली और तमिलनाडु हैं.
इन तीनों
राज्यों में दिल्ली, मुंबई और चेन्नई जैसे देश के सबसे बड़े महानगर हैं जहां
शुरुआती स्तर पर काफ़ी ज़्यादा मामले सामने आए थे.
लेकिन अब
जहां महाराष्ट्र और दिल्ली में कोरोना वायरस का प्रसार नियंत्रित होता दिख रहा है.
वहीं, दक्षिण
भारत में कोरोना वायरस के तेज प्रसार ने विशेषज्ञों को चिंता में डाल दिया है.
दक्षिण भारत
में विशेषत:
तेलंगाना और कर्नाटक में कोरोना वायरस तेजी से
फैल रहा है.
तेलंगाना में
अब तक 36221 लोग कोरोना वायरस संक्रमित हो चुके हैं. और कर्नाटक में 41581 लोग कोरोना
वायरस से संक्रमित हो चुके हैं.
इन दोनों राज्यों
के शहरों बेंगलुरू और हैदराबाद में आने वाले कुछ हफ़्तों में स्थिति चरम पर पहुंचने
की आशंका जताई जा रही है.
हालांकि, दक्षिण
भारत में कोरोना वायरस की सबसे ज़्यादा मार झेलने वाले तमिलनाडु में एक बार फिर
लॉकडाउन लगा दिया है.
गौतम बुद्ध नगर – सबसे ज़्यादा संक्रमित ज़िला
उत्तर प्रदेश के नोएडा में बीते 24 घंटों में 90 नए मामले सामने आए हैं जिसके बाद यहां कुल संक्रमित लोगों की संख्या 3495 हो चुकी है.
भारत में गौतमबुद्ध नगर सबसे ज़्यादा संक्रमित ज़िला बन गया है.
स्थानीय प्रशासन ने कोविड 19 के ख़िलाफ़ अपनी जंग को तेज करते हुए लोगों के घर घर जाकर टेस्टिंग करना शुरू कर दिया है.
बीते रविवार, नोएडा प्रशासन ने 4177 टेस्ट किए थे जिनमें से 3707 एंटीजन टेस्ट थे.
कई जगह लगाए गए फिर से कर्फ़्यू
पिछले कुछ दिनों में भारत में कई राज्यों और शहरों में लॉकडाउन को एक बार फिर लगाया गया है.
हाल ही में उत्तर प्रदेश ने दस जुलाई से तीन जुलाई के बीच तीन दिनों का लॉकडाउन लगाया था.
उत्तराखंड के रुद्रपुर में भी इसी तर्ज पर तीन दिन का लॉकडाउन लगाया गया है.
आंध्र प्रदेश सरकार ने तेलंगाना और कर्नाटक को अति जोख़िम पूर्ण राज्यों का दर्जा देते हुए अपनी सीमा में प्रवेश करने वालों के लिए क्वारंटीन के नए दिशा निर्देश जारी किए हैं.
वहीं, उत्तर भारत के पंजाब में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों की संख्या 8,178 हो चुकी है और अब तक 204 लोगों की मौत हो चुकी है.