अरब और मुस्लिम देशों के सम्मेलन में ग़ज़ा और लेबनान पर मोहम्मद बिन सलमान ये बोले
सऊदी अरब के रियाद में सोमवार को हुए अरब और इस्लामिक देशों के संयुक्त सम्मेलन में एक सुर में बात की गई है कि ग़जा और लेबनान में हमले रुकने चाहिए.
सारांश
11 से 22 नवंबर तक चलने वाला सीओपी 29 अज़रबैजान की राजधानी बाकू में हो रहा है
जस्टिस संजीव खन्ना भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश बन गए हैं.
राहुल गांधी ने भी एक्स पर पोस्ट करके 'बँटेंगे तो कटेंगे'और 'एक हैं तो सेफ़'हैं नारे पर प्रतिक्रिया दी.
रूस और यूक्रेन ने एक दूसरे के खिलाफ सबसे घातक ड्रोन हमले किए हैं.
लेबनान ने कहा- ताज़ा इसराइली हमले में गई सात बच्चों की जान.
एस जयशंकर ने कहा- अमेरिका को लेकर दुनिया के कई देशों में घबराहट, लेकिन भारत में नहीं
लाइव कवरेज
अभिषेक पोद्दार, कीर्ति रावत
नमस्कार!
अभी तक बीबीसी संवाददाता कीर्ति रावत इस लाइव पेज के ज़रिए आप तक ख़बरों को पहुंचा रही थीं.
मंगलवार को कुछ नई और महत्वपूर्ण ख़बरों के साथ आपसे फिर जुड़ेंगे, लेकिन जाने से पहले बता दें कि आप दिन की महत्वपूर्ण ख़बरें नीचे दिए गए लिंक्स पर क्लिक कर पढ़ सकते हैं.
- भारत का वो इलाका जहां ससुराल लड़कियों से शादी के रिश्ते से बाहर निकलने के लिए पैसे मांगते हैं. इस रिपोर्ट को पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें.
- सेंट्रल अफ्रीका के देश इक्वेटोरियल गिनी में एक वरिष्ठ शासकीय अधिकारी के 150 से 400 वीडियोज़ सोशल मीडिया पर पिछले 15 दिन में लीक हो चुके हैं. इस ख़बर को पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें.
- सऊदी अरब की सेना के जनरल चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ ईरान के दौरे पर गए हैं. इसके बाद मसूद पेज़ेश्कियान ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को फ़ोन किया है. आख़िर दोनों देशों के बीच क्या चल रहा है? पूरी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.
- मामला अदालत में है. अब जज को फ़ैसला करना है कि लगभग पच्चीस साल पहले रूपर्ट मर्डोक ने जिस मीडिया ट्रस्ट की स्थापना की थी, उसका नियंत्रण उनकी चार संतानों में से किसे सौंपा जाए. यहां क्लिक कर पढ़ें पूरी ख़बर.
अरब और मुस्लिम देशों के सम्मेलन में ग़ज़ा और लेबनान पर मोहम्मद बिन सलमान ये बोले
इमेज स्रोत, Getty Images
इमेज कैप्शन, सम्मेलन से पहले तुर्की के राष्ट्रपति और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस
सऊदी अरब के रियाद में सोमवार को हुए अरब और इस्लामिक देशों के संयुक्त सम्मेलन में एक सुर में बात की गई है कि ग़जा और लेबनान में हमले रुकने चाहिए.
फ़लस्तीनी प्राधिकरण के अध्यक्ष महमूद अब्बास ने ज़ोर देकर कहा कि "ग़ज़ा पट्टी फ़लस्तीन की ज़मीन का अभिन्न अंग है और भविष्य के किसी भी समाधान में वेस्ट बैंक और ग़ज़ा पट्टी को शामिल होना चाहिए."
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में फ़लस्तीन को एक राष्ट्र के रूप में पूर्ण सदस्यता की मंज़ूरी देने का आह्वन भी किया.
वहीं सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने सम्मेलन की शुरुआत में भाषण देते हुए कहा, "लेबनान और ग़ज़ा में तुरंत युद्ध विराम होना चाहिए."
उन्होंने ग़ज़ा में 'इसराइल की ओर से किए गए जनसंहार' की निंदा की.
इमेज स्रोत, Getty Images
इमेज कैप्शन, अरब और इस्लामी देश राष्ट्र प्रमुख रियाद पहुंचे हैं
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फ़तह अल-सीसी ने कहा कि उनका देश 'ग़ज़ा पट्टी में फ़लस्तीनी लोगों के व्यवस्थित हत्या अभियान की निंदा करता है.'
उन्होंने कहा कि उनका देश हर उस योजना जो फ़लस्तीनी मुद्दे को ख़त्म करने, चाहे स्थानीय लोगों को विस्थापित करने या ग़ज़ा पट्टी को वीरान इलाक़े में बदलने के मक़सद से लाई गई हो उसके ख़िलाफ़ रहेगा.
अल-सीसी ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में इन योजनाओं को स्वीकार नहीं किया जाएगा.
इसके अलावा लेबनान को लेकर भी मिस्र के राष्ट्रपति ने टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि उनका देश ‘लेबनान के हमारे भाइयों को’ हर मदद देने का वादा करता है.
वहीं हमास ने रविवार को अरब और इस्लामी देशों से गठबंधन बनाने की अपील की थी ताकि फ़लस्तीनी लोगों के सभी अधिकारों को बचाया जा सके. साथ ही हमास ने मांग की है कि अरब देश अपने यहां से इसराइली राजदूतों को निकालें.
हमास के नेता ओसामा हम्दान ने अपील की है कि रियाद में अरब और इस्लामी देश के नेता ‘यहूदी राष्ट्र’ से संबंध तोड़ लें.
मणिपुर में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 10 संदिग्ध चरमपंथियों की मौत, एक जवान ज़ख़्मी, दिलीप कुमार शर्मा, गुवाहाटी से बीबीसी हिंदी के लिए
इमेज कैप्शन, मणिपुर के जिरीबाम में सुरक्षाबलों और कुकी चरमपंथियों के बीच हुई मुठभेड़
मणिपुर के जिरीबाम ज़िले में सोमवार को केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों के साथ हुई एक मुठभेड़ में 10 संदिग्ध चरमपंथियों की मौत हो गई है.
इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ का एक जवान भी गंभीर रूप से घायल हुआ है. यह मुठभेड़ दोपहर के करीब 3 बजे जिरीबाम शहर से लगभग 30 किलोमीटर दूर बोरोबेकरा थाना क्षेत्र के पास एक ग्रामीण इलाके में हुई.
इंफाल में स्थित मणिपुर पुलिस के मुख्यालय में तैनात एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मुठभेड़ की इस घटना की पुष्टि करते हुए बीबीसी से कहा, "मुठभेड़ की यह घटना आज दोपहर 3 बजे की है. 10 चरमपंथियों की मौत हुई है. सीआरपीएफ का एक जवान भी घायल हुआ है. पुलिस ने इस घटना के संदर्भ में एक आपराधिक मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है."
ऐसी जानकारी है कि बोरोबेकरा थाना क्षेत्र के जकुराडोर करोंग इलाके में आज सुबह से कुछ संदिग्ध हथियारबंद चरमपंथियों ने कई हमले किए थे. उन्होंने उस गांव में खाली पड़ी कई दुकानों और घरों में आग लगा दी, जहां ज़्यादातर मैतेई समुदाय के लोग रहते हैं.
उस इलाके में स्थित सीआरपीएफ के एक कैंप को जब चरमपंथियों ने निशाना बनाने की कोशिश की तो दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि मुठभेड़ में मारे गए युवक कुकी समुदाय के चरमपंथी हैं जबकि कुकी जनजाति के सबसे बड़े संगठन कुकी-ज़ो काउंसिल ने इन लोगों को लोकल वोलंटियर बताया है.
मणिपुर पुलिस ने इस घटना पर एक बयान जारी किया है. जिसमें लिखा है, "हथियारबंद चरमपंथियों ने जिरीबाम जिले के जकुराडोर इलाके में स्थित सीआरपीएफ के एक पोस्ट पर हमला कर दिया. जिसके बाद बचाव में सुरक्षाबलों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की. इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ के एक जवान संजीव कुमार को गोली लगी है. फिलहाल उन्हें असम के सिलचर स्थित मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है."
इमेज स्रोत, https://x.com/manipur_police
इमेज कैप्शन, कथित कुकी चरमपंथियों से बरामद किए गए हथियार
मणिपुर पुलिस ने अपने बयान में बताया है कि 40 से 45 मिनट की फायरिंग के बाद सुरक्षाबलों ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर स्थिति को नियंत्रण में ले लिया था. इसके बाद जब इलाके में सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया तो 10 चरमपंथियों के शव बरामद किए गए. इस दौरान घटनास्थल से सुरक्षाबलों ने भारी तादाद में हथियार और गोला बारूद बरामद किया है.
एक जानकारी ये भी मिली है कि इस घटना के बाद से पांच नागरिक लापता हैं. ये सभी मैतेई समुदाय के बताए गए हैं.
पुलिस को अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि लापता लोगों को अगवा किया गया है या वो कहीं छिपे हुए हैं.
दरअसल बीते गुरुवार को जिरीबाम जिले में कुकी कबीले की एक 31 साल की आदिवासी महिला की हथियारबंद चरमपंथियों के हमले में मौत हो गई थी. उस घटना के बाद से इलाके में हिंसा और तनाव का माहौल बना हुआ है.
कुकी जनजाति के प्रमुख संगठन कुकी-ज़ो काउंसिल ने मुठभेड़ की घटना पर दुख जताते हुए पीड़ितों के सम्मान में सामूहिक दुख और एकजुटता व्यक्त करने के लिए कल सुबह 5 बजे से शाम 6 बजे तक कुकी बहुल इलाकों में पूर्ण बंद की घोषणा की है.
यूपी लोकसेवा आयोग के बाहर छात्रों का प्रदर्शन, पुलिस ने किया लाठीचार्ज, सैय्यद मोज़िज़ इमाम, बीबीसी संवाददाता
इमेज कैप्शन, प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज करती उत्तर प्रदेश पुलिस
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में यूपी लोकसेवा आयोग के दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है.
छात्र पीसीएस-2024 की प्री और आरओ एआरओ प्री परीक्षा को दो दिन में कराए जाने का विरोध कर रहे हैं.
सोमवार सुबह करीब 11 बजे से शुरू हुआ अभ्यर्थियों का प्रदर्शन अब भी जारी है.
नॉर्मलाइज़ेशन व्यवस्था लागू होने का भी अभ्यर्थी विरोध कर रहे हैं. अभ्यर्थियों की मांग है कि परीक्षा एक दिन और एक ही शिफ्ट में कराई जाएं.
अभ्यर्थियों का कहना है कि नोटिफिकेशन के बाद कोई नया नियम नहीं लाया जा सकता. उन्होंने कहा कि मांगें पूरी नहीं होने तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.
प्रदर्शनकारी छात्रों के मुताबिक, आयोग ने नोटिफिकेशन में एक ही दिन परीक्षा कराए जाने की बात कही है. नियमों के मुताबिक नोटिफिकेशन के अनुसार ही परीक्षा कराई जानी चाहिए.
पीसीएस प्री 2024 परीक्षा 7 और 8 दिसंबर को आयोजित की जाएगी. जबकि आरओ/एआरओ प्रारंभिक 2023 परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को कराई जाएगी.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इन छात्रों का समर्थन किया और आरोप लगाया है कि बीजेपी की भर्ती सिर्फ छलावा है.
ट्रंप प्रशासन में दो और ख़ास नियुक्तियां हुईं, कौन हैं दोनों?
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में वापसी से पहले दो और महत्वपूर्ण नियुक्तियां कर ली हैं.
इनमें पहले 62 साल के टॉम होमन हैं जो ट्रंप के 'सीमा प्रमुख' के रूप में काम करेंगे.
होमन ट्रंप के पहले कार्यकाल में इमिग्रेशन एंड कस्टम इन्फ़ोर्समेंट विभाग में कार्यकारी निदेशक की भूमिका निभा चुके हैं.
न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक 40 वर्षीय न्यूयॉर्क की कांग्रेस वुमन एलिस स्टेफ़ैनिक को भी संयुक्त राष्ट्र में राजदूत बनाया गया है.
साल 2014 में एलिस स्टेफ़ैनिक कांग्रेस के लिए चुनी गई सबसे कम उम्र की महिला थी. वह न्यूयार्क के 21वें जिले का प्रतिनिधित्व करना जारी रखेंगी.
इस बीच ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी अमेरिकी कांग्रेस पर बहुमत हासिल करने के बेहद क़रीब है. उनके पास पहले से ही सीनेट में बहुमत है और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में बहुमत के लिए उन्हें बस कुछ सीटें जीतने की ज़रूरत है.
अमेरिका में हाउस ऑफ़ रिप्रेजेंटेटिव में किसी पार्टी को बहुमत के लिए 218 सीटों की ज़रूरत होती है. अमेरिका में बीबीसी के न्यूजपार्टनर सीबीएस के मुताबिक, रिपब्लिकन पार्टी के पास 215 सीटें है बल्कि डेमोक्रेटिक पार्टी के पास 210 सीटें है.
मुंबई में अवैध प्रवासियों से जुड़ी रिपोर्ट पर क्या बोले आदित्य ठाकरे?
इमेज स्रोत, ANI
इमेज कैप्शन, शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे (फाइल फोटो)
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ़ सोशल साइंसेज़ की ओर से जारी की गई रिपोर्ट पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता आदित्य ठाकरे ने पीटीआई को बयान दिया है.
उन्होंने कहा, "पहले तो इस पर गृह मंत्री का जवाब देना जरूरी है, देश की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी केंद्र सरकार की होती है. केंद्रीय मंत्री इस पर जवाब दें कि बांग्लादेश से लोग कैसे मुंबई में घुस आए."
हाल ही में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ़ सोशल साइंसेज़ ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें यह दावा किया है कि मुंबई में अवैध प्रवासियों की संख्या बढ़ती जा रही है जिसमें बांग्लादेश और म्यांमार से आए मुस्लिम शामिल हैं. इसकी वजह से मुंबई में सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक तौर पर असर पड़ रहा है.
आदित्य ठाकरे ने कहा, "टिस की रिपोर्ट ने हमारे देश के जवानों पर आरोप लगाए हैं उन पर गृह मंत्री को जवाब देना चाहिए. ये रिपोर्ट ऐसे समय पर आई है जिसको लेकर संदेह जताया जा रहा है. ये पहले बताएं कि क्या ये केंद्र सरकार की नाकामी के परिणाम हैं?"
बीबीसी हिंदी पेज पर लगी अन्य ख़बरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें-
चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगी टीम इंडिया, मोहम्मद हफ़ीज़ ने क्या कहा?
इमेज स्रोत, Getty Images
इमेज कैप्शन, पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाड़ी मोहम्मद हफ़ीज़
पाकिस्तानी मीडिया में रविवार से ही हंगामा है कि भारत ने पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी के लिए अपनी टीम भेजने से इनकार कर दिया है. जिसके बाद सोशल मीडिया पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं.
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाड़ी मोहम्मद हफ़ीज़ ने भी इसको लेकर प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने सोशल साइट एक्स पर लिखा, "यह एक सपना था कि भारत पाकिस्तान आकर चैंपियंस ट्रॉफी 2025 खेले. पाकिस्तान सुरक्षित है और इस आयोजन की मेज़बानी करने के लिए तैयार है."
हफ़ीज़ आगे लिखते हैं, "पाकिस्तान अपने घरेलू मैदान पर सभी क्रिकेट देशों की मेजबानी कर रहा है, लेकिन किसी तरह से भारत के लिए सुरक्षित नहीं है. सरकार और पीसीबी से मजबूत प्रतिक्रिया का इंतज़ार है."
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के प्रवक्ता ने बीबीसी उर्दू को बताया कि आईसीसी ने रविवार को पीसीबी को ईमेल के ज़रिए भारत के चैंपियंस ट्राफी के लिए पाकिस्तान नहीं आने की सूचना दी है.
उनके मुताबिक़ बीसीसीआई ने आईसीसी को लिखित तौर पर सूचित कर दिया है कि टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान नहीं आ सकेगी.
तस्वीरों में देखें- अज़रबैजान की राजधानी बाकू में हो रहा है सीओपी 29 सम्मेलन
सीओपी 29 सम्मेलन इस साल अज़रबैजान की राजधानी बाकू में आयोजित हो रहा है. यह सम्मेलन 12 दिन तक चलेगा.
इमेज स्रोत, Getty Images
इमेज कैप्शन, सीओपी 28 के अध्यक्ष सुल्तान अहमद अल-जबर और सीओपी 29 के अध्यक्ष मुख्तार बाबायेव ने सीओपी अध्यक्षता के आधिकारिक हस्तांतरण समारोह में हिस्सा लिया
इमेज स्रोत, Getty Images
इमेज कैप्शन, कॉन्फ्रेंस सेंटर में सीओपी 29 में शामिल होने वाले नेता
इमेज स्रोत, Getty Images
इमेज कैप्शन, रूस के मंडप के आगे सम्मेलन में शामिल होने आए प्रतिनिधि
इमेज स्रोत, Getty Images
इमेज कैप्शन, सीओपी 29 अज़रबैजान की राजधानी बाकू में हो रहा है
अज़रबैजान की राजधानी बाकू में हो रहा है सीओपी 29 सम्मेलन
इमेज स्रोत, Getty Images
इमेज कैप्शन, अज़रबैजान की राजधानी बाकू में हो रहा है सीओपी 29
जलवायु परिवर्तन को लेकर होने वाली मींटिग सीओपी 29 सम्मेलन इस साल अज़रबैजान की राजधानी बाकू में आयोजित हो रहा है. यह सम्मेलन 11 से 22 नवंबर के बीच होगा.
सीओपी 29 में जलवायु परिवर्तन की वार्ता की शुरुआत निवर्तमान सीओपी अध्यक्ष डॉ. सुल्तान अल-जबर ने की.
उन्होंने सभी से "एक साथ मिलजुल कर काम करने और नतीजे तक पहुंचने" की बात कही है.
सीओपी संयुक्त राष्ट्र का एक संगठन है. सीओपी का मतलब "कॉन्फ्रेंस ऑफ द पार्टीज" है. जिसमें वह देश शामिल है जिन्होंने यूनाइटेड नेशन फ्रेंमवर्क कन्वेन्शन ऑन क्लाइमेट चेंज (यूएनएफसीसीसी) के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे.
सीओपी उस समझौते पर फैसला लेने वाली संस्था है जिस पर साल 1992 में हस्ताक्षर हुए थे. साल 1992 में लगभग 200 देशों ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए थे.
जलवायु परिवर्तन के मूल कारणों से निपटने के सही तरीके पर बातचीत करने के लिए देश हर साल इस सम्मेलन में शामिल होते हैं.
कांग्रेस ने बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर को अपमानित किया है: सीएम योगी
इमेज स्रोत, ANI
इमेज कैप्शन, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झारखंड के पनकी में एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को लेकर कड़ी टिप्पणी की है.
उन्होंने कहा, "जब ये राम मंदिर का निर्माण नहीं कर सकते, भगवान बिरसा मुंडा को सम्मान नहीं दे सकते, बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को सम्मान नहीं दे सकते, बेटियों की सुरक्षा नहीं कर सकते, बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्या मुसलमानों को बाहर नहीं निकाल सकते, गरीबों का कल्याण नहीं कर सकते तो फिर इनको चुनना ही क्यों है."
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, "राम मंदिर निर्माण की 500 वर्षों की समस्या का दो साल में समाधान हो गया."
झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए मतदान आगामी 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में होगा.
झारखंड की मुख्य राजनीतिक पार्टियां झारखंड मुक्ति मोर्चा, भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, आजसू, आरजेडी, वाम दलों के अलावा भी बड़ी संख्या में लोग हैं, जो विधायक बनने की चाहत रखते हैं.
सबसे गर्म साल बनने की राह पर है साल 2024 - विश्व मौसम विज्ञान संगठन, मार्क पोयंटिंग, बीबीसी संवाददाता
इमेज स्रोत, Getty Images
इमेज कैप्शन, सांकेतिक तस्वीर
संयुक्त राष्ट्र के विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) ने कहा है कि साल 2024 दुनिया का सबसे गर्म साल होने की राह पर है.
डब्ल्यूएमओ का कहना है कि जनवरी और सितंबर के बीच का वैश्विक औसत तापमान 19वीं सदी के अंत के तापमान से लगभग 1.54 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा है.
साल 2015 में पेरिस में, लगभग 200 देशों ने जलवायु परिवर्तन के खराब प्रभाव को कम की उम्मीद में शपथ ली थी कि तापमान के बढ़ते स्तर को सीमित करने की कोशिश की जाएगी.
लेकिन यूएन का कहना है कि 1.5 डिग्री सेल्सियस का टारगेट अभी तक टूटा नहीं है क्योंकि यह लंबे समय के औसत को दर्शाता है.
डॉलर के मुक़ाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुँचा रुपया
इमेज स्रोत, Getty Images
इमेज कैप्शन, डॉलर के मुकाबले निचले स्तर पर फिसला रुपया
अमेरिकी डॉलर के मुक़ाबले भारतीय रुपये के गिरने का सिलसिला लगातार जारी है. सोमवार को भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुक़ाबले अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गया है और यह 84.38 तक पहुंच गया है.
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने इस मुद्दे पर एक्स पर पोस्ट करके केंद्र सरकार पर हमला बोला है.
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने के बाद यह आशंका भी बनी हुई है कि वो अपने दूसरे कार्यकाल में आयातित सामानों पर टैरिफ़ बढ़ा सकते हैं.
इसका असर चीनी युआन और भारतीय रुपये पर लगातार देखा जा रहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की चुनौतियों से निपटने और अपनी धीमी पड़ती अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए चीन नए उपाय कर रहा है.
ट्रंप ने चुनाव जीतने के लिए जो वादे किए थे उनमें से चीन के उत्पादों पर 60% तक भारी आयात शुल्क लगाना भी शामिल था.
नमस्कार
अभी तक बीबीसी संवाददाता अभिषेक पोद्दार इस लाइव पेज के ज़रिए आप तक ख़बरों को पहुंचा रहे थे.
अब बीबीसी संवाददाता कीर्ति रावत आप तक दिन भर की ख़बरों को पहुंचाने की ज़िम्मेदारी निभाएंगी.
दोपहर दो बजे तक हमारे बीबीसी हिंदी के पेज पर मौजूद कुछ बड़ी खबरें उनके लिंक के साथ नीचे दी जा रही हैं. आपको उन ख़बरों को पढ़ना चाहिए.
- झारखंड: ‘बांग्लादेशी घुसपैठ’ का मुद्दा भाजपा के लिए कितना फ़ायदेमंद साबित होगा?- इस ख़बर को पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.
- चैंपियंस ट्रॉफ़ी में भारत के नहीं आने की ख़बर से ग़ुस्से में पाकिस्तानी- इस ख़बर को पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.
- भारत समर्थक रहीं निकी हेली को ट्रंप ने सरकार में जगह नहीं देने की घोषणा क्यों की?इस ख़बर को पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.
- छह साल की बच्चियों को पीरियड्स आना या किशोर दिखना, क्या हैं कारण? इस ख़बर को पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.
प्रज्वल रेवन्ना की ज़मानत याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने किया ख़ारिज
इमेज स्रोत, Getty Images
इमेज कैप्शन, प्रज्वल रेवन्ना (फ़ाइल फ़ोटो)
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार
को प्रज्वल रेवन्ना की जमानत की मांग वाली याचिका को ख़ारिज कर दिया.
प्रज्वलरेवन्ना रेप और यौन उत्पीड़न जैसे मामलों में फ़िलहाल जेल में है.
न्यायमूर्ति बेला एम. त्रिवेदी और सतीश चंद्र शर्मा की पीठ ने इस मामले की
सुनवाई की.
रेवन्ना की ओर से पेश सीनियर वकील मुकुल रोहतगी ने तर्क दिया कि शिकायत में
धारा 376 आईपीसी
(बलात्कार) के अपराध का उल्लेख नहीं किया गया था.
मुकुल रोहतगी ने तर्क दिया कि प्रज्ज्वल के ख़िलाफ़ दायर की गई शिकायत धारा
376 के मुद्दे पर बात नहीं करती है.
इससे पहले 21 अक्तूबर को कर्नाटक उच्च न्यायालय ने रेवन्ना की नियमित ज़मानत और अग्रिम ज़मानत की याचिकाओं को ख़ारिज कर दिया था.
पीसीएस प्री और आरओ-एआरओ की परीक्षा एक साथ कराने पर प्रयागराज में छात्रों का प्रदर्शन
इमेज स्रोत, @ANI
इमेज कैप्शन, प्रयागराज में प्रदर्शन करते छात्र
उत्तर प्रदेश में पीसीएस-प्री
और आरओ-एआरओ (समीक्षा अधिकारी) की परीक्षा एक ही दिन में आयोजित होने पर छात्रों का
प्रदर्शन तेज़ हो गया है.
सोमवार को छात्रों ने
प्रयागराज में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया.
छात्रों के विरोध प्रदर्शन पर
प्रयागराज के डीसीपी अभिषेक भारती ने कहा, “उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के कार्यालय पर कुछ छात्र
आए हैं, जो कि अपनी बात रखना
चाहते हैं. सभी छात्रों को समझा बुझाकर पहले से तय धरनास्थल पर जाने का अनुरोध किया
जा रहा है.”
प्रयागराज के डीएसपी ने कहा, “काफ़ी छात्र वहां चले भी गए हैं. जो भी छात्र यहां आ
रहे हैं, उनसे कहा जा रहा है कि वे धरना स्थल पर शांतिपूर्वक और लोकतांत्रिक
तरीके से अपनी बात रखें. उनकी बात को सुना भी जाएगा और ऊपरी स्तर तक उठाया भी
जाएगा.”
इसी मुद्दे को लेकर कुछ
दिन पहले छात्रों ने दिल्ली में भी एक विरोध प्रदर्शन किया था.
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इस मुद्दे पर एक पोस्ट की है. अपनी पोस्ट में अखिलेश ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों का एक वीडियो साझा किया है. वीडियो में छात्रों को भागते हुए देखा जा सकता है.
सऊदी अरब में जुट रहे हैं इस्लामिक देश, क्या है मक़सद
इमेज स्रोत, Getty Images
इमेज कैप्शन, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (फ़ाइल फ़ोटो)
अरब और मुस्लिम देशों के नेता
सोमवार को सऊदी अरब की राजधानी रियाद पहुंच रहे हैं.
यह सम्मेलन ग़ज़ा और लेबनान में इसराइल के साथ चल रहे युद्ध पर केंद्रित
है.
सऊदी अरब की सरकारी मीडिया एजेंसी वफ़ा के मुताबिक़,“फ़लस्तीनी और लेबनानी क्षेत्रों
में बढ़ती हिंसा, जिसमें क्रूर इसराइली आक्रमण भी शामिल हैं, ने अरब और इस्लामी नेताओं को
तत्काल कार्रवाई करने के लिए मजबूर किया है.”
इस सम्मेलन की मुख्य प्राथमिकता, फ़लस्तीनी और
लेबनानी क्षेत्रों में इसराइली आक्रमण को रोकना, आम लोगों की रक्षा करना, और क्षेत्र में शांति के साथ स्थिरता स्थापित करने के
नज़रिए से अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर दबाव बनाना है.
रियाद में चल रहे इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ भी सऊदी अरब पहुंचे.
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "रियाद पहुंच गया हूं, जहां मैं ग़ज़ा में तेज़ी से बिगड़ती स्थिति पर चर्चा करने के लिए आयोजित संयुक्त अरब इस्लामिक शिखर सम्मेलन में मुस्लिम उम्माह के नेताओं के साथ शामिल होऊंगा और फ़लस्तीनियों के अधिकारों के लिए आवाज़ उठाऊंगा."
पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद इसहाक़ डार ने भी इस कार्यक्रम में शिरकत की.
‘विस्तारा’ एयरलाइन्स सोमवार को आखिरी बार भरेगी उड़ान
इमेज स्रोत, Getty Images
इमेज कैप्शन, विस्तारा एयरलाइन्स
एयरलाइन कंपनी ‘विस्तारा’ सोमवार को अपनी आखिरी उड़ान
संचालित करेगी. यह कंपनी पिछले नौ सालों से भारतीय विमानन क्षेत्र में अपनी सेवाएं
दे रही थी.
‘विस्तारा’ सिंगापुर एयरलाइन्स और टाटा
संस की एक जॉइंट कंपनी थी. हालांकि अब इसका विलय टाटा ग्रुप के स्वामित्व वाली एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया में होने जा रहा है.
इस विलय के बाद ‘विस्तारा’ एयरलाइन का परिचालन एयर
इंडिया के ज़रिए किया जाएगा. इसमें हेल्पडेस्क से लेकर टिकट ऑफ़िस भी शामिल हैं.
पिछले कुछ महीनों से विस्तारा की मौजूदा बुकिंग और लॉयल्टी प्रोग्राम वाले
यात्रियों को एयर इंडिया में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया चल रही थी.
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने इससे जुड़े एक ईमेल के जवाब में कहा, "विलय प्रक्रिया के हिस्से के रूप में, भोजन, सेवाओं और दूसरी सभी चीज़ों को भी अपग्रेड किया जा
रहा है. इसमें विस्तारा और एयर इंडिया दोनों के पहलुओं को शामिल किया गया है."
विलय से सर्विस मानकों पर असर पड़ने की चिंताओं के बीच, टाटा ने आश्वासन दिया है कि विस्तारा का इन-फ्लाइट अनुभव पहले
की तरह ही रहेगा.
रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया जाएंगे या नहीं पर गौतम गंभीर ने दिया ये जवाब
इमेज स्रोत, Getty Images
इमेज कैप्शन, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गौतम गंभीर (फ़ाइल फ़ोटो)
भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने ऑस्ट्रेलिया के साथ टेस्ट मैच में कप्तान रोहित शर्मा के रहने या ना रहने पर कहा है कि अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है.
गंभीर ने कहा, ''हम आपको सही स्थितियों के बारे में बता देंगे. हमें उम्मीद हैं कि वे उपलब्ध रहेंगे. लेकिन सिरीज़ शुरू होने से पहले ही कुछ पता चल पाएगा.''
गौतम गंभीर ने रविवार की सुबह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी के लिए ऑस्ट्रेलियाई टूर से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बयान दिया.
उन्होंने कहा, "अगर रोहित शर्मा पहले टेस्ट मैच के लिए उपलब्ध नहीं हो पाते हैं
तो उपकप्तान जसप्रीत बुमराह कप्तानी करेंगे. केएल राहुल और अभिमन्यु ईश्वरन रोहित
शर्मा की ग़ैरमौजूदगी में ओपनिंग के विकल्प होंगे."
रोहित शर्मा, विराट कोहली और टीम इंडिया के फ़ॉर्म पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई
कप्तान रिकी पॉन्टिंग के बयान पर भी गौतम गंभीर ने पलटवार किया.
उन्होंने कहा, "रिकी पॉन्टिंग को ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट की चिंता करनी चाहिए. विराट और रोहित
असाधरण रूप से मज़बूत व्यक्ति हैं. वे अभी भी कड़ी मेहनत कर रहे हैं और उन्होंने
भारतीय टीम के लिए बहुत कुछ किया और आगे भी करते रहेंगे."
न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ भारतीय टीम के प्रदर्शन
पर गौतम गंभीर ने कहा, "हम यह स्वीकार करते हैं कि हम हारे हैं. मैं यहां इस पर
सफ़ाई नहीं दूंगा. हमने अच्छा खेल नहीं दिखाया. वे ज़्यादा प्रोफ़ेशनल थे. मुझे
लगता है कि हमें आलोचनाओं को स्वीकार करना चाहिए."
ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर उन्होंने कहा, "वहां की
कंडीशन हमारे लिए पहली चुनौती होगी. जब आप ऑस्ट्रेलिया में खेलते हैं तो वहां कि
स्थितियां निश्चित तौर पर अलग होती हैं."
बॉर्डर गावस्कार ट्रॉफ़ी के लिए भारतीय टीम का
ऑस्ट्रेलियाई दौरा 22 नवंबर से शुरू हो रहा है. इस दौरे का पहला टेस्ट मैच 22
नवंबर को ही पर्थ में शुरू होगा. ऑस्ट्रेलिया ने इस पहले टेस्ट के लिए 13 सदस्यों
वाले स्कॉड का एलान कर दिया है.
जस्टिस संजीव खन्ना बने भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश
इमेज स्रोत, Getty Images
इमेज कैप्शन, भारत के नए मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना (फ़ाइल फ़ोटो)
जस्टिस संजीव खन्ना भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश बन गए हैं. जस्टिस संजीव खन्ना ने
सोमवार की सुबह राष्ट्रपति भवन में भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ ली.
समाचार एजेंसी एएनआई और पीटीआई पर जस्टिस संजीव खन्ना के शपथ लेने का वीडियो भी जारी हुआ.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत के नए मुख्य न्यायाधीश को शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे.
रविवार को जस्टिस डीवाई
चंद्रचूड़ ने भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर अपना कार्यकाल ख़त्म किया
था. वे दो साल से भी लंबे समय तक इस पद पर थे.
जस्टिस संजीव खन्ना को
24 अक्तूबर को ही भारत का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त कर दिया गया था. उन्होंने अपना करियर 1983 में शुरू किया था. सुप्रीम
कोर्ट से पहले वो दिल्ली के तीस हजारी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट, दिल्ली हाई कोर्ट समेत कई अदालतों में प्रैक्टिस कर चुके हैं.
इसके अलावा भारत के नए मुख्य न्यायाधीश, चर्चित
इलेक्टोरल बॉन्ड केस और अनुच्छेद 370 केस की सुनवाई और फ़ैसलों में भी शामिल रहे
थे.
‘बँटेंगे तो कटेंगे’ और ‘एक हैं तो सेफ़’ हैं नारे पर राहुल गांधी ने पीएम मोदी से क्या पूछा
इमेज स्रोत, Getty Images
इमेज कैप्शन, राहुल गांधी (फ़ाइल फ़ोटो)
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी के ‘बँटेंगे तो कटेंगे’ और प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी के ‘एक हैं तो सेफ़ हैं’ वाले नारे पर राजनीतिक बहस
छिड़ी हुई है.
अब राहुल गांधी ने भी एक्स पर पोस्ट करते हुए इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में एक तस्वीर को साझा करते हुए कहा, “मन की बात अब ज़ुबान पर.”
अपनी एक और पोस्ट में उन्होंने एक हादसे की तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, “आम
लोग कब सेफ़ होंगे, मोदी जी? आप तो बस 'एक' अडानी को सेफ़ करने में लगे हुए हैं. ये
भयावह तस्वीर और ख़बर भारतीय रेल की लंबी लापरवाही, उपेक्षा और जान बूझकर की गई
कम भर्तियों का परिणाम है.”
इससे पहले रविवार को भी महाविकास अघाड़ी का संयुक्त घोषणा पत्र जारी करते हुए
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इन नारों पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा था, "आपने मनुस्मृति को
स्वीकार करके पहले ही समाज को बाँट दिया है. अब और बाँटना चाहते हैं. कौन काटने को
कहता है. आप 140 करोड़ जनता को काटेंगे.”
कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने बयान में कहा था, “बाँटना नहीं है, इसीलिए इंदिरा
गांधी और राजीव गांधी ने अपनी क़ुर्बानी दे दी. योगी जी और मोदी जी का नारा
अलग-अलग है. मोदी जी कहते हैं कि 'एक हैं तो सेफ़ हैं.' हमने एकता और आज़ादी के लिए जान क़ुर्बान की है. हमारे लोगों ने लड़ा है और
आज़ादी दिलाई है. जिन्होंने आज़ादी दिलाई उनको ही मारने वाले लोगों में से आप हैं.”
इमेज स्रोत, @ANI
इमेज कैप्शन, महाराष्ट्र में घोषणा पत्र जारी करने के दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे
एक दूसरे संबोधन में खड़गे ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा था, “एक तरफ आप गेरुआ कपड़ा
पहनते हैं और दूसरी तरफ आप 'बँटेंगे तो कटेंगे' कहते हैं. ये लोग आराम से बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूम
रहे हैं और ग़रीबों की बात करते हैं. लोगों में विष भर रहे हैं और तोड़ने का काम कर
रहे हैं."
हैदराबाद के सांसद और
एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी इन नारों पर बयान दिया था.
महाराष्ट्र में अपनी
पार्टी का चुनाव प्रचार करते हुए उन्होंने कहा था, "मोदी बोल रहे हैं कि एक हैं तो सेफ़ हैं लेकिन मजलिस
कहती है अनेक हैं तो अखंड हैं."
ओवैसी ने अपने संबोधन में कहा, "मोदी बोल रहे है एक हो
जाओ. भारत में अनेक लोग हैं, मराठा हैं, दलित हैं, मुसलमान हैं, ईसाई हैं, ओबीसी हैं, तमिल के हैं, तेलंगाना के हैं... कैसे हो जाएं. कोई अपने कल्चर को
छोड़ेगा? मोदी
चाहते हैं कि भारत की सारी विविधता ख़त्म हो जाए."
बीते दिनों यूपी के सीएम
योगी आदित्यनाथ ने झारखंड और महाराष्ट्र की रैलियों में 'बँटेंगे तो कटेंगे' और 'एक रहेंगे तो नेक रहेंगे' जैसे नारे दिए थे.
वहीं प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने भी महाराष्ट्र में अपनी चुनावी रैलियों में 'एक रहेंगे सेफ रहेंगे' का नारा दिया है.