प्लेबॉय के कवर पेज पर फ्रांस की मंत्री, खड़ा हो गया विवाद

मार्लीन स्किआपा

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प्लेबॉय मैगज़ीन के कवर पेज के लिए तस्वीर खिंचाने को लेकर फ्रांस की एक मंत्री विवादों में घिर गई हैं.

मंत्री का नाम है मार्लीन स्किआपा. वो सोशल इकोनॉमी मंत्रालय संभाल रही हैं. मार्लीन ने मैगज़ीन के लिए जो तस्वीर खिंचाई, उसमें वो पूरे कपड़े पहने हुईं थीं.

प्लेबॉय मैगज़ीन का ये अप्रैल का अंक है. ये कवर फोटो मैगज़ीन के फ्रेंच भाषा के एडिशन के लिए ही है.

मार्लीन के फोटो शूट के फ़ैसले को लेकर उनके सहयोगी और विरोधी दोनों ही ख़फ़ा हैं.

फ्रांस की प्रधानमंत्री

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प्रधानमंत्री ने उठाए सवाल

फ़ैसले पर सवाल उठाने वालों में फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिज़ाबेथ बोर्न भी शामिल हैं.

प्रधानमंत्री एलिज़ाबेथ ने कहा, "उनका फ़ैसला सही नहीं है. ख़ासकर मौजूदा समय में."

हाल के हफ़्तों में फ्रांस में पुलिस और हड़ताली श्रमिकों को बीच हिंसक झड़पें देखने को मिली हैं. श्रमिक राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों की प्रस्तावित पेंशन सुधान योजना को लेकर नाराज़ हैं. राष्ट्रपति मैक्रों ने रिटायरमेंट की उम्र दो साल बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है.

वीडियो कैप्शन, कौन थे जिन्होंने 'प्लेबॉय' मैगजीन शुरू की?

प्रधानमंत्री एलिज़ाबेथ बोर्न की ही तरह ग्रीन पार्टी की सांसद सैंदरीन रोसो ने भी सवाल उठाए हैं. महिला अधिकारों के लिए आवाज़ उठाने वाली सैंदरीन रोसो ने फोटो शूट के समय को लेकर सवाल उठाए हैं.

उन्होंने बीएफ़एम टीवी चैनल से कहा, "महिला अपने जिस्म को कहीं भी दिखा सकती हैं, मुझे इसे लेकर कोई दिक्कत नहीं है लेकिन एक सामाजिक परिस्थिति होती है. "

इस तस्वीर के साथ एक इंटरव्यू भी प्रकाशित किया जाएगा. इसमें महिला और गे अधिकारों पर बात होगी. साथ की गर्भपात की भी चर्चा होगी.

मार्लीन स्किआपा ने शनिवार को इस मामले में प्रतिक्रिया दी और अपने फ़ैसले को सही ठहराया.

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उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "अपने जिस्म के साथ जो चाहे वो करने के महिलाओं के अधिकारों का समर्थन करती हूं. हर जगह और हर वक़्त. फ्रांस में महिलाएं आज़ाद हैं. चाहे इससे पुरातनपंथी और पाखंडी नाराज़ हों या नहीं हों. "

मार्लीन स्किआपा

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विवादों से पुराना नाता

मार्लीन स्किआपा 40 साल की हैं. वो फ्रांस के टीवी टॉक शोज़ में अक्सर दिखाई देती हैं. राजनीति में आने के पहले वो महिला अधिकारों के लिए लिखती रहीं थीं.

उन्होंने 'मातृत्व की चुनौतियों' और महिलाओं की 'हेल्थ और प्रेगनेंसी' पर लिखा है.

साल 2018 में वो इक्विलिटी मिनिस्टर थीं. उस वक्त वो सड़क पर होने वाले उत्पीड़न को ग़ैरक़ानूनी बनाने के लिए विधेयक लेकर आईं थीं.

हालांकि, ये पहला मौका नहीं है जब मार्लीन विवादों में घिरी हों.

साल 2010 में उन्होंने एक किताब लिखी थी. इसमें ज़्यादा वजन वाले लोगों को 'सेक्स टिप्स' दिए गए थे. इसे लेकर आलोचकों ने सवाल उठाए थे.

साल 2017 में उन पर पेरिस के ऐसे इलाके में जाने का आरोप लगा था जहां कथित तौर पर 'महिलाओं के जाने की मनाही' है.

मार्लीन स्किआपा

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मैगज़ीन के एडिटर ने क्या कहा?

प्लेबॉय के फ्रेंच एडिशन के एडिटर जीन फ्लोरंटीन ने मैगज़ीन के फोटो शूट कराने के मार्लीन के फ़ैसले का समर्थन किया है.

उन्होंने मार्लीन को प्लेबॉय में आने के लिए मैक्रों सरकार की सबसे 'उपयुक्त' मंत्री बताया है क्योंकि वो महिला अधिकारों के लिए मजबूती से आवाज़ उठाती हैं.

एडिटर ने मैगज़ीन का भी बचाव किया है. कई नारीवादी लोग इस मैगज़ीन की ये कहते हुए आलोचना करते हैं कि इसमें महिलाओं के शरीर को सामान की तरह पेश किया जाता है.

उन्होंने कहा, "प्लेबॉय सॉफ़्ट पोर्न मैगज़ीन नहीं है बल्कि ये 300 पेज़ की 'मूक' (मैगज़ीन और बुक का मिश्रण) है. ये बौद्धिक सामग्री है और ट्रेंड में है."

फ्लोरंटीन ने कहा, "इस मैगज़ीन में अब भी कुछ निर्वस्त्र महिलाओं की तस्वीरें होती हैं लेकिन ऐसा अधिकांश पन्नों पर नहीं होता है."

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