क्या दुनिया को भा रही है भारतीय कॉफी?

- Author, शिल्पा कन्नन
- पदनाम, बीबीसी संवाददाता, दिल्ली
बेंगलुरू में 21 से 25 जनवरी के बीच अंतरराष्ट्रीय कॉफ़ी उत्सव का आयोजन होने जा रहा है.
इस उत्सव में लोगों को ख़ासतौर पर दक्षिण भारत की परंपरागत फिल्टर कॉफ़ी का ज़ायक़ा मिलेगा.
हर साल होने वाले इस कार्यक्रम में दुनिया भर के कॉफ़ी उत्पादक, निर्यातक और खुदरा व्यापारी एकजुट हो रहे हैं लेकिन भारतीय कॉफ़ी को लेकर आयोजक कुछ ज्यादा ही उत्साहित हैं.
भारत दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा कॉफ़ी निर्यातक देश है और कुल कॉफ़ी उत्पादन का चार फ़ीसदी भारत में होता है. इसके अलावा बीते कुछ सालों में कॉफ़ी की खपत भी बढ़ी है.
असल में कॉफ़ी की पैदावार तो पूरी दुनिया में होती है लेकिन भारतीय उत्पादों को एक मामले में बढ़त हासिल है.
कॉफ़ी बोर्ड के अधिकारी कहते हैं कि इटली की एस्प्रेसो कॉफ़ी के लाजवाब स्वाद के पीछे इंडियन रोबस्टा बीन्स ही है.
भारत में इसे ख़ास तरह से उगाया जाता है, जिससे इसका स्वाद और बेहतरीन हो जाता है.

भारतीय कॉफ़ी बोर्ड के चेयरमैन जावेद अख़्तर कहते हैं, "पेड़ों की छांव में उगी भारतीय कॉफ़ी अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में बहुत लोकप्रिय है."
इटली भारतीय कॉफ़ी का सबसे बड़ा आयातक देश है. इसके बाद जर्मनी, रूस और बेल्जियम आते हैं.
कॉफ़ी ट्रेल
इस समय भारत में कॉफ़ी की फ़सल की कटाई का वक़्त है. इस फ़सल के पहले तीन महीनों में ही कॉफ़ी निर्यात में 33 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज हुई है.
जावेद अख़्तर को उम्मीद है कि इस कॉफ़ी उत्सव के माध्यम से देश के भीतर भी कॉफ़ी के उपभोग को बढ़ाया जा सकता है.
इस आयोजन की ख़ास बात 'कॉफ़ी ट्रेल' है.
इसके मार्फत उत्सव में हिस्सेदारी लेने वालों को बहुत पहले से कॉफ़ी उगाने वाले राज्यों का भ्रमण कराया जाएगा और विभिन्न प्रकार से कॉफ़ी तैयार करने के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी.
इसके अलावा उन्हें कॉफ़ी के दानों को चुनने की इजाज़त दी जाएगी और प्रसंस्करण करने वाली फैक्ट्रियों का भ्रमण कराया जाएगा.
आर्गेनिक कॉफ़ी
अख़्तर चाहते हैं कि भारतीय कॉफ़ी का एक कॉमन ब्रांड हो ताकि वैश्विक स्तर पर इसकी ब्रांडिंग करने में आसानी हो.
वो कहते हैं, ''हमारे पास आर्गेनिक कॉफ़ी का एक ख़ास ब्रांड भी है जिसे आंध्र प्रदेश के अराकू घाटी के आदिवासी उगाते हैं. इसके उत्पादन में करीब एक लाख आदिवासी लगे हुए हैं. हम भारत की सबसे बेहतरीन कॉफ़ी को इस उत्सव में लाना चाहते हैं.''
पिछले कुछ सालों में देश में कई अंतरराष्ट्रीय कैफे खुले. इससे कॉफ़ी लोकप्रिय हो रही है. कैफ़े कॉफ़ी डे पहली भारतीय कॉफ़ी शृंखला है जिसने अपना पहला स्टोर वर्ष 1990 के दशक में खोला.
इस समय यह कैफ़े क़ाफ़ी डे हर सप्ताह अपनी एक नई शाखा खोल रही है. पूरे भारत में इसके 1200 कॉफ़ी शॉप हैं. बाज़ार में सबसे नई विदेशी कंपनी है अमरीकी कॉफ़ी कंपनी स्टारबक्स. इसके अलावा बरिस्ता लवाज़ा और कोस्टा कॉफ़ी भी भारत में आ चुकी हैं.
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