राहुल गांधी लंदन में बोले, ‘बीजेपी ने हर तरफ़ केरोसीन छिड़क दिया’ भारतीय जनता पार्टी का पलटवार

इमेज स्रोत, Rahul Gnadhi
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि 'देश में धुव्रीकरण बढ़ता जा रहा है, बेरोज़गारी अपने चरम पर है, महंगाई बढ़ती जा रही है. बीजेपी ने देश में हर तरफ़ केरोसीन छिड़क दिया है बस एक चिंगारी से हम सब एक बड़ी समस्या के बीच होंगे.'
भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी के बयान पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस पार्टी को कठघरे में खड़ा किया है.
राहुल गांधी के बयान को लेकर सोशल मीडिया पर भी चर्चा हो रही है. कुछ ने तो उन्हें 'जयचंद' तक कह दिया. ऐतिहासिक तथ्यों के मुताबिक पृथ्वीराज चौहान के ख़िलाफ़ जयचंद ने मोहम्मद ग़ौरी का साथ दिया था.
लंदन में हुई एक कॉन्फ्रेंस 'आइडिया फॉर इंडिया' में राहुल गांधी ने जो बातें कहीं, बहस उन पर शुरू हुई है. लगभग एक घंटे की बातचीत में राहुल गांधी ने संविधान, अर्थव्यवस्था, कांग्रेस के चिंतन शिविर, चीन, अमेरिका जैसे तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी.
इस दौरान राहुल गांधी ने यूक्रेन संकट के साथ भारत की तुलना की.
उन्होंने कहा कि ''जो रूस यूक्रेन में कर रहा है ठीक वही पैटर्न चीन भारत में डोकलाम और लद्दाख में दिखा रहा है. चीन ने भारत में डोकलाम और लद्दाख में अपनी सेना तैनात कर रखी है और अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख को भारत का हिस्सा मानने से इंकार करता है.''
हाल ही में आई एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि चीन पैंगोंग झील पर पुल बना रहा है क्योंकि वो कुछ करना चाहता है. लेकिन भारत सरकार इस पर बात ही नहीं कर रही है.
इस लेख में Google YouTube से मिली सामग्री शामिल है. कुछ भी लोड होने से पहले हम आपकी इजाज़त मांगते हैं क्योंकि उनमें कुकीज़ और दूसरी तकनीकों का इस्तेमाल किया गया हो सकता है. आप स्वीकार करने से पहले Google YouTube cookie policy और को पढ़ना चाहेंगे. इस सामग्री को देखने के लिए 'अनुमति देंऔर जारी रखें' को चुनें.
पोस्ट YouTube समाप्त
संस्थाओं पर आरएसएस की विचारधारा का कब्ज़ा
राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों की मदद से राज्यों की शक्तियों को कम करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, "भारत राज्यों का एक संघ है, भारत बना ही ऐसे जहां हर राज्य की अपनी पहचान है, धर्म और संस्कृति है और उनके पास अपनी बात रखने और बातचीत करने की क्षमता है. भारत ऐसे नहीं बना जहां शक्ति का केंद्र किसी एक सत्ता के हाथों में हो बल्कि ये राज्यों और उनकी शक्तियों के मूल्यों पर बना देश है. लेकिन अभी ये हो रहा है कि एक सुनियोजित हमला किया जा रहा है. केंद्रीय एजेंसी जैसे ईडी, सीबीआई का इस्तेमाल करके राज्यों को, संस्थानों को कमज़ोर किया जा रहा है. हालात ये हो गए हैं कि आज राज्य बातचीत करने की हालत में ही नहीं रह गए हैं."
"एक विपक्ष के तौर पर हमारी ज़िम्मेदारी है कि संस्थान आरएसएस और एक विचार के कब्ज़े में ना रहें. हम मानते हैं कि देश में हर जाति, धर्म के लोगों को सुविधाएं मिले और आरएसएस-बीजेपी चाहती है कि लोगों को सुविधाएं कर्म (जाति) के आधार पर मिले."
"जिन्हें ये लगता है कि हम बीजेपी से लड़ रहे हैं उन्हें समझना होगा कि हम एक पार्टी से नहीं लड़ रहे बल्कि हम संस्थानों के पूरे स्ट्रक्चर से लड़ रहे हैं जिस पर एक संगठन, बीजेपी की विचारधारा का क़ब्ज़ा हो चुका है. तो हमारे पास बस एक ही विकल्प है कि हम जनता के पास जाएं और ये सिर्फ़ कांग्रेस पर लागू नहीं होती बल्कि सभी विपक्षी पार्टियों पर लागू होती है."

इमेज स्रोत, RahulGandhi/Twitter
बीजेपी ने पूरे देश में केरोसिन छिड़क दिया है
बेरोज़गारी रिकॉर्ड पर और थोक मंहगाई 15 फ़ीसदी पर जा पहुंची है लेकिन फिर भी बीजेपी चुनाव जीत रही है और कांग्रेस हार रही है ऐसा क्यों?
राहुल गांधी ने इसके जवाब में कहा, "देश में बढ़ते धुव्रीकरण और मीडिया पर बीजेपी के पूरी तरह काबू होने के कारण ऐसा हो रहा है. अगर आप पांच घंटे तक भारतीय न्यूज़ चैनल देख रहे हैं तो भी आपको एक भी बार मोदी जी के अलावा कोई और नहीं दिखेगा."
"हमें ये भी कबूल करना होगा कि आरएसएस ने एक ऐसा स्ट्रक्चर बना रखा है जो बड़ी आबादी के बीच फैल गया है. हमें एक ढांचा तैयार करना होगा और उन 60 फ़ीसदी लोगों के बीच और भी आक्रामक तरीके से जाना होगा जो बीजेपी को नहीं वोट करते और ये हम सभी विपक्षी पार्टियों को मिलकर करना होगा."
देश के हालात पर उन्होंने कहा, "हमारे देश में बड़े स्तर पर ध्रुवीकरण है, बेरोज़गारी अपने चरम पर है, महंगाई बढ़ रही है. देश में सामाजिक परेशानी आनी ही है. ये निश्चित है कि देश में लोगों का विरोध बढ़ने वाला है."
"सवाल ये है कि क्या उस विरोध और जनता के गुस्से को विपक्ष शांतिपूर्ण और प्रभावी तरीके से राजनीति में परिवर्तन लाने के लिए इस्तेमाल कर पाएगा. एक संभावना ये भी है कि देश में अनियंत्रित विरोध की परिस्थिति पैदा हो जाए जैसा कि हम पड़ोसी मुल्क श्रीलंका में देख रहे हैं."
"भारत की स्थिति इस वक़्त ठीक नहीं है, बीजेपी ने पूरे देश में केरोसिन छिड़क दिया है. एक चिंगारी और हम सब एक बड़े संकट में पहुंच जाएंगे. ये ज़िम्मेदारी भी कांग्रेस की है वो लोगों को एक साथ लेकर आए और लोगों का गुस्सा और जो आग लोगों के बीच है उसे संयमित किया जाए."
इस लेख में X से मिली सामग्री शामिल है. कुछ भी लोड होने से पहले हम आपकी इजाज़त मांगते हैं क्योंकि उनमें कुकीज़ और दूसरी तकनीकों का इस्तेमाल किया गया हो सकता है. आप स्वीकार करने से पहले X cookie policy और को पढ़ना चाहेंगे. इस सामग्री को देखने के लिए 'अनुमति देंऔर जारी रखें' को चुनें.
पोस्ट X समाप्त, 1
'चीन का भारत में वही पैर्टन दिख रहा है जो रूस ने यूक्रेन में किया'
दुनिया के उभरते नए सुपर पावर चीन और अमेरिका के बीच भारत कैसे डील करे.
इस सवाल के जवाब में राहुल गांधी कहते हैं, "बीते सौ सालों में दुनिया के सामने एक ही विजन था वो था मैरीटाइम विजन यानी समुद्री विस्तार का विजन उससे पहले लैंड पर आधारित विजन था. लेकिन अब पहली बार दुनिया के सामने दो विजन हैं- एक है चीन का टैरेस्टियल विजन (क्षेत्रीय प्रसार का विजन) और दूसरा है अमेरिका का मैरीटाइम विजन."
"अभी चीन का बेल्ट एंड रोड सिस्टम वास्तव में दुनिया को एक टेरेस्टियल ट्रेडिंग सिस्टम में बदलने की मुहिम है. चीन की उत्पादन प्रणाली ही इसके लिए खर्च कर रही है."

इमेज स्रोत, RahulGandhi/Twitter
"मैं ये देख सकता हूं कि चीन के पास एक विजन है लेकिन निराशा ये है कि किसी और के पास, भारत या अमेरिका किसी के पास वैसा काउंटर विजन नहीं है. चीन देशों के पास जा रहा है और कह रहा है कि हम आपको इंफ्रास्टक्चर दे रहे हैं, पैसे दे रहे हैं आपके देश को बेहतर बनाने के लिए. ज़ाहिर तौर पर चीन का अपना उद्देश्य है लेकिन आधारभूत चीज़ ये है कि वो समृद्धि के बदले ऐसा कर रहे हैं, वहीं पश्चिमी देश ऐसा कोई ऑफर नहीं दे रहे लेकिन ये कह रहे हैं कि चीन को रोको."
"भारत और चीन के बीच तनावपूर्ण रिश्ते पर उन्होंने कहा हम भारतीयों के दिमाग को जटिलताओं से निपटने की आदत है. अगर कोई एक चीज़ जो भारतीय दिमाग कर सकता है तो वो है जटिल से जटिल मुद्दों को खूबसूरती से सुलझा लेना. चीन के साथ हमारी स्थिति बेहद जटिल है और हमें इसे सतही समझ से नहीं देखना चाहिए."
"हमारे पास कई ऐसे अधिकारी और विदेशी मामलों के जानकार हैं जो मदद कर सकते हैं लेकिन ये तभी होगा जब प्रधानमंत्री सुनना चाहेंगे. हमारे प्रधानमंत्री सुनना ही नहीं चाहते और यही कारण है कि कोई नौकरशाह भी नहीं सुनते."
"यूक्रेन में जो रूस कर रहा है ठीक वही पैटर्न चीन भारत के साथ दिखा रहा है."
"रूस ने यूक्रेन में क्या किया उसने यूक्रेन की क्षेत्रीय संप्रभुता पर सवाल उठाते हुए कहा कि दो राज्य को हम आपका नहीं मानते और आप नेटो में शामिल ना हों, पश्चिम से अपने रिश्ते कम करें."
"बस इसी बात पर रूस ने यूक्रेन की अंतरराष्ट्रीय सीमा का सम्मान ना करते हुए उस पर हमला कर दिया."
"अब आप एक समानांतर तुलना देखें. चीन ने डोकलाम और लद्दाख में अपनी सेना बैठा रखी है और वो भी यही कह रहा है कि हम अरुणाचल और लद्दाख को भारत का हिस्सा नहीं अपना हिस्सा मानते हैं. हमें इस परेशानी को मानना पड़ेगा और इसकी लिए खुद को तैयार करना होगा. लेकिन हमारी सरकार बात नहीं करना चाहती. चीनी सैनिक आज भारत में घुस कर बैठे हैं. वो पैंगोंग झील पर पुल बना रहे हैं क्योंकि वो कुछ करना चाहते हैं. लेकिन सरकार बात नहीं कर रही है. वो कहते हैं कि मैं बार-बार चीन का मुद्दा उठाता हूं, मैं कहता हूं हां मैं चीन की बात करता हूं क्योंकि मैं आने वाली परेशानी देख पा रहा हूं और हमने देखा है कि यूक्रेन में क्या हो रहा है."

इमेज स्रोत, RahulGandhi/Twitter
उदयपुर में क्या हुआ?
कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर में क्या बात हुई और पार्टी के लिए क्या उद्देश्य रखे गए इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "उदयपुर में हमने तय किया कि मीडिया और संचार पर बीजेपी ने कब्ज़ा कर लिया है तो हमें मीडिया और संचार के अन्य तरीके देखने होंगे. फ़ंड को भी पाने के नए तरीके तलाशने होंगे. हमें जनआंदोलन करना होगा. ये लड़ाई है इंडिया को दोबारा पाने की. कांग्रेस किसी भी विपक्षी पार्टी से बड़ी नहीं है लेकिन कांग्रेस के पास नेशनल विजन है जैसे राज्यों की पार्टियों के लिए अपने राज्यों के लिए होता है.''

इमेज स्रोत, Twitter/BJP
बीजेपी की प्रतिक्रिया
भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.
बीजेपी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, "एक हताश कांग्रेस और उसके विफल नेता राहुल गांधी जब भी विदेशी की धरती पर जाते हैं, चाहे वो लंदन हो, अमेरिका हो, सिंगापुर हो उनके व्यक्तव्य कहीं न कहीं ये दर्शाते हैं कि आज की कांग्रेस पार्टी 1984 से लेकर अब तक, देश में आग लगाने, सौहार्द बिगाडने में लगी है. "
इस लेख में X से मिली सामग्री शामिल है. कुछ भी लोड होने से पहले हम आपकी इजाज़त मांगते हैं क्योंकि उनमें कुकीज़ और दूसरी तकनीकों का इस्तेमाल किया गया हो सकता है. आप स्वीकार करने से पहले X cookie policy और को पढ़ना चाहेंगे. इस सामग्री को देखने के लिए 'अनुमति देंऔर जारी रखें' को चुनें.
पोस्ट X समाप्त, 2
गौरव भाटिया ने आगे कहा, "लंदन में राहुल गांधी कहते हैं कि भाजपा ने देश में मिट्टी का तेल छिड़का है. राहुल गांधी जी, मिट्टी का तेल तो कांग्रेस पार्टी छिड़कती है. 1984 का जो नरसंहार हुआ, कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने कत्लेआम करवाया, उस मिट्टी के तेल को डालने वाले कांग्रेस के ही नेता थे. "
लोग क्या कह रहे हैं?
सोशल मीडिया पर कुछ लोग राहुल गांधी के विदेश के एक मंच पर ये बातें कहने की आलोचना कर रहे हैं.
अभी त्रिपाठी नाम के एक यूज़र ने ट्विटर पर लिखा- "जयचंद कोई नाम या व्यक्ति नहीं ये एक उपाधि है जो समय समय पर अपने अधिकारी चुनती है, इस समय उसने राहुल गांधी को चुना है."
इस लेख में X से मिली सामग्री शामिल है. कुछ भी लोड होने से पहले हम आपकी इजाज़त मांगते हैं क्योंकि उनमें कुकीज़ और दूसरी तकनीकों का इस्तेमाल किया गया हो सकता है. आप स्वीकार करने से पहले X cookie policy और को पढ़ना चाहेंगे. इस सामग्री को देखने के लिए 'अनुमति देंऔर जारी रखें' को चुनें.
पोस्ट X समाप्त, 3
गुरिंदर संधू नाम के एक ट्विटर यूज़र ने लिखा, "मुझे नहीं याद है कि कभी कोई विदेशी नेता भारत आकर अपने देश की अंदरूनी बातों पर चर्चा किया हो. लेकिन राहुल गाँधी ने देश हो या विदेश अपने देश की प्रगति की बात न करके हमेशा भारत को कमज़ोर दिखाने की कोशिश की."
इस लेख में X से मिली सामग्री शामिल है. कुछ भी लोड होने से पहले हम आपकी इजाज़त मांगते हैं क्योंकि उनमें कुकीज़ और दूसरी तकनीकों का इस्तेमाल किया गया हो सकता है. आप स्वीकार करने से पहले X cookie policy और को पढ़ना चाहेंगे. इस सामग्री को देखने के लिए 'अनुमति देंऔर जारी रखें' को चुनें.
पोस्ट X समाप्त, 4
स्वास्तिक नाम के एक यूज़र ने लिखा- राहुल गांधी को कोई भी गंभीरता से नहीं लेता, खुद उनकी पार्टी के लोग भी नहीं.
इस लेख में X से मिली सामग्री शामिल है. कुछ भी लोड होने से पहले हम आपकी इजाज़त मांगते हैं क्योंकि उनमें कुकीज़ और दूसरी तकनीकों का इस्तेमाल किया गया हो सकता है. आप स्वीकार करने से पहले X cookie policy और को पढ़ना चाहेंगे. इस सामग्री को देखने के लिए 'अनुमति देंऔर जारी रखें' को चुनें.
पोस्ट X समाप्त, 5
विकास नाम के एक अन्य यूज़र ने लिखा- राहुल गांधी आप भारत और भारतीयों को विदेशी मंच पर बेइज़्ज़त कर रहे हैं.आपका बीजेपी विरोधी अजेंडा देश के भीतर होना चाहिए. ये शर्मनाक है.
इस लेख में X से मिली सामग्री शामिल है. कुछ भी लोड होने से पहले हम आपकी इजाज़त मांगते हैं क्योंकि उनमें कुकीज़ और दूसरी तकनीकों का इस्तेमाल किया गया हो सकता है. आप स्वीकार करने से पहले X cookie policy और को पढ़ना चाहेंगे. इस सामग्री को देखने के लिए 'अनुमति देंऔर जारी रखें' को चुनें.
पोस्ट X समाप्त, 6
कॉपी- कीर्ति दुबे
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)














