पीएम मोदी से मिलना चाहते थे चीन के विदेश मंत्री वांग यी, क्यों नहीं हुई मुलाक़ात- प्रेस रिव्यू

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अचानक भारत दौरे पर आए चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का प्रस्ताव पेश किया था, लेकिन पीएम के दफ्तर की ओर से इसके लिए मना कर दिया गया.
अंग्रेज़ी अख़बार द इंडियन एक्सप्रेस ने इस ख़बर को प्रमुखता से छापा है. अख़बार के मुताबिक़, चीन ने अपने विदेश मंत्री वांग यी के भारत दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात का प्रस्ताव रखा लेकिन साउथ ब्लॉक की ओर से इस प्रस्ताव को मना कर दिया गया है.
भारत ने चीन के अधिकारियों को इस बात की जानकारी दे दी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को व्यस्त हैं क्योंकि उन्हें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए लखनऊ जाना है.
वांग यी लगभग दो साल बाद भारत के दौरे पर आए थे. इस दौरे को लेकर पहले से कोई घोषणा भी नहीं की गई थी. वांग यी गुरुवार देर शाम पौने आठ बजे दिल्ली पहुंचे और शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे वापस चले गए.
अख़बार ने सूत्रों के हवाले से ये भी बताया है कि चीन ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल को भी विशेष प्रतिनिधि के तौर पर न्योता दिया है. सूत्रों ने ये भी कहा कि एनएसए ने इस न्योते पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि दोनों देशों के बीच मौजूद मसले सुलझने के बाद वो चीन का दौरा कर सकते हैं.
हालांकि, चीन ने भारत को अफ़गानिस्तान पर बुलाई बैठक में शामिल होने का न्योता नहीं दिया है. शुक्रवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा था कि "उन्होंने हमें न्योता नहीं दिया है."

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कश्मीर पर दिए चीन के बयान का भारत ने किया विरोध
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को नई दिल्ली में चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाक़ात की. इस वार्ता के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए जयशंकर ने बताया कि उन्होंने चीन के विदेश मंत्री से कहा है कि बॉर्डर एरिया में तनाव और भारी सैन्य मौजूदगी के माहौल में दोनों देशों के रिश्ते सामान्य नहीं रह सकते हैं.
एस. जयशंकर और वांग यी के बीच बैठक क़रीब तीन घंटे चली जिसमें भारत और चीन के बॉर्डर एरिया के अलावा अंतरराष्ट्रीय महत्व के अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई.
एस. जयशंकर ने बताया कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर को लेकर दिए गए वांग यी के बयान पर भारत का विरोध भी दर्ज कराया है. भारत आने से पहले पाकिस्तान में हुए इस्लामी देशों के संगठन ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ़ इस्लामिक कोऑपरेशन (OIC) के सम्मेलन में चीन ने कहा था कि 'कश्मीर के मुद्दे पर वो मुसलमान देशों के साथ हैं.'

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राहुल और प्रियंका गांधी से मिले प्रशांत किशोर, गुजरात पर चर्चा
प्रशांत किशोर और कांग्रेस पार्टी के बीच एक बार फिर से बातचीत शुरू होने के संकेत मिले हैं. माना जा रहा है कि किशोर कांग्रेस के लिए गुजरात चुनाव में काम कर सकते हैं.
अंग्रेज़ी अख़बार हिंदुस्तान टाइम्स की ख़बर के मुताबिक़, कांग्रेस के दो नेताओं ने इस बात की पुष्टि की है कि प्रशांत किशोर ने गुरुवार को राहुल और प्रियंका गांधी से मुलाक़ात की थी.
हालांकि, इस मुलाक़ात को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. इससे एक दिन पहले ही गांधी परिवार ने एक अन्य चुनावी रणनीतिकार सुनील कनुगोलू से मुलाक़ात की थी. कनुगोलू फिलहाल कांग्रेस के लिए ही काम कर रहे हैं.
मीटिंग से अवगत दोनों नेताओं ने अख़बार को बताया कि ये मुलाक़ात गुजरात चुनाव अभियान को लेकर हुई है. राज्य में इसी साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं.
बीते साल प्रशांत किशोर की कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व से एक के बाद एक हुई कई मुलाकातों से इन अटकलों ने तेज़ी पकड़ी थी कि किशोर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. हालांकि, बाद में ये प्लान ठंडे बस्ते में चला गया और प्रशांत किशोर ने पर्दे के पीछे से तृणमूल कांग्रेस के लिए काम करना जारी रखा.
सुनील कनुगोलू ने भी बीते माह से ही कांग्रेस पार्टी के लिए काम करना शुरू किया है. सुनील कनुगोलू और प्रशांत किशोर ने साल 2014 में नरेंद्र मोदी के अभियान में साथ काम किया था. हालांकि, कुछ समय बाद दोनों के रास्ते अलग हो गए थे.
कनुगोलू और किशोर के एक साथ काम करने के सवाल पर पार्टी के एक नेता ने कहा, "कांग्रेस इतनी बड़ी पार्टी है कि दोनों रणनीतिकार यहां काम कर सकते हैं."

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रियल एस्टेट कंपनी सुपरटेक दिवालिया घोषित
रियल एस्टेट कंपनी सुपरटेक को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) की दिल्ली बेंच ने दिवालिया घोषित कर दिया है. ये फ़ैसला यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया की याचिका पर सुनाया गया है.
अंग्रेज़ी अख़बार हिंदुस्तान टाइम्स की ख़बर के मुताबिक़, कंपनी के दिवालिया घोषित होने से करीब 25 हज़ार घर खरीदारों का भविष्य दांव पर लग गया है.
सुपरटेक पर यूनियन बैंक का काफी पैसा बकाया था. पेमेंट पर कंपनी के बार-बार डिफ़ॉल्ट करने की वजह से यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया ने नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल की दिल्ली बेंच के पास सुपरटेक के इन्सॉल्वेंसी की याचिका दायर की थी. बैंक की इस याचिका को एनसीएलटी-दिल्ली ने स्वीकार कर लिया है.
ट्राइब्यूनल ने इस मामले में अपना फैसला 17 मार्च 2022 को रिजर्व रखा था. इसके पहले सुपरटेक ने यूनियन बैंक को एकमुश्त बकाया लौटाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. तमाम दलीलों को सुनने के बाद एनसीएलटी ने सुपरटेक को इन्सॉल्वेंसी में डाल दिया.
सुपरटेक के चेयरमैन आरके अरोड़ा ने कहा कि उनकी कंपनी एनसीएलटी के आदेश के ख़िलाफ़ अपील करेगी.
सुपरटेक लिमिटेड की एनसीआर-गुरुग्राम, गाज़ियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कई परियोजनाएं हैं. सुपरटेक लिमिटेड द्वारा बनाए गए फ़्लैटों पर अधिकार के लिए 25,000 से ज़्यादा घर खरीदार इंतजार कर रहे हैं.

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अगले साल से शुरू हो सकता है महिलाओं का आईपीएल, बीसीसीआई ने शुरू की तैयारी
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने औपचारिक तौर पर महिलाओं के इंडियन प्रीमियर लीग (डब्लूआईपीएल) की तैयारी शुरू कर दी है. संभवतः अगले साल यानी 2023 से ये शुरू हो जाएगा.
अंग्रेज़ी अख़बार द हिंदू की ख़बर के मुताबिक़, आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक के बाद शुक्रवार को चेयरमैन ब्रिजेश पटेल ने कहा, "हमने अगले साल से महिलाओं के आईपीएल शुरू करने को लेकर चर्चा की."
उन्होंने ये भी कहा, "इस साल मई के आखिर तक हम महिलाओं के लिए टी20 चैलेंज का आयोजन करने वाले हैं."
माना जा रहा है कि डब्लूआईपीएल चार या छह फ्ऱेंचाइज़ियों के साथ शुरू होगा और इसका आयोजन पुरुषों के आईपीएल से अलग होगा.
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