पाँच में से चार राज्यों में जीतकर भी दुविधा में क्यों है बीजेपी- प्रेस रिव्यू

मोदी

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पाँच राज्यों में विधानसभा चुनावों के नतीजों के अगले ही दिन उत्तराखंड बीजेपी में हलचल तेज हो गई क्योंकि पार्टी की जीत के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी सीट हार गए. मणिपुर में भी मौजूदा मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को अगला कार्यकाल मिलेगा या नहीं, इसपर अटकलें जारी हैं क्योंकि यहां सीएम पद पर कई अन्य नेताओं की निगाहें हैं.

अंग्रेज़ी अख़बार द हिंदू ने इस ख़बर को प्रमुखता से प्रकाशित किया है.

वहीं, उत्तर प्रदेश में प्रचंड जीत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लखनऊ पार्टी दफ़्तर में कैबिनेट की आख़िरी बैठक की. इसके बाद शाम में उन्होंने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया.

सूत्रों की मानें तो यूपी की नई कैबिनेट होली के बाद शपथ लेने वाली है. अटकलें ये भी हैं कि अधिकांश मौजूदा मंत्रियों को नई सरकार में जगह नहीं मिलेगी.

गोवा में एमजीपी ने दिया समर्थन का आश्वासन

गोवा में तीन निर्दलीय विधायकों द्वारा समर्थन का भरोसा मिलने के बाद बीजेपी को भरोसा है कि वो बहुमत के आंकड़े तक पहुँच जाएगी. हालांकि, पार्टी को महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) का समर्थन मिलने का भी भरोसा है. एमजीपी के दो विधायकों के सहारे 40 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी के पास 25 विधायक हो जाएंगे.

गोवा बीजेपी अध्यक्ष सदानंद शेत तनवड़े ने कहा, "हमने 20 सीटें जीती हैं और एमजीपी ने हमें पत्र लिखकर समर्थन का भरोसा दिया है. इसके अतिरिक्त तीन निर्दलीय विधायकों ने भी समर्थन का आश्वासन दिया है."

हालांकि, कुछ विधायक एमजीपी के एनडीए को समर्थन देने का विरोध कर रहे हैं क्योंकि पार्टी ने चुनाव बीजेपी के ख़िलाफ़ लड़ा था और प्रचार के दौरान दोनों पक्षों में जमकर शब्दों के तीर चले. इस बीच केंद्रीय नेतृत्व एमजीपी के साथ गठबंधन से खुश है.

पुष्कर सिंह धामी

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उत्तराखंड में कौन होगा मुख्यमंत्री?

उत्तराखंड में बीजेपी की दुविधा ये है कि क्या पुष्कर सिंह धामी को उनकी हार के बावजूद दोबारा सीएम पद पर नियुक्त किया जाए या फिर किसी अन्य विधायक को या मौजूदा सांसद को मुख्यमंत्री बनाया जाए.

राज्य की 70 में से 47 सीटें जीतने के बाद, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और धर्मेंद्र प्रधान को ये सूचित किया गया है कि वे उत्तराखंड में बीजेपी विधायक दल की बैठक के लिए पर्यवेक्षक होंगे. हालांकि, इस बैठक के लिए कोई तारीख अभी तक तय नहीं की गई है.

सूत्रों के हवाले से अख़बार ने लिखा है कि, "समस्या ये है कि पुष्कर सिंह धामी ने बीते साल तीसरा मुख्यमंत्री बनने के बाद हारती हुई बीजेपी को जीताने के लिए बहुत कुछ किया है. लेकिन वो खुद चुनाव हार गए. हिमाचल प्रदेश में धूमल जी (पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल) भी चुनाव हारे थे. उस समय जयराम ठाकुर के तौर पर नया सीएम नियुक्त किया गया था. इसलिए ये तय नहीं है कि धामी को सीएम नियुक्त कर के छह महीने के अंदर किसी जीते हुए विधायक की सीट खाली करवा के उन्हें चुनाव लड़वाया जाए."

मणिपुर के सीएम पर भी अटकलें तेज़

मणिपुर में भी मौजूदा सीएम एन बीरेन सिंह को अगला कार्यकाल मिलेगा या नहीं इसको लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं. पीएम मोदी ने विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान लगातार परिवारवाद वाली राजनीति पर निशाना साधा.

अखबार के अनुसार एक बीजेपी नेता ने राजकुमार इमो की ओर इशारा करते हुए कहा, "हमारे जीतने वाले विधायकों में से एक तो मुख्यमंत्री के दामाद हैं." इमो सगोलबंद से लगातार तीसरी बार जीते हैं. चुनाव से पहले भी राज्य में मुख्यमंत्री बदलने की चर्चा थी लेकिन बाद में बीजेपी ने बीरेन सिंह के कार्यकाल को ही जारी रखा.

फिलहाल बीजेपी नेतृत्व भी मणिपुर को लेकर चुप है और यहां विधायकों की बैठक के लिए अभी तक कोई पर्यवेक्षक भी नियुक्त नहीं किया गया है.

प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष शारदा देवी ने कहा, "हमारा एक संसदीय दल है जो राज्य इकाई के साथ सलाह-मशविरा करने के बाद अगले मुख्यमंत्री का नाम तय करेगा."

इस बीच राज्य में जनता दल (यू) और नगा पीपल्स फ्रंट (एनपीएफ़) भी संभवतः बीजेपी के साथ गठबंधन करने पर विचार कर रहे हैं. जेडीयू को राज्य में छह और एनपीएफ़ को 5 सीटों पर जीत मिली है. दोनों के सहयोग से राज्य की 60 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी के पास 32 विधायक होंगे.

पंजाब मुख्यमंत्री

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भगवंत मान 16 मार्च को लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ

आम आदमी पार्टी नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान 16 मार्च को पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे. भगवंत मान भगत सिंह के पैतृक गाँव खतकर कलां में सीएम पद की शपथ लेंगे.

अंग्रेज़ी अख़बार द इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक़, शपथग्रहण समारोह में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, दिल्ली सरकार के कई वरिष्ठ मंत्री शामिल होंगे.

इस बीच भगवंत मान और पार्टी नेता राघव चड्ढा शनिवार को राज्यपाल से मिलकर प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं.

इससे पहले शुक्रवार को मान ने दिल्ली आकर अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के साथ ही पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाक़ात की. उनके साथ पंजाब के सह-प्रभारी राघव चड्ढा और उनकी बहन मनप्रीत कौर भी थे.

सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक के दौरान पंजाब सरकार के संभावति मंत्रियों के नाम और पांच राज्यों में 31 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनावों पर भी चर्चा हुई.

पंजाब में पार्टी के चुने गए 92 विधायकों में से 82 पहली बार एमएलए बने हैं. पंजाब में 117 विधानसभा सीटें हैं.

भारत-पाकिस्तान

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ग़लती से पाकिस्तान में गिरी मिसाइल को लेकर भारत ने दिए जांच के आदेश

भारत ने शुक्रवार को कहा कि तकनीकी ख़राबी की वजह से 9 मार्च को मिसाइल पाकिस्तान के इलाक़े में जा गिरी थी. इस घटना को लेकर भारत ने उच्चस्तरीय कोर्ट ऑफ़ इंक्वायरी के आदेश दिए हैं.

अंग्रेज़ी अख़बार द हिंदू में छपी ख़बर के मुताबिक़, इस्लामाबाद की ओर से भारतीय अधिकारी को इस मामले पर तलब करने के एक दिन भारत ने ये प्रतिक्रिया दी.

इस पूरे मामले पर भारत की ओर से कहा गया, "9 मार्च 2022 को नियमित रखरखाव के दौरान एक तकनीकी ख़राबी के कारण ग़लती से एक मिसाइल की फ़ायरिंग हो गई. पता चला है कि मिसाइल पाकिस्तान के एक इलाक़े में गिरी थी. भारत सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए उच्चस्तरीय कोर्ट ऑफ़ इंक्वायरी का आदेश दिया है."

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भारत ने ये भी कहा है कि ये राहत भरी बात है कि इस हादसे में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं मिली है.

इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस नोट जारी करते हुए कहा था कि बुधवार शाम 6.50 बजे हुए हादसे की भारत को जांच करवानी चाहिए. पाकिस्तान ने ये भी चेतावनी दी थी कि इस तरह के घटनाक्रम के "अप्रिय परिणाम" हो सकते हैं.

भारत-रूस संबंध

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इमेज कैप्शन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (फ़ाइल फ़ोटो)

पश्चिम देशों के प्रतिबंध के बाद रूस ने भारत को दिया तेल खरीदने का प्रस्ताव

पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों और अमेरिका को ईंधन निर्यात पर रोक के बाद अब रूस भारत को अपने तेल और पेट्रोलियम उत्पाद निर्यात करने के साथ ही रूसी तेल क्षेत्र में भारत के निवेश को बढ़ाने का इच्छुक है.

अंग्रेज़ी अख़बार द हिंदू की ख़बर के मुताबिक़, शुक्रवार को रूसी उप प्रधानमंत्री एलेक्ज़ेंडर नोवाक ने भारत के पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी को इसकी जानकारी दी है.

रूसी सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक, हरदीप सिंह पुरी ने नोवाक से फ़ोन पर बात की और भारत और रूस के बीच ऊर्जा क्षेत्र में रणनीतिक साझेदारी को मज़बूत करने की संभावनाओं के बारे में चर्चा की.

रूस द्वारा जारी बयान के मुताबिक़, "भारत को रूस के तेल और पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात एक अरब डॉलर तक पहुँच गया है और अब इस आंकड़े को बढ़ाने के लिए स्पष्ट मौके हैं."

बयान के मुताबिक़ नोवाक ने कहा, "हम रूसी तेल और गैस क्षेत्र में भारतीय निवेश को बढ़ाने और भारत में रूसी कंपनियों के सेल नेटवर्क का विस्तार करने में रुचि रखते हैं." सूत्रों के अनुसार, रूस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों के मद्देनज़र दोनों नेताओं के बीच भुगतान के संभावित तरीकों के साथ ही प्रस्ताव पर अन्य अधिकारियों द्वारा चर्चा किए जाने पर सहमति बनी.

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