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'डस फ़्रोइलाइन' को गोल्डन लेपर्ड पुरस्कार | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
स्विट्ज़रलैंड में हुए 59वें लोकार्नो अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म उत्सव में ‘डस फ़्रोइलाइन’ ( द यंग लेडी) फ़िल्म को गोल्डन लेपर्ड पुरस्कार दिया गया है. ये फ़िल्म पूर्व यूगोस्लाविया की तीन महिला प्रवासियों की कहानी है. फ़िल्म स्विस-जर्मन संयुक्त निमार्ण के तौर पर बनाई गई है जिसमें तीन ऐसी प्रवासियों की दास्तां है जो स्विट्ज़रलैंड में आकर बसती हैं. डस फ़्रोइलाइन’ या द यंग लेडी की निर्देशक आंद्रिया स्टाका की ये पहली फ़ीचर फ़िल्म है. लेपर्ड ऑफ़ हॉनर लोकार्नो फ़िल्म महोत्सव में ज्यूरी का विशेष पुरस्कार अमरीकी फ़िल्म ‘हाफ़ नेलस्न’ को मिला. रायन फ़्लेक निर्देशित ये फ़िल्म एक प्रोफ़ेसर की कहानी है जो मादक पदार्थों के सेवन का आदि है और उससे लड़ रहा है. सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार ऐंबर टैंबलिन को अमरीकी फ़िल्म ‘स्टेफ़नी डेली’ के लिए मिला. इसमें वे एक फ़ॉरेंसिक मनोचिकित्सक की भूमिका में हैं. वहीं जर्मन अभिनेता बर्गहार्ट क्लास्नर को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिया गया. उन्हें ‘द मैन फ़रॉम द एंबेसी’ में एक कूटनयिक की भूमिका के लिए ये पुरस्कार मिला. इससे पहले शुक्रवार को ‘लेपर्ड ऑफ़ हॉनर’ रूसी फ़िल्मकार एलेक्ज़ेंडर सोकूरोव को दिया गया था. 59वें लॉकार्नो फ़िल्म उत्सव में 15 देशों की 20 फ़िल्में पुरस्कारों की दौड़ में शामिल थीं. | इससे जुड़ी ख़बरें ऋतिक रोशन के सोलह श्रृंगार11 अगस्त, 2006 | मनोरंजन लोकार्नो में सराही गई 'द राइजिंग'12 अगस्त, 2005 | मनोरंजन लोकार्नो में मंगल पांडे की गाथा 03 अगस्त, 2005 | मनोरंजन 'हर आठ महीने में मेरी नई फ़िल्म आएगी'08 अगस्त, 2005 | मनोरंजन | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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