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'हँसना बंद करो, सोनिया बनना है' | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
काँग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी पर इन दिनों एक फ़िल्म बन रही है – “सोनिया, सोनिया.” फ़िल्म में सोनिया की भूमिका निभा रही हैं नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा की छात्रा रह चुकीं पूर्वा पराग. तो कैसे तैयारी कर रही हैं पूर्वा सोनिया गाँधी का रोल निभाने की? पूछने पर पूर्वा ने बताया कि इन दिनों उनका समय बीत रहा है सोनिया गाँधी के वीडियो देखने में. पूर्वा कहती हैं कि इसके अलावा समाचार चैनलों पर जब भी सोनिया नज़र आ जाएँ तो उनका पूरा ध्यान लग जाता है उनके हाव-भाव समझने में. “सोनिया ने राजीव जी के बारे में क्या लिखा है – इन दिनों पढ़ रही हूँ. लोगों ने उनके बारे में जो लिखा है वो पढ़कर भी उन्हें समझने की कोशिश कर रही हूँ.”
पूर्वा कहती हैं कि ख़ुद सोनिया गाँधी कैसी हैं ये समझना जितना ज़रूरी है शायद उतना ही महत्वपूर्ण है ये समझना कि लोग उन्हें किस नज़र से देखते हैं. "सोनिया गाँधी सुबह शाम टीवी पर दिखती हैं. ग़लतियाँ बहुत जल्दी पकड़ी जाएँगी, इसीलिए ज़्यादा मेहनत कर रही हूँ." "मसलन कई लोगों को आश्चर्य होता है कि अपनी कलफ़ लगी सूती साड़ियों को कैसे वे दिन भर बिना सलवट के पहनती हैं और सारे समय ऐसा लगता है मानों उन्हें अभी इस्त्री किया गया हो." “जब से मेरे रिश्तेदारों और मित्रों को मालूम पड़ा है कि मैं सोनिया गाँधी की भूमिका कर रही हूँ तो मेरे पास कई फ़ोन आए. तब मुझे पता लगा कि वाकई भारत में लोग और ख़ासकर महिलाएँ सोनिया गाँधी को कितना ध्यान से देखती हैं.” व्यक्तित्व “वे क्या पहनती हैं, कैसे मुस्कुराती हैं, कैसे लोगों से बात करती हैं लोग हर बात देखते हैं. मैं भी ये सब समझ रही हूँ.” पूर्वा कहती हैं कि उनकी एक रिश्तेदार ने तो फ़ोन कर यहाँ तक कह दिया, “सुनो पूर्वा अब ज़्यादा हँसना बंद कर दो, अब तुम सोनिया गाँधी बनने जा रही हो.”
नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा की ट्रेनिंग साफ़ नज़र आती है जब पूर्वा कहती हैं, “लोग क्या सोचते हैं और सोनिया गाँधी क्या हैं इन दोनों को समझने की कोशिश करके फिर उनके बीच का कुछ मेरे अभिनय में आपको नज़र आएगा.” क्या फ़िल्म सोनिया गाँधी को महिमामंडित करती है, पूछने पर पूर्वा पराग कहती हैं, “ऐसा कोई प्रयास नहीं है. लेकिन मैं यही कहूँगी कि क्या इसमें कोई आश्चर्य की बात है कि फ़ोर्ब्स पत्रिका जिसे दुनिया की तीसरी सबसे ताकतवर महिला बता रही है, जिसने इतना बड़ा पद छोड़ दिया – उस पर फ़िल्म बनाई जाए.” कई रूप “और फिर शायद आज सोनिया गाँधी का राजनीतिक जीवन हमारी सोच पर हावी है लेकिन इसके अलावा सोनिया में वो लड़की भी है जो कॉलेज के दिनों में राजीव गाँधी से प्यार कर बैठी थी, वो माँ हैं, वो पत्नी हैं...सोनिया गाँधी के कई रूप हैं.” ऐसा लगता है मानो पूर्वा कुछ समय के लिए सोनिया गाँधी के किरदार को जी रही है और उन्हीं की ओर से सवालों के जवाब भी दे रही हैं. कहीं पूर्वा का व्यक्तित्व पर सोनिया गाँधी का किरदार हावी तो नहीं हो गया है? जवाब मिला, “नहीं, आजकल हम बहुत अच्छे दोस्त हैं. ये स्वीकार करने को तैयार हूँ कि मुझे उनके चरित्र से, उनसे इश्क हो गया है.” |
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