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सारे लटके-झटके हैं 'ब्राइड एंड प्रेज्युडिस' में | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
बेंड इट लाइक बेकम के बाद निर्माता निर्देशक गुरिंदर चड्ढा की बहु चर्चित फ़िल्म ब्राइड एंड प्रेज्युडिस का लंदन में विशेष शो आयोजित किया गया जिसमें ऐश्वर्या राय पहली बार बॉलीवुड के दायरे से बाहर नज़र आई हैं. ऐश्वर्या राय की यह पहली अंग्रेज़ी फ़िल्म है और वह एक हॉलीवुड अभिनेता के साथ काम कर रही हैं. भारतीय मूल की ब्रितानी निर्देशिका गुरिंदर चढ्ढा की पिछली फ़िल्म 'बेंड इट लाइक बेकम' बहुत सफल और लोकप्रिय हुई थी और जब उन्होंने अगली फ़िल्म में ऐश्वर्या को लिया तब से इसे लेकर बेहद उत्सुकता बनी हुई थी. इस बार गुरिंदर चढ्ढा ने वो करने की कोशिश की है जिसकी तमन्ना बहुत से फ़िल्म प्रेमियों को रही होगी. और वो है बॉलीवुड और हॉलीवुड का मिलन यानी बॉलीवुड स्टाइल में बनी ऐसी अंग्रेज़ी फ़िल्म, जिसमें दोनों तरफ़ के कलाकार शामिल हैं. और दिलचस्प नज़ारा है भारतीय शादी का. ऐसा लगता है कि गुरिंदर चढ्ढा भारतीय शादी और नाचगाने के मोह से बच नहीं सकीं हैं. शायद मॉनसून वेडिंग और बॉंबे ड्रीम्ज़ की व्यावसायिक सफलता के बाद यही जादुई फॉर्मुला है. कहानी चुनी गई प्रसिद्ध अँग्रेज़ी उपन्यास प्राइड ऐंड प्रेज्युडिस की. अमृतसर में चार बेटियों के विवाह के लिए परेशान बख़्शी परिवार और वहाँ पहुचें कुछ विदेशी मेहमान. रईस अमरीकी विल डार्सी के रोल में ऐंडरसन को भा जाती हैं ललिता बनी ऐश्वर्या और यहीं से शुरू होती है प्रेम कहानी.
निर्देशिका गुरिंदर चढ्ढा ने ख़ुद कहा कि इस फ़िल्म को देखते हुए बेंड इट लाइक बेकहम को भूल जाइए. और यह शायद सच है, इस फ़िल्म को पूरी तरह से व्यावसायिक रंग देने की कोशिश की गई है. चढ्ढा कहती हैं, “मैं उम्मीद कर रही हूँ कि यह फ़िल्म केवल भारत या इंग्लैंड में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में सफल होगी.” देसी रंग अमृतसर का मध्यमवर्गीय परिवार, सड़कों पर भारी यातायात, बिजली का आना-जाना और ऐसे में लड़कियों की शादी की समस्या. और कहानी को मोड़ देता है सपनों का विदेशी राजकुमार. इस तरह अमृतसर से फ़िल्म लंदन पहुँचती है और फिर हॉलीवुड यानी लॉस एंजिल्स. फ़िल्म में गानों की भरमार हैं लेकिन सारे गीत अंग्रेज़ी में हैं. अभिनेता-अभिनेत्री संमदर के किनारे, और पानी में भीगते हुए गाने गाते हैं. लंदन में इस फ़िल्म को कुछ चुनिंदा दर्शकों को दिखाया गया और देखने वालों में फ़िल्म को लेकर मिली जुली प्रतिक्रिया थी. एक दर्शक ने कहा, “यह फ़िल्म मॉनसून वेडिंग जैसी खरी और ज़िदगी के क़रीब नहीं लगती.”
लेकिन कुछ को लगा कि फ़िल्म में सफल होने के लिए सारा मसाला मौजूद है. “मुझे तो पंजाबी संगीत और तड़क भड़क बहुत पंसद आई.” ऐश्वर्या नीली आँखों वाली ऐश्वर्या राय इस फ़िल्म की मुख्य अभिनेत्री और ‘द रिंग’ और ‘टॉर्क’ जैसी हॉलीवुड फ़िल्मों के हीरो रहे न्यूज़ीलैंड के मार्टिन हैंडरसन मुख्य अभिनेता की भूमिका में हैं. ऐश्वर्या को इस फ़िल्म में देखकर यही लगता है कि वह अपनी हिंदी फ़िल्मों में इससे कहीं बेहतर अभिनय कर चुकी हैं. उनकी भूमिका सबसे लंबी और महत्वपूर्ण है लेकिन वह उसे जीवंत नहीं कर सकी हैं. नादिरा बब्बर श्रीमती बख़्शी की भूमिका में अपनी चार बेटियों के लिए दूल्हों की तलाश में जुटी हैं. मंच की जानी मानी हस्ती नादिरा बब्बर की यह पहली फ़िल्म है. नादिरा कहती है, “मैं गुरिंदर का प्रस्ताव ठुकरा नहीं सकी. और ऐश्वर्या की माँ बनना तो एक अनोखा अनुभव था.” फ़िल्म में अनुपम खेर भी हैं, जो 'बेंड इट लाइक बेकहम' में भी पिता बने थे. नम्रता शिरोडकर दूसरी बहन की भूमिका में हैं और उनके साथ हैं नवीन ऐंड्रयूज़. फ़िल्म को हिंदी में भी डब किया जाएगा और इस साल आठ अक्तूबर को यह फ़िल्म रिलीज़ होगी. |
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