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अनिल आईपीसीएल की बैठक में नहीं गए | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
रिलायंस उद्योग समूह के मालिकाना हक़ को लेकर अंबानी बंधुओं में चल रही खींचतान गुरुवार को समूह की कंपनी के बोर्ड की बैठक में भी दिखाई पड़ी जब कंपनी के उपाध्यक्ष अनिल अंबानी बैठक में शामिल नहीं हुए. इंडियन पेट्रोकेमिकल्स कार्पोरेशन लिमिटेड (आईपीसीएल) के उपाध्यक्ष पद से अनिल अंबानी ने इस महीने की शुरुआत में इस्तीफ़ा दे दिया था. देश के सबसे बड़े औद्योगिक समूह रिलायंस के स्वामित्व का विवाद गत वर्ष नवंबर में शुरु हुई थी. वैसे तो यह बैठक तीसरी तिमाही में आईपीसीएल की आर्थिक स्थिति पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी लेकिन ख़बरें हैं कि इसमें अनिल अंबानी के इस्तीफ़े पर भी चर्चा हुई. समझा जाता है कि बोर्ड ने अनिल अंबानी से अपने फ़ैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है. हालांकि अनिल अंबानी की मांग अभी पूरी नहीं हुई है जिसके तहत वे बोर्ड के एक और सदस्य आनंद जैन के इस्तीफ़े की मांग कर रहे हैं. अनिल अंबानी का आरोप है कि आनंद जैन ने ही दोनों अंबानी बंधुओं के बीच खाई खोदी है. आनंद जैन को बड़े भाई मुकेश अंबानी का क़रीबी माना जाता है. उल्लेखनीय है कि भारत की दूसरी बड़ी पेट्रोलियम कंपनी आईपीसीएल के 26 प्रतिशत शेयर रिलायंस ने 2002 में लिए थे जब भारत सरकार ने इस कंपनी के निजीकरण का फ़ैसला लिया था. इससे पहले बुधवार को रिलायंस एनर्जी की बैठक हुई थी जिसका नेतृत्व अनिल अंबानी करते हैं. इस बैठक में अनिल अंबानी के नेतृत्व पर पूरी आस्था जताई गई थी. |
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